चौदह वार्डों के 7522 वोटर तय करेंगे सेदहां पंचायत का मुखिया
उपचुनाव
28 दिसंबर को होने वाले मतदान के लिए 14 बूथ बनाये गये
पिछले आम चुनाव में कांटे के मुकाबले में छह मतों ही हार-जीत
पीरो, संवाद सूत्र।
पीरो अनुमंडल के तरारी प्रखंड की सेदहां पंचायत के 14 वार्डों में बनाये गये 14 बूथों पर मुखिया पद के लिए 28 दिसंबर को होने वाले उपचुनाव में 7522 वोटर मतदान करेंगे। निर्वाची पदाधिकारी सह बीडीओ अशोक कुमार जिज्ञासु ने सभी 14 बूथों का निरीक्षण कर लिया है। मतदान के लिये बूथों को उपयुक्त बताते हुए जिला प्रशासन को रिपोर्ट भेज दी है, लेकिन सेदहां पंचायत की वार्ड संख्या तीन और चार में मनरेगा भवन के अलावा आंगनबाड़ी केन्द्र में मतदान केन्द्र बनाया गया है।
सवर्ण वोटर ही तय करते हैं पंचायत का मुखिया
एक अनुमान के अनुसार सेदहां पंचायत में राजपूत, यादव, नोनिया, पासवान, दलित, पासी, मुस्लिम, कहार,महतो और वैश्य के अलावा अन्य जातियां भी हैं। मुखिया का पद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। ऐसे में सवर्ण वोटर मुखिया पद के उम्मीदवार की जीत-हार में अहम भूमिका निभाते हैं। अभी से ही स्वर्ण वोटर अलग-अलग प्रत्याशियों की मदद में जुट गये हैं।
उम्र छिपाने से गंवाना पड़ा था मुखिया का पद
राज्य निर्वाचन आयोग ने उम्र छिपाने के चलते 2021 में विजेता अक्षय कुमार को मुखिया पद से अपदस्थ कर दिया था। दूसरे स्थान पर रहे दीपक कुमार ने 24 अक्टूबर 2021 को राज्य निर्वाचन आयोग का दरवाजा खटखटाया और 14 जुलाई 2023 को राज्य निर्वाचन आयोग ने अक्षय कुमार को अपदस्थ कर दिया। इसके पूर्व अक्षय कुमार 22 अक्टूबर 2021 को कांटे के मुकाबले में छह मतों के अंतर से दीपक कुमार को हरा पंचायत के मुखिया बने थे। हालांकि तब अक्षय की उम्र मुखिया का चुनाव लड़ने के लिए निर्धारित 21 वर्ष से कम थी और उन्होंने गलत दस्तावेज जमा कर उम्र छिपायी थी।
शौचालय व मनरेगा की योजनाओं में काम चुनावी मुद्दे
सेदहां पंचायत के गांवों में शौचालय की राशि का लाभ मिलने के बाद भी अधिकतर लोग खुले में ही सड़क पर शौच कर रहे हैं। पंचायत का प्रमुख गांव सेदहां भी इससे अछूता नहीं है। मनरेगा की योजनाओं में सेदहां पंचायत के पंजीकृत मजदूरों को काम नहीं मिल पाया है। ऐसे में मनरेगा की योजनाओं में काम और सामुदायिक शौचालय का निर्माण चुनावी मुद्दा बन सकते हैं। 2021 के चुनाव में मुखिया पद के लिए अक्षय कुमार, कृष्णा कुमार, बृजभार राम, दीपक कुमार, जैनु राम और रामजी राम उम्मीदवार थे। इनमें अक्षय कुमार ने चुनाव जीत लिया था और तब ही उम्र कम होने का आरोप लगा था।
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यह हिन्दुस्तान अखबार की ऑटेमेटेड न्यूज फीड है, इसे लाइव हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है।
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28 दिसंबर को होने वाले मतदान के लिए 14 बूथ बनाये गये
पिछले आम चुनाव में कांटे के मुकाबले में छह मतों ही हार-जीत
पीरो, संवाद सूत्र।
पीरो अनुमंडल के तरारी प्रखंड की सेदहां पंचायत के 14 वार्डों में बनाये गये 14 बूथों पर मुखिया पद के लिए 28 दिसंबर को होने वाले उपचुनाव में 7522 वोटर मतदान करेंगे। निर्वाची पदाधिकारी सह बीडीओ अशोक कुमार जिज्ञासु ने सभी 14 बूथों का निरीक्षण कर लिया है। मतदान के लिये बूथों को उपयुक्त बताते हुए जिला प्रशासन को रिपोर्ट भेज दी है, लेकिन सेदहां पंचायत की वार्ड संख्या तीन और चार में मनरेगा भवन के अलावा आंगनबाड़ी केन्द्र में मतदान केन्द्र बनाया गया है।
सवर्ण वोटर ही तय करते हैं पंचायत का मुखिया
एक अनुमान के अनुसार सेदहां पंचायत में राजपूत, यादव, नोनिया, पासवान, दलित, पासी, मुस्लिम, कहार,महतो और वैश्य के अलावा अन्य जातियां भी हैं। मुखिया का पद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। ऐसे में सवर्ण वोटर मुखिया पद के उम्मीदवार की जीत-हार में अहम भूमिका निभाते हैं। अभी से ही स्वर्ण वोटर अलग-अलग प्रत्याशियों की मदद में जुट गये हैं।
उम्र छिपाने से गंवाना पड़ा था मुखिया का पद
राज्य निर्वाचन आयोग ने उम्र छिपाने के चलते 2021 में विजेता अक्षय कुमार को मुखिया पद से अपदस्थ कर दिया था। दूसरे स्थान पर रहे दीपक कुमार ने 24 अक्टूबर 2021 को राज्य निर्वाचन आयोग का दरवाजा खटखटाया और 14 जुलाई 2023 को राज्य निर्वाचन आयोग ने अक्षय कुमार को अपदस्थ कर दिया। इसके पूर्व अक्षय कुमार 22 अक्टूबर 2021 को कांटे के मुकाबले में छह मतों के अंतर से दीपक कुमार को हरा पंचायत के मुखिया बने थे। हालांकि तब अक्षय की उम्र मुखिया का चुनाव लड़ने के लिए निर्धारित 21 वर्ष से कम थी और उन्होंने गलत दस्तावेज जमा कर उम्र छिपायी थी।
शौचालय व मनरेगा की योजनाओं में काम चुनावी मुद्दे
सेदहां पंचायत के गांवों में शौचालय की राशि का लाभ मिलने के बाद भी अधिकतर लोग खुले में ही सड़क पर शौच कर रहे हैं। पंचायत का प्रमुख गांव सेदहां भी इससे अछूता नहीं है। मनरेगा की योजनाओं में सेदहां पंचायत के पंजीकृत मजदूरों को काम नहीं मिल पाया है। ऐसे में मनरेगा की योजनाओं में काम और सामुदायिक शौचालय का निर्माण चुनावी मुद्दा बन सकते हैं। 2021 के चुनाव में मुखिया पद के लिए अक्षय कुमार, कृष्णा कुमार, बृजभार राम, दीपक कुमार, जैनु राम और रामजी राम उम्मीदवार थे। इनमें अक्षय कुमार ने चुनाव जीत लिया था और तब ही उम्र कम होने का आरोप लगा था।
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