जगराओं नगर कौंसिल में राजनीतिक खींचतान: पार्षदों की आपसी लड़ाई से विकास कार्य ठप, पूर्व वाइस प्रधान की एकजुटता अपील – Jagraon News

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जगराओं नगर कौंसिल में राजनीतिक खींचतान:  पार्षदों की आपसी लड़ाई से विकास कार्य ठप, पूर्व वाइस प्रधान की एकजुटता अपील – Jagraon News
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जगराओं नगर कौंसिल में राजनीतिक खींचतान: पार्षदों की आपसी लड़ाई से विकास कार्य ठप, पूर्व वाइस प्रधान की एकजुटता अपील – Jagraon News

पूर्व सीनियर वाइस प्रधान दविंदरजीत सिंह सिद्धू।

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लुधियाना जिले के जगराओं शहर की बदहाल सड़कों और रुके विकास कार्यों को लेकर पार्षद पति और पूर्व सीनियर वाइस प्रधान दविंदरजीत सिंह सिद्धू ने सोशल मीडिया पर नेताओं को आइना दिखाया। उन्होंने पोस्ट डालकर गुटबाजी और पार्टीबाजी छोड़कर एक मंच पर आने की अपील की

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पार्षद अपनी-अपनी पार्टी में रहे

सिद्धू ने लिखा कि शहर के लोगों ने पार्षदों को विकास के लिए चुना है, लेकिन आपसी खींचतान और निजी स्वार्थों के कारण शहर का विकास रुक गया है। उन्होंने कहा कि सभी पार्षद अपनी-अपनी पार्टी में रहे, लेकिन निजी स्वार्थ छोड़कर शहर के हित में एकजुट हो।

कांग्रेस के 17 पार्षदों के साथ कब्जा

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जानकारी के अनुसार जगराओं नगर कौंसिल में कांग्रेस के 17 पार्षदों के साथ कब्जा किया था। पार्टी ने बेदाग पार्षद जतिंदरपाल राना को कौंसिल प्रधान बनाया था। राना ने पद संभालते ही भ्रष्टाचार पर लगाम लगाई, वही बनी हुई व रिपेयर वाली सड़कों को फिर से नई सड़कें बनाने से रोक दिया। प्रधान के फैसले से कुछ कांग्रेस पार्षद नाराज हो गए। पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद इन नाराज पार्षदों ने राना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।

पास हुए प्रोजेक्ट भी रोक दिए

वहीं विकास कार्यों को लेकर शिकायतें की गई। पास हुए प्रोजेक्ट रोक दिए गए। इसके बाद राना को कुर्सी से हटाने की कोशिशें शुरू हुईं। कभी रिक्विजिशन दी गई, तो कभी सरकार को शिकायत भेजी गई। अंततः सरकार के अधिकारियों ने राना को पद से हटा भी दिया। लेकिन राना ने हाईकोर्ट में इंसाफ की गुहार लगाई। कोर्ट ने उन्हें बहाल कर दिया। इसके बाद भी विरोधी पार्षद शांत नहीं हुए।

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प्रधान पर कब्जा करवाने का आरोप

उन्होंने पहले प्रैस में कौंसिल प्रधान पर अवैध कब्जा करवाने का आरोप लगाया। फिर अपने करीबी से शिकायत करवाई कि राना ने अवैध कब्जा करवाया है, लेकिन सरकार ने गहराई से जांच के बाद राना को क्लीन चिट दे दी। इसके बाद राना ने अपने गुट के पार्षदों के साथ विकास कार्यों पर चर्चा शुरू की। इतना ही नही शहर के 23 वार्डों में एक एक गली की जांच शुरू कर दी, ताकि का विकास हो सके।

सिद्धू की पोस्ट से नई बहस शुरू

आजाद महिला पार्षद के पति दविंदरजीत सिंह सिद्धू ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर सभी पार्षदों से गुटबाजी खत्म कर शहर के विकास के लिए एक मंच पर आने की अपील कर शहर में भूचाल ला दिया। शहर के लोगों को भी पता चल गया कि शहर का विकास पार्षदों की गुटबाजी से रुका है। उन्होंने लिखा कि टूटी सड़कों और अधूरे कामों को पूरा करने के लिए सभी को साथ आना होगा। उनकी इस पोस्ट से शहर की राजनीति में नई बहस शुरू हो गई है।

वही शहर के विकास को लेकर जब कौंसिल प्रधान से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि पहले की तरह ईमानदारी से शहर का विकास होगा। वह अपनी तरफ से 23 वार्डों के विकास कार्यों के प्रस्ताव लेकर आएंगे, ताकि पूरे शहर का विकास हो सके।

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