छपरा हिंसा पर राजीव प्रताप रूडी बोले- सेल्फ डिफेंस में चली गोलियां, प्रताड़ित हो रहे बेकसूर लोग h3>
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छपरा में हुई हिंसा के बाद अब जमकर राजनीतिक बयानबाजी हो रही है। निवर्तमान सांसद व भाजपा प्रत्याशी राजीव प्रताप रूडी ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि इस मामले में निर्दोषों को फंसाया जा रहा है। वारदात के दिन घटना होने के बाद भी प्रशासन मौन रहा और किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गयी जिसका नतीजा मंगलवार की घटना है। मंगलवार को बयान जारी कर रूडी ने कहा कि उन्हें सूचना मिली है कि निर्दोष रामाकांत सिंह के घर पर 500 से 600 लोगों ने हमला बोलकर रोड़ेबाजी की। इस दौरान आत्मरक्षार्थ (सेल्फ डिफेंस) उक्त स्थल पर फायरिंग की गयी है।
उन्होंने कहा कि साल 1996, 1999, 2004, 2009 का चुनाव इसका उदाहरण है। राजद और उनके समर्थकों की मनोवृति यही रही है। यही कारण है कि साल 2004 में देश में एक छपरा लोकसभा क्षेत्र ही ऐसा था जहां सभी बूथों पर पुर्नमतदान कराया गया था। रूडी ने कहा कि शुरू से ही मतदान ठीक चल रहा था, जिसकी भनक मिलते ही राजद के लोग व प्रत्याशी के समर्थक बौखला गये। प्रत्याशी के द्वारा घूम-घूम कर मतदाताओं को धमकाने का अभियान शुरू किया जो अंततः हत्या के रूप में दिखा। उन्होंने कहा कि बेकसूर लोगों को गिरफ्तार किया जाता है और जो असल अपराधी किस्म के लोग हैं वे बच जाते है। इस मामले शिकायत चुनाव आयोग में कर दी गई है।
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उन्होंने चुनाव आयोग से मांग की है कि इसकी जांच कराते हुए अविलम्ब शांतिपूर्ण स्थिति बहाल की जाए। इसका निर्णय चुनाव आयोग करेगा। रूडी ने मुख्य सचिव व गृह सचिव से भी इस बारे में बात की। रूडी ने भारतीय जनता पार्टी के लीगल सेल के एसडी संजय से भी बात की। रूडी ने कहा कि ऐसा माना गया है कि उसी घटना को लेकर के माहौल बिगड़ता चला गया और जमावड़ा होने लगा और पत्थरबाजी वगैरह होती रही। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन को भी इस बात की जानकारी थी लेकिन किसी ने कार्रवाई नहीं की।
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घटनास्थल पर पहुंची फॉरेंसिक लैब की टीम
घटना की जांच के लिए फॉरेंसिक लैब की टीम भिखारी ठाकुर चौक पर पहुंची व वहां से कुछ सैंपल इकट्ठा कर जांच के लिए अपने साथ मुजफ्फरपुर ले गयी। एसपी ने बताया कि इस घटना की जांच के लिए एफएलसी की टीम आई थी।
एसपी ने टाउन थानेदार को लाइन हाजिर किया
फायरिंग की घटना में लापरवाही बरतने के आरोप में एसपी डॉ गौरव मंगला ने टाउन थाना इंस्पेक्टर अश्वनी कुमार तिवारी को लाइन हाजिर कर दिया है। एसपी ने बताया कि प्रथम दृष्टया लापरवाही पाई गई है। इसी को देखते हुए उन्हें लाइन हाजिर किया गया है। उनके प्रभार में अन्य पुलिस पदाधिकारी को थानेदार की कमान देने के लिए चुनाव आयोग को प्रस्ताव भेजा गया है।
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सारण की घटना पर लालू प्रसाद ने डीएम व एसपी से की बात
छपरा। राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने सारण के एसपी व डीएम से बारी-बारी से बात की। उन्होंने एसपी से घटना को अंजाम देने वाले दोषियों को चिह्नित कर उनके खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया। इधर डीएम से भी उन्होंने अनुरोध करते हुए कहा कि इस मामले की स्वच्छ तरीके से जांच करने के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाये।
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छपरा में हुई हिंसा के बाद अब जमकर राजनीतिक बयानबाजी हो रही है। निवर्तमान सांसद व भाजपा प्रत्याशी राजीव प्रताप रूडी ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि इस मामले में निर्दोषों को फंसाया जा रहा है। वारदात के दिन घटना होने के बाद भी प्रशासन मौन रहा और किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गयी जिसका नतीजा मंगलवार की घटना है। मंगलवार को बयान जारी कर रूडी ने कहा कि उन्हें सूचना मिली है कि निर्दोष रामाकांत सिंह के घर पर 500 से 600 लोगों ने हमला बोलकर रोड़ेबाजी की। इस दौरान आत्मरक्षार्थ (सेल्फ डिफेंस) उक्त स्थल पर फायरिंग की गयी है।
उन्होंने कहा कि साल 1996, 1999, 2004, 2009 का चुनाव इसका उदाहरण है। राजद और उनके समर्थकों की मनोवृति यही रही है। यही कारण है कि साल 2004 में देश में एक छपरा लोकसभा क्षेत्र ही ऐसा था जहां सभी बूथों पर पुर्नमतदान कराया गया था। रूडी ने कहा कि शुरू से ही मतदान ठीक चल रहा था, जिसकी भनक मिलते ही राजद के लोग व प्रत्याशी के समर्थक बौखला गये। प्रत्याशी के द्वारा घूम-घूम कर मतदाताओं को धमकाने का अभियान शुरू किया जो अंततः हत्या के रूप में दिखा। उन्होंने कहा कि बेकसूर लोगों को गिरफ्तार किया जाता है और जो असल अपराधी किस्म के लोग हैं वे बच जाते है। इस मामले शिकायत चुनाव आयोग में कर दी गई है।
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उन्होंने चुनाव आयोग से मांग की है कि इसकी जांच कराते हुए अविलम्ब शांतिपूर्ण स्थिति बहाल की जाए। इसका निर्णय चुनाव आयोग करेगा। रूडी ने मुख्य सचिव व गृह सचिव से भी इस बारे में बात की। रूडी ने भारतीय जनता पार्टी के लीगल सेल के एसडी संजय से भी बात की। रूडी ने कहा कि ऐसा माना गया है कि उसी घटना को लेकर के माहौल बिगड़ता चला गया और जमावड़ा होने लगा और पत्थरबाजी वगैरह होती रही। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन को भी इस बात की जानकारी थी लेकिन किसी ने कार्रवाई नहीं की।
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एसपी ने टाउन थानेदार को लाइन हाजिर किया
फायरिंग की घटना में लापरवाही बरतने के आरोप में एसपी डॉ गौरव मंगला ने टाउन थाना इंस्पेक्टर अश्वनी कुमार तिवारी को लाइन हाजिर कर दिया है। एसपी ने बताया कि प्रथम दृष्टया लापरवाही पाई गई है। इसी को देखते हुए उन्हें लाइन हाजिर किया गया है। उनके प्रभार में अन्य पुलिस पदाधिकारी को थानेदार की कमान देने के लिए चुनाव आयोग को प्रस्ताव भेजा गया है।
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