छात्रों को बड़े सपने देखने के लिए प्रोत्साहित करें: उप महानिदेशक ने क्षमता निर्माण के महत्व पर दिया जोर, कृषि विवि में ‘गुरु दक्षता’ उद्घाटन समारोह – Samastipur News h3>
कार्यक्रम का उद्घाटन करते उपनिदेशक और कुलपति।
समस्तीपुर में डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा में नवनियुक्त फैकल्टी सदस्यों के लिए एक महीने के फैकल्टी इंडक्शन प्रोग्राम ‘गुरु दक्षता’ का उद्घाटन समारोह आयोजित हुआ। कार्यक्रम का उद्देश्य फैकल्टी में कौशल और ज्ञान को बढ़ाना है।
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उप महानिदेशक (शिक्षा) आईसीएआर, नई दिल्ली डॉ. आरसी अग्रवाल ने उच्च शिक्षा संस्थानों में संकाय सदस्यों के लिए क्षमता निर्माण के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि किसी भी विश्वविद्यालय की रीढ़ अच्छी मानव शक्ति होती है। डॉ. अग्रवाल ने संकाय सदस्यों से आग्रह किया कि वे शिक्षण के प्रति सहानुभूति के साथ दृष्टिकोण अपनाएं और छात्रों को बड़े सपने देखने के लिए प्रोत्साहित करें।
आरएयू पूसा के पूर्व कुलपति डॉ. आरके मित्तल ने नव नियुक्त संकाय सदस्यों को बधाई दी और कहा कि विश्वविद्यालय का झंडा अब उनके हाथों में है। डॉ. मित्तल ने उन्हें विश्वविद्यालय को एक विश्व स्तरीय वैश्विक संस्थान बनाने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम में शामिल लोग।
नियुक्ति में शामिल कठोर चयन प्रक्रिया पर प्रकाश डाला
डॉ. पुन्यव्रत सुविमलेंदु पांडे, कुलपति, डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में संकाय सदस्यों की नियुक्ति में शामिल कठोर चयन प्रक्रिया पर प्रकाश डाला। उन्होंने जोर दिया कि विश्वविद्यालय ने देश भर से प्रतिभाशाली दिमागों का चयन किया है और गुरु दक्षता कार्यक्रम उन्हें सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में 22 राज्यों के 89 संकाय सदस्य भाग ले रहे हैं, जो विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय एकता और विविधता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उल्लेखनीय है कि भाग लेने वाले संकाय सदस्यों में से 39 महिलाएं हैं, जो विश्वविद्यालय के लिंग समावेश पर जोर को दर्शाता है।
कार्यक्रम को संबोधित करते अतिथि।
क्षमता निर्माण और संकाय विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम
विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. मृत्युंजय कुमार ने कहा कि गुरु दक्षता कार्यक्रम का उद्देश्य संकाय सदस्यों को उनके संबंधित क्षेत्रों में नवीनतम ज्ञान और कौशल से लैस करना है।
फैकल्टी इंडक्शन कोर्स के निदेशक डॉ. रामदत्त ने कहा कि विश्वविद्यालय को विश्वास है कि यह कार्यक्रम संकाय सदस्यों पर सकारात्मक प्रभाव डालेगा और अंततः छात्रों और कृषि समुदाय को बड़े पैमाने पर लाभान्वित करेगा। कुल मिलाकर, गुरु दक्षता कार्यक्रम डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय में क्षमता निर्माण और संकाय विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
87 व्याख्यान दिए जाएंगे
इस कार्यक्रम में शैक्षणिक, अनुसंधान और उद्योग के प्रतिष्ठित विशेषज्ञों की ओर से 87 व्याख्यान दिए जाएंगे। जिनमें शिक्षा शास्त्र, अनुसंधान, बौद्धिक संपदा अधिकार, कॉपीराइट, प्रशासन, वित्त और अन्य विषयों को शामिल किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त, संकाय सदस्य कृषि विज्ञान केंद्रों (केवीके) और अनुसंधान केंद्रों का दौरा करेंगे, ताकि उनके कामकाज का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया जा सके। कार्यक्रम के दौरान मंच संचालन डॉ. अंजनी कुमारी ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन डॉ ऋतंभरा ने किया।
कार्यक्रम के दौरान निदेशक प्रसार डॉ. मयंक राय, डीन बेसिक साइंस डॉ अमरेश चंद्रा , डीन इंजीनियरिंग डॉक्टर राम सुरेश वर्मा, डीन कम्युनिटी साइंस डॉ उषा सिंह, निदेशक शिक्षा डॉ. उमाकांत बेहरा, पुस्तकालय अध्यक्ष डॉ. राकेश मणि शर्मा, डॉ. शिवपूजन सिंह समेत विभिन्न शिक्षक एवं वैज्ञानिक उपस्थित रहे।