जयपुर में कांस्टेबल की जमकर धुनाई, पुलिसकर्मी ने किया युवक का अपहरण और मांगी 50 हजार की फिरोती, जानिए फिर आगे क्या हुआ ?
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घर के बाहर से उठाया अनमोल को
घटना कानोता थाना इलाके की है। खोह नागोरियान इलाके में स्थित राजेन्द्र नगर में रहने वाले अनमोल नाम के युवक का घर के बाहर से अपहरण किया गया था। एक कार में सवार तीन लोगों ने अपहरण किया जिनमें एक पुलिसकर्मी भी शामिल था। तीन आरोपी अनमोल को सुनसान इलाके में ले गए और उसके साथ मारपीट की। बाद में परिजनों को कॉल करके 50 हजार रुपए की फिरौती मांगी। परिजनों ने फिरौती देने के लिए अपहरणकर्ताओं को रिंगरोड़ की तरफ बुलाया। जैसे ही फिरौती लेने के लिए तीन आरोपी रिंग रोड़ पहुंचे तो परिजनों ने पुलिसकर्मी सहित तीनों को घेर लिया और जमकर पिटाई शुरू कर दी। बाद में स्थानीय पुलिस को मौके पर बुलाया गया।
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पुलिस ने रफा दफा किया मामला
घटना 28 मार्च की है लेकिन किसी भी पक्ष की ओर से कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है। चूंकि अपहरण और फिरौती मांगने के मामले में एक पुलिसकर्मी शामिल था। ऐसे में पुलिस ने पूरे मामले को रफा दफा कर दिया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि किसी भी पक्ष की ओर से थाने में रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई गई है। स्थानीय लोगों ने समझाइस की तो दोनों पक्षों के बीच विवाद का विषय आपसी बातचीत के बाद खत्म कर दिया गया। वायरल मीडिया में लहूलुहान पुलिसकर्मी नजर आ रहा है और कुछ लोग लगातार उसकी पिटाई भी करते दिख रहे हैं।
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जज की सुरक्षा में तैनात था कांस्टेबल
जिस पुलिसकर्मी ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर अनमोल का अपहरण किया, उसका नाम शैलेंद्र सिंह बताया जा रहा है। वह जयपुर कमिश्नरेट के गांधी नगर थाने में तैनात है। गांधी नगर थाना प्रभारी सुरेन्द्र यादव का कहना शैलेन्द्र सिंह एक न्यायिक अधिकारी की सुरक्षा में तैनात है। वह पिछले कुछ दिनों ने बिना बताए गैर हाजिर चल रहा है। ऐसे में शिकायत मिलने पर उच्च अधिकारियों ने शैलेंद्र सिंह को न्यायिक अधिकारी की सुरक्षा से हटाकर पुलिस लाइन भेज दिया। घायल शैलेन्द्र सिंह का इलाज चल रहा है। रिपोर्ट – रामस्वरूप लामरोड़
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