जर्मनी से फंड, हर धर्म की बच्चियां; लेकिन प्रार्थना ईसाई धर्म के अनुसार | 26 girls missing from Bhopal's children home | News 4 Social h3>
भोपालPublished: Jan 07, 2024 01:02:22 am
परवलिया के तारा सेवनिया में संचालित आंचल बालिका छात्रावास पंजीकृत नहीं था। महिला एवं बाल विकास विभाग से इसे मान्यता भी नहीं मिली थी। इस बालगृह का संचालक अनिल मैथ्यू नियम विरुद्ध इसे संचालित कर रहा था।
भोपाल. परवलिया के तारा सेवनिया में संचालित आंचल बालिका छात्रावास पंजीकृत नहीं था। महिला एवं बाल विकास विभाग से इसे मान्यता भी नहीं मिली थी। इस बालगृह का संचालक अनिल मैथ्यू नियम विरुद्ध इसे संचालित कर रहा था। आरोपियों पर मानव तस्करी के भी आरोप लगे हैं। यह बालगृह पूर्व में रेलवे चाइल्ड लाइन चलाने वाली संस्था संचालित कर रही थी। बालगृह जर्मनी के फंड पर संचालित हो रहा है।
चार प्रदेशों की बच्चियां
चाइल्ड इन स्ट्रीट सिचुऐशन से रेस्क्यू कर शेल्टर होम में लायी गयीं बच्चियां झारखंड, राजस्थान, गुजरात के अलावा मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा, बालाघाट, सीहोर और रायसेन की रहने वाले थीं। बालिकाएं गुपचुप ढंग से यहां रखी गयी थीं। आरोप है यहां बच्चियों से ईसाई धार्मिक प्रैक्टिस करवाई जा रही थी। बच्चियों की उम्र 6 साल से 18 साल के बीच है। बच्चियों में 3 मुस्लिम, 3 क्रिश्चियन और 35 हिंदू हैं।
सुरक्षा की अनदेखी
राज्य बाल आयोग की सदस्य निवेदिता शर्मा के अनुसार हॉस्टल के किचन में मांस मिला। हॉस्टल में कहीं भी सीसीटीवी कैमरे नहीं हैं। रात में 2 महिलाओं के अलावा 2 पुरुष गार्ड रहते हैं। जबकि, बच्चियों की सुरक्षा के लिए सिर्फ महिला गार्ड ही होना चाहिए।
लड्डू गोपाल की प्रतिमा विसर्जित कराई
निवेदिता शर्मा के अनुसार ‘निरीक्षण के दौरान एक बच्ची ने बताया कि मेरे साथ लड्डू गोपाल की प्रतिमा थी। लेकिन इसे विसर्जित करा दिया। शर्मा ने कहा-बच्चों को उनके धर्म और परिवार के प्रति उदासीन बना देना और यही सोच लेना कि फादर अनिल मैथ्यू जो कह रहे हैं, वही सही है, ये तो गलत ही है।Ó
………
क्या बोले नेता
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक्स पर लिखा-भोपाल के परवलिया थाना एरिया में बिना अनुमति संचालित बालगृह से 26 बालिकाओं के गायब होने का मामला मेरे संज्ञान में आया है। मामले की गंभीरता और संवेदनशीलता को देखते हुए सरकार से संज्ञान लेने और त्वरित कार्रवाई करने का आग्रह करता हूं।
प्रदेश के पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा, जब-जब भाजपा की सरकार रहती हंै, इस तरह के अवैध बाल संरक्षण गृह तेजी से उभरते हैं। धर्मांतरण के साथ-साथ मानव तस्करी का घिनौना खेल होता है। अनैतिक कार्यों की भरमार होती है। धर्म के नाम पर राजनीति भाजपा करती हैं, यह शर्मनाक है।
देहात पुलिस ने कही ये बात
बालगृह में करीब 76 बच्चियों का पंजीयन है, लेकिन मौके पर केवल 41 ही मिलीं। हालांकि, संस्था प्रबंधन ने कहा कि जो बच्चियां यहां नहीं हैं, वो अपने-अपने माता-पिता के पास चली गई हैं। पुलिस वेरिफिकेशन में 12 बच्चियां अपने घरों पर मौजूद मिलीं। शाम होते-होते सारी बच्चियों का वेरिफिकेशन हो गया। पुलिस ने 10 बच्चियां आदमपुर छावनी हरिपुरा, 13 बच्चियां अयोध्या बस्ती, 2 रूप नगर क्रेशर और एक बच्ची रायसेन से बरामद की है।
क्या बोले पुलिस अफसर
भोपाल देहात एसपी प्रमोद कुमार सिन्हा ने कहा कि कई बच्चियां इस तरह के बालिका गृह में पंजीयन कराती हैं। जब उनका यहां मन नहीं लगता तो वे अपने घरों को लौट जाती हैं। इस मामले में भी यही हुआ है।
