छत पर सूख रहे कपड़े लाने गए दंपती पर वज्रपात, पत्नी की मौत
बरौनी, निज संवाददाता। फुलवड़िया थाना क्षेत्र के बरौनी नगर परिषद वार्ड नं. तीन स्थित शांतिनगर में मंगलवार को मेघ गर्जन होते देख वर्षा की आशंका को लेकर छत पर सूख रहे कपड़े लाने गए दंपती पर वज्रपात होने से पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई जबकि उक्त महिला का पति घायल हो गया। पुलिस ने बताया कि मृतका की पहचान फुलवड़िया शांतिनगर निवासी मो.हितली की 24 वर्षीया पत्नी फरजाना खातून के रूप में हुई है। वहीं, मृतका का पति 27 वर्षीय मो.हितली भी गंभीर रूप से घायल होकर बेहोश हो गया। घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। जानकारी मिलते ही थानाध्यक्ष दिवाकर कुमार ने दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर मृतका के शव को पोस्टमार्टम के लिए बेगूसराय भेज दिया। जानकारी के मुताबिक फरजाना खातून व उसका पति मंगलवार की सुबह करीब 9 बजे मूसलाधार बारिश शुरू होते ही अपने घर की छत पर सूख रहे कपड़े लाने गए थे। इसी दौरान अचानक तेज़ बारिश के साथ आसमानी बिजली छत पर गिरी और फरजाना खातून वज्रपात की चपेट में आ गई। इससे उसकी मौत मौके पर ही हो गई। जबकि, उसके साथ मौजूद पति मो.हितली आसमानी बिजली की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल होने के बाद छत पर ही बेहोश होकर गिर गया। घटना के बाद पड़ोसी दौड़ कर जब पहुंचे तो तब तक फरजाना खातून की मौत हो चुकी थी और पति घायल होकर बेहोश पड़ा हुआ था। आनन फानन में घायल युवक को इलाज के लिए बरौनी के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। मृतका दो मासूम बच्चे 5 वर्षीया पुत्री सिम्मी परवीन व एक पुत्र तीन वर्षीय मो. बादल को अपने पीछे छोड़ गई है। वहीं, घटना की जानकारी मिलते ही मृतका के परिवार के अन्य लोग भी मौके पर पहुंच गए। इसके बाद चीख-पुकार शुरू होने से माहौल ग़मगीन हो गया। स्कूल के बगल में ठनका गिरने से मची अफरातफरी बीहट नगर परिषद क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय हिंदी, ठकुरीचक का मामला विद्यालय के बिजली आधारित सभी उपक्रम क्षतिग्रस्त गढ़हरा (बरौनी), एक संवाददाता। मंगलवार की सुबह हुई तेज बारिश के दौरान बरौनी प्रखंड अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय हिंदी, ठकुरीचक के पास बिजली के पोल पर ठनका गिरने से अफरातफरी मच गई। आकस्मिक आपदा की इस घटना के दौरान विद्यालय में बड़ी संख्या में बच्चे मौजूद थे। ठनका की तेज आवाज सुन अनहोनी की आशंका से स्थानीय लोग भी भयभीत हो गए। तेज आवाज होने से स्कूली बच्चे व शिक्षक सहम गए। वज्रपात के दौरान आग की लपट बिजली तार के साथ दो मंजिला के उपर वाले कमरे में वेंटिलेटर से प्रवेश कर गई। डर से बच्चे इधर-उधर भागने लगे। इस दौरान कक्षा पांच के तीन बच्चों पर ठनका का आंशिक असर हुआ। ठकुरीचक निवासी रामानुज राम व मुन्नी देवी के पुत्र विवेक कुमार के पैर में झटका का असर हुआ। उसने बताया कि पंखा से जुड़ा बिजली तार अचानक टूटकर नीचे उसके पैर में लपटा गया। भागने के क्रम में वह गिर गया। वहीं, हाजीपुर