जवाब नहीं दिया तो टीचर ने 57 बच्चों को पीटा: समस्तीपुर के स्कूल में पहुंची ग्रामीणों, पेरेंट्स की भीड़; बीडीओ ने समझा बुझाकर शांत कराया – Samastipur News h3>
समस्तीपुर के सिंघिया खुर्द इलाके के एक स्कूल में छात्र-छात्राओं की पिटाई का मामला सामने आया है। छात्राओं का कहना है कि हम लोगों से टीचर ने क्लास में कुछ सवाल पूछा था। कुछ बच्चों ने सवाल का जवाब नहीं दिया, जबकि कुछ बच्चों ने सही जवाब बताया। इसके बावजू
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स्कूल के हेड मास्टर देवेंद्र प्रसाद चौधरी ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को लिखित शिकायत भी की है। शिकायत मिलने के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी के आदेश पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने मामले की जांच शुरू कर दी।
टीचर ने बायलॉजी क्लास में पूछे थे सवाल
मामला सिंघिया खुर्द उत्क्रमित मध्य विद्यालय का है। छात्र-छात्राओं ने बताया कि शुक्रवार को क्लास में साइंस टीचर ने बायोलॉजी पढ़ाने के बाद छात्राओं से सवाल पूछा। सवाल का जवाब नहीं देने पर शिक्षक ने छात्राओं की पिटाई कर दी। शिक्षक की पिटाई से आठ छात्राएं घायल हो गईं और उनके हाथ में दर्द होने लगा। जब स्कूल के बच्चों की ओर से मामले की जानकारी हेडमास्टर को हुई तो उन्होंने घायल बच्चियों का प्राथमिक उपचार केंद्र में इलाज कराया। दवाई दिलवाई और इंजेक्शन भी लगवाया।
पिटाई की सूचना के बाद स्कूल पहुंचे पैरेंट्स
जब घटना की जानकारी छात्र-छात्राओं के पैरेंट्स को मिली तो वे ग्रामीणों के साथ भारी संख्या में स्कूल कैंपस पहुंचे और जमकर हंगामा काटा। उन्होंने स्कूल से गायब आरोपी टीचर को बुलाने की मांग की। इसी दौरान मौके पर मौजूद बीडीओ सुप्रभात कुमार ने सभी ग्रामीणों को समझा बुझाकर शांत कराया।
हेडमास्टर बोले- मैंने डांटा, तो बोले जवाब नहीं दे रही थीं
सिंहिया खुर्द मिडिल स्कूल के हेडमास्टर देवेंद्र कुमार चौधरी ने बताया कि कुछ लड़कियों ने मुझे सूचना दी थी कि शमशुल इस्लाम शम्सी ने बायोलॉजी क्लास में बच्चों की पिटाई की है। मैं तत्काल क्लास में पहुंचा। देखा कि कुछ लड़कियां रो रही थी, मैंने पूछा क्यों रो रही हो, कुछ लड़कियों ने बताया कि शम्सी सर ने कुछ सवाल पूछा था, कुछ बच्चों ने जवाब दिया, कुछ ने जवाब वहीं दिया, तो सर ने सभी बच्चों को दो-दो छड़ी मारा। मैंने देखा कि दो बच्ची को दांत लगा हुआ था, बार-बार बेहोश हो रही थी। मैं तुरंत बच्चियों को ऑफिस लेकर गया और दर्द कम करने वाला स्प्रे दिया। कुछ टैबलेट भी मंगवाया।
कुछ देर में बच्चों के माता-पिता को इसकी जानकारी हो गई। इस बीच मैंने लोकल डॉक्टर को बुलाया और सभी पीड़ित बच्चों को दर्द कम करने का इंजेक्शन दिलवा दिया। इसके बाद भी मैंने नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से एक मेडिकलकर्मी महिला को बुलाया, जिन्होंने बच्चियों को देखा और बताया कि सभी बच्चियां ठीक हैं, नॉर्मल हैं।
स्कूल के पास ही बीडीओ आए थे, वे भी स्कूल आ गए
देवेंद्र कुमार ने बताया कि मामले के बाद स्कूल का शैक्षणिक माहौल खराब हो गया है। घटना के दौरान पास में ही बीडीओ साहब आए थे, उन्हें भी मामले की जानकारी मिल गई। बीडीओ सर ने सभी ग्रामीणों से बात की और मामले को शांत कराया। बीडीओ ने सभी लोगों को आश्वसन दिया कि जिस शिक्षक से ये गलती हुई है, उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
मैंने भी अपनी ओर से आरोपी शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को चिट्ठी लिखी और एक कॉपी प्रखंड विकास पदाधिकारी को भी उपलब्ध कराया। किसी भी परिस्थिति में बच्चों पर न तो हाथ उठाना है, न छड़ी का प्रयोग करना है। जानकारी मिली है कि शिक्षक बच्चों से ही रोज छड़ी मंगवा लेते थे। मैंने भी आरोपी टीचर से बात की तो उन्होंने कहा कि बच्चे जवाब नहीं दे रहे थे, इसलिए उनकी पिटाई की है, लेकिन हल्के हाथों से। बाद में वे नमाज पढ़ने की बात कहकर चले गए और फिर उनका मोबाइल स्विचऑफ हो गया।