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भोपालPublished: Jan 07, 2024 01:02:22 am
परवलिया के तारा सेवनिया में संचालित आंचल बालिका छात्रावास पंजीकृत नहीं था। महिला एवं बाल विकास विभाग से इसे मान्यता भी नहीं मिली थी। इस बालगृह का संचालक अनिल मैथ्यू नियम विरुद्ध इसे संचालित कर रहा था।
भोपाल. परवलिया के तारा सेवनिया में संचालित आंचल बालिका छात्रावास पंजीकृत नहीं था। महिला एवं बाल विकास विभाग से इसे मान्यता भी नहीं मिली थी। इस बालगृह का संचालक अनिल मैथ्यू नियम विरुद्ध इसे संचालित कर रहा था। आरोपियों पर मानव तस्करी के भी आरोप लगे हैं। यह बालगृह पूर्व में रेलवे चाइल्ड लाइन चलाने वाली संस्था संचालित कर रही थी। बालगृह जर्मनी के फंड पर संचालित हो रहा है।
चार प्रदेशों की बच्चियां
चाइल्ड इन स्ट्रीट सिचुऐशन से रेस्क्यू कर शेल्टर होम में लायी गयीं बच्चियां झारखंड, राजस्थान, गुजरात के अलावा मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा, बालाघाट, सीहोर और रायसेन की रहने वाले थीं। बालिकाएं गुपचुप ढंग से यहां रखी गयी थीं। आरोप है यहां बच्चियों से ईसाई धार्मिक प्रैक्टिस करवाई जा रही थी। बच्चियों की उम्र 6 साल से 18 साल के बीच है। बच्चियों में 3 मुस्लिम, 3 क्रिश्चियन और 35 हिंदू हैं।
सुरक्षा की अनदेखी
राज्य बाल आयोग की सदस्य निवेदिता शर्मा के अनुसार हॉस्टल के किचन में मांस मिला। हॉस्टल में कहीं भी सीसीटीवी कैमरे नहीं हैं। रात में 2 महिलाओं के अलावा 2 पुरुष गार्ड रहते हैं। जबकि, बच्चियों की सुरक्षा के लिए सिर्फ महिला गार्ड ही होना चाहिए।
लड्डू गोपाल की प्रतिमा विसर्जित कराई
निवेदिता शर्मा के अनुसार ‘निरीक्षण के दौरान एक बच्ची ने बताया कि मेरे साथ लड्डू गोपाल की प्रतिमा थी। लेकिन इसे विसर्जित करा दिया। शर्मा ने कहा-बच्चों को उनके धर्म और परिवार के प्रति उदासीन बना देना और यही सोच लेना कि फादर अनिल मैथ्यू जो कह रहे हैं, वही सही है, ये तो गलत ही है।Ó
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क्या बोले नेता
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक्स पर लिखा-भोपाल के परवलिया थाना एरिया में बिना अनुमति संचालित बालगृह से 26 बालिकाओं के गायब होने का मामला मेरे संज्ञान में आया है। मामले की गंभीरता और संवेदनशीलता को देखते हुए सरकार से संज्ञान लेने और त्वरित कार्रवाई करने का आग्रह करता हूं।
प्रदेश के पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा, जब-जब भाजपा की सरकार रहती हंै, इस तरह के अवैध बाल संरक्षण गृह तेजी से उभरते हैं। धर्मांतरण के साथ-साथ मानव तस्करी का घिनौना खेल होता है। अनैतिक कार्यों की भरमार होती है। धर्म के नाम पर राजनीति भाजपा करती हैं, यह शर्मनाक है।
देहात पुलिस ने कही ये बात
बालगृह में करीब 76 बच्चियों का पंजीयन है, लेकिन मौके पर केवल 41 ही मिलीं। हालांकि, संस्था प्रबंधन ने कहा कि जो बच्चियां यहां नहीं हैं, वो अपने-अपने माता-पिता के पास चली गई हैं। पुलिस वेरिफिकेशन में 12 बच्चियां अपने घरों पर मौजूद मिलीं। शाम होते-होते सारी बच्चियों का वेरिफिकेशन हो गया। पुलिस ने 10 बच्चियां आदमपुर छावनी हरिपुरा, 13 बच्चियां अयोध्या बस्ती, 2 रूप नगर क्रेशर और एक बच्ची रायसेन से बरामद की है।
क्या बोले पुलिस अफसर
भोपाल देहात एसपी प्रमोद कुमार सिन्हा ने कहा कि कई बच्चियां इस तरह के बालिका गृह में पंजीयन कराती हैं। जब उनका यहां मन नहीं लगता तो वे अपने घरों को लौट जाती हैं। इस मामले में भी यही हुआ है।