गांव निवासी दो लड़कियों की अंगुलियों में करंट के झटका का आंशिक असर हुआ। घटना के बाद देर तक स्कूल में अफरातफरी मची रही। इस संबंध में प्रभारी एचएम संध्या कुमारी ने बताया कि वज्रपात के असर से स्कूल के सभी कमरों में लगे पंखे समेत बिजली तार आदि क्षतिग्रस्त हो गए हैं। कुछ बच्चों पर आंशिक असर हुआ है। शेष सभी सुरक्षित हैं। विद्यालयों में हो वज्रपात से सुरक्षा की व्यवस्था, लगाए जाएं तड़ित चालक गढ़हरा (बरौनी), एक संवाददाता। ठकुरीचक विद्यालय के समीप हुई इस घटना के बाद स्थानीय बुद्धिजीवियों का मानना है कि सभी विद्यालयों में वज्रपात से सुरक्षा के लिए व्यवस्था की जानी चाहिए। विद्यालयों में तड़ित चालक लगाना अनिवार्य कर दिया जाना चाहिए। वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि पुराने समय में ताड़ का पेड़ ही प्राकृतिक तड़ित चालक का काम करता था। इससे आम जनमानस की भी रक्षा होती थी। वर्षों पूर्व ठनका बहुत कम गिरता था। विज्ञान शिक्षक मो. खालिद सैफुल्लाह रहमानी, सुधीर कुमार वर्मा, अल्पना आदि का मानना है कि अब तो बारिश होने पर कई जगहों पर ठनका जरूर गिरता है। ठनका के बारे में वैज्ञानिक नित्य नई खोज कर रहे हैं। इससे बचाव व सुरक्षा को लेकर जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। आज भी हर बिल्डिंग या अन्य ऊंचे कल-कारखानों आदि पर वैज्ञानिक दृष्टिकोण से वज्रपात से बचने के लिए तड़ित चालक का इस्तेमाल किया जाता है। प्रकृति के साथ छेड़छाड़ होने से असंतुलित वातावरण में आए दिन ऐसी घटनाएं हो रही हैं।
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बरौनी, निज संवाददाता। फुलवड़िया थाना क्षेत्र के बरौनी नगर परिषद वार्ड नं. तीन स्थित शांतिनगर में मंगलवार को मेघ गर्जन होते देख वर्षा की आशंका को लेकर छत पर सूख रहे कपड़े लाने गए दंपती पर वज्रपात होने से पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई जबकि उक्त महिला का पति घायल हो गया। पुलिस ने बताया कि मृतका की पहचान फुलवड़िया शांतिनगर निवासी मो.हितली की 24 वर्षीया पत्नी फरजाना खातून के रूप में हुई है। वहीं, मृतका का पति 27 वर्षीय मो.हितली भी गंभीर रूप से घायल होकर बेहोश हो गया। घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। जानकारी मिलते ही थानाध्यक्ष दिवाकर कुमार ने दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर मृतका के शव को पोस्टमार्टम के लिए बेगूसराय भेज दिया। जानकारी के मुताबिक फरजाना खातून व उसका पति मंगलवार की सुबह करीब 9 बजे मूसलाधार बारिश शुरू होते ही अपने घर की छत पर सूख रहे कपड़े लाने गए थे। इसी दौरान अचानक तेज़ बारिश के साथ आसमानी बिजली छत पर गिरी और फरजाना खातून वज्रपात की चपेट में आ गई। इससे उसकी मौत मौके पर ही हो गई। जबकि, उसके साथ मौजूद पति मो.हितली आसमानी बिजली की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल होने के बाद छत पर ही बेहोश होकर गिर गया। घटना के बाद पड़ोसी दौड़ कर जब पहुंचे तो तब तक फरजाना खातून की मौत हो चुकी थी और पति घायल होकर बेहोश पड़ा हुआ था। आनन फानन में घायल युवक को इलाज के लिए बरौनी के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। मृतका दो मासूम बच्चे 5 वर्षीया पुत्री सिम्मी परवीन व एक पुत्र तीन वर्षीय मो. बादल को अपने पीछे छोड़ गई है। वहीं, घटना की जानकारी मिलते ही मृतका के परिवार के अन्य लोग भी मौके पर पहुंच गए। इसके बाद चीख-पुकार शुरू होने से माहौल ग़मगीन हो गया। स्कूल के बगल में ठनका गिरने से मची अफरातफरी बीहट नगर परिषद क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय हिंदी, ठकुरीचक का मामला विद्यालय के बिजली आधारित सभी उपक्रम क्षतिग्रस्त गढ़हरा (बरौनी), एक संवाददाता। मंगलवार की सुबह हुई तेज बारिश के दौरान बरौनी प्रखंड अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय हिंदी, ठकुरीचक के पास बिजली के पोल पर ठनका गिरने से अफरातफरी मच गई। आकस्मिक आपदा की इस घटना के दौरान विद्यालय में बड़ी संख्या में बच्चे मौजूद थे। ठनका की तेज आवाज सुन अनहोनी की आशंका से स्थानीय लोग भी भयभीत हो गए। तेज आवाज होने से स्कूली बच्चे व शिक्षक सहम गए। वज्रपात के दौरान आग की लपट बिजली तार के साथ दो मंजिला के उपर वाले कमरे में वेंटिलेटर से प्रवेश कर गई। डर से बच्चे इधर-उधर भागने लगे। इस दौरान कक्षा पांच के तीन बच्चों पर ठनका का आंशिक असर हुआ। ठकुरीचक निवासी रामानुज राम व मुन्नी देवी के पुत्र विवेक कुमार के पैर में झटका का असर हुआ। उसने बताया कि पंखा से जुड़ा बिजली तार अचानक टूटकर नीचे उसके पैर में लपटा गया। भागने के क्रम में वह गिर गया। वहीं, हाजीपुर गांव निवासी दो लड़कियों की अंगुलियों में करंट के झटका का आंशिक असर हुआ। घटना के बाद देर तक स्कूल में अफरातफरी मची रही। इस संबंध में प्रभारी एचएम संध्या कुमारी ने बताया कि वज्रपात के असर से स्कूल के सभी कमरों में लगे पंखे समेत बिजली तार आदि क्षतिग्रस्त हो गए हैं। कुछ बच्चों पर आंशिक असर हुआ है। शेष सभी सुरक्षित हैं। विद्यालयों में हो वज्रपात से सुरक्षा की व्यवस्था, लगाए जाएं तड़ित चालक गढ़हरा (बरौनी), एक संवाददाता। ठकुरीचक विद्यालय के समीप हुई इस घटना के बाद स्थानीय बुद्धिजीवियों का मानना है कि सभी विद्यालयों में वज्रपात से सुरक्षा के लिए व्यवस्था की जानी चाहिए। विद्यालयों में तड़ित चालक लगाना अनिवार्य कर दिया जाना चाहिए। वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि पुराने समय में ताड़ का पेड़ ही प्राकृतिक तड़ित चालक का काम करता था। इससे आम जनमानस की भी रक्षा होती थी। वर्षों पूर्व ठनका बहुत कम गिरता था। विज्ञान शिक्षक मो. खालिद सैफुल्लाह रहमानी, सुधीर कुमार वर्मा, अल्पना आदि का मानना है कि अब तो बारिश होने पर कई जगहों पर ठनका जरूर गिरता है। ठनका के बारे में वैज्ञानिक नित्य नई खोज कर रहे हैं। इससे बचाव व सुरक्षा को लेकर जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। आज भी हर बिल्डिंग या अन्य ऊंचे कल-कारखानों आदि पर वैज्ञानिक दृष्टिकोण से वज्रपात से बचने के लिए तड़ित चालक का इस्तेमाल किया जाता है। प्रकृति के साथ छेड़छाड़ होने से असंतुलित वातावरण में आए दिन ऐसी घटनाएं हो रही हैं।