चौथी तिमाही के नतीजों के बाद रिलायंस पावर 11% चढ़ा: जनवरी-मार्च में ₹126 करोड़ का प्रॉफिट हुआ, सोलर एनर्जी का ऑर्डर भी मिला h3>
मुंबई12 घंटे पहले
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रिलायंस पावर बिजली उत्पादन और वितरण क्षेत्र में एक प्रमुख कंपनी है। ये अनिल अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस ग्रुप का हिस्सा है।
चौथी तिमाही के नतीजों के बाद रिलायंस पावर के शेयर में आज यानी, सोमवार 12 मई को 11.25% की तेजी रही। ये 4.35 रुपए चढ़कर 43 रुपए पर बंद हुआ। रिलायंस पावर को वित्त वर्ष 2024-25 की जनवरी-मार्च तिमाही के लिए 126 रुपए करोड़ का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट हुआ है।
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सब्सिडियरी कंपनी को सोलर एनर्जी ऑर्डर मिला
रिलायंस पावर की सहायक कंपनी रिलायंस एनयू एनर्जीज ने SJVN की टैरिफ आधारित कॉम्पिटिटिव बिडिंग प्रोसेस में सबसे बड़ा अलॉकेशन जीता है।
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कंपनी को 350 मेगावाट सौर उत्पादन क्षमता के साथ 175 मेगावाट/700 MWh बैटरी एनर्जी स्टोरज सिस्टम का आवंटन हासिल हुआ है।
सरकारी कंपनी SJVN लिमिटेड की कॉम्पिटिटिव बिडिंग प्रोसेस एक स्ट्रक्चर्ड और ट्रांसपैरेंट मेथड है। इसका उपयोग सोलर, विंड-सोलर हाइब्रिड या हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट जैसी रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स के लिए गुड्स, सर्विसेज की खरीद या डेवलपर्स का चयन करने के लिए किया जाता है।
न्यू एनर्जी सॉल्यूशन्स में कंपनी की लीडरशिप मजबूत होगी
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एक बार चालू होने के बाद, यह प्लेटफॉर्म रिलायंस पावर के पोर्टफोलियो में 600 MWp की स्थापित सौर पीवी क्षमता और 700 MWh ऊर्जा भंडारण क्षमता जोड़ेगा। इससे न्यू एनर्जी सॉल्यूशन्स में इसकी लीडरशिप मजबूत होगी।
कंपनी की कुल क्लीन एनर्जी पाइपलाइन अब 2.5 GWp सोलर और >2.5 GWhr BESS पर है। इससे यह इंटीग्रेटेड सोलर + BESS सेगमेंट में भारत की सबसे बड़ी कंपनी बन गई है।
BESS यानी, बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम्स एक ऐसी तकनीक है जो एनर्जी को स्टोर करने और रिलीज करने के लिए बैटरी का उपयोग करती है।
इसे सोलर या विंड जैसे रिन्यूएबल सोर्सेज से बिजली संग्रहीत करने और फिर आवश्यकता पड़ने पर उसे रिलीज करने के लिए डिजाइन किया गया है।
रिलायंस पावर को चौथी तिमाही में ₹126 करोड़ का प्रॉफिट
कंपनी ने वित्त वर्ष 25 की जनवरी-मार्च तिमाही के लिए ₹126 करोड़ का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट दर्ज किया। पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी को ₹397.56 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था। खर्चों में आई कमी की वजह से कंपनी का प्रॉफिट बढ़ा है।
तिमाही के दौरान कुल आय पिछले साल की समान अवधि के 2,193.85 करोड़ रुपए की तुलना में घटकर 2,066 करोड़ रुपए रह गई। फिर भी, कुल व्यय में 2,615.15 करोड़ रुपए से 1,998.49 करोड़ रुपए की भारी कमी ने प्रॉफिट में आने में कंपनी की मदद की।
अनिल अंबानी के नेतृत्व वाले ग्रुप का हिस्सा है रिलायंस पावर
रिलायंस पावर बिजली उत्पादन और वितरण क्षेत्र में एक प्रमुख कंपनी है। ये अनिल अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस ग्रुप का हिस्सा है। इसके पोर्टफोलियो में थर्मल (कोयला और गैस), रिन्यूएबल (सौर, पवन और हाइड्रो) और बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (बीईएसएस) शामिल हैं।
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रिलायंस पावर बिजली उत्पादन और वितरण क्षेत्र में एक प्रमुख कंपनी है। ये अनिल अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस ग्रुप का हिस्सा है।
चौथी तिमाही के नतीजों के बाद रिलायंस पावर के शेयर में आज यानी, सोमवार 12 मई को 11.25% की तेजी रही। ये 4.35 रुपए चढ़कर 43 रुपए पर बंद हुआ। रिलायंस पावर को वित्त वर्ष 2024-25 की जनवरी-मार्च तिमाही के लिए 126 रुपए करोड़ का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट हुआ है।
सब्सिडियरी कंपनी को सोलर एनर्जी ऑर्डर मिला
रिलायंस पावर की सहायक कंपनी रिलायंस एनयू एनर्जीज ने SJVN की टैरिफ आधारित कॉम्पिटिटिव बिडिंग प्रोसेस में सबसे बड़ा अलॉकेशन जीता है।
कंपनी को 350 मेगावाट सौर उत्पादन क्षमता के साथ 175 मेगावाट/700 MWh बैटरी एनर्जी स्टोरज सिस्टम का आवंटन हासिल हुआ है।
सरकारी कंपनी SJVN लिमिटेड की कॉम्पिटिटिव बिडिंग प्रोसेस एक स्ट्रक्चर्ड और ट्रांसपैरेंट मेथड है। इसका उपयोग सोलर, विंड-सोलर हाइब्रिड या हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट जैसी रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स के लिए गुड्स, सर्विसेज की खरीद या डेवलपर्स का चयन करने के लिए किया जाता है।
न्यू एनर्जी सॉल्यूशन्स में कंपनी की लीडरशिप मजबूत होगी
एक बार चालू होने के बाद, यह प्लेटफॉर्म रिलायंस पावर के पोर्टफोलियो में 600 MWp की स्थापित सौर पीवी क्षमता और 700 MWh ऊर्जा भंडारण क्षमता जोड़ेगा। इससे न्यू एनर्जी सॉल्यूशन्स में इसकी लीडरशिप मजबूत होगी।
कंपनी की कुल क्लीन एनर्जी पाइपलाइन अब 2.5 GWp सोलर और >2.5 GWhr BESS पर है। इससे यह इंटीग्रेटेड सोलर + BESS सेगमेंट में भारत की सबसे बड़ी कंपनी बन गई है।
BESS यानी, बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम्स एक ऐसी तकनीक है जो एनर्जी को स्टोर करने और रिलीज करने के लिए बैटरी का उपयोग करती है।
इसे सोलर या विंड जैसे रिन्यूएबल सोर्सेज से बिजली संग्रहीत करने और फिर आवश्यकता पड़ने पर उसे रिलीज करने के लिए डिजाइन किया गया है।
रिलायंस पावर को चौथी तिमाही में ₹126 करोड़ का प्रॉफिट
कंपनी ने वित्त वर्ष 25 की जनवरी-मार्च तिमाही के लिए ₹126 करोड़ का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट दर्ज किया। पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी को ₹397.56 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था। खर्चों में आई कमी की वजह से कंपनी का प्रॉफिट बढ़ा है।
तिमाही के दौरान कुल आय पिछले साल की समान अवधि के 2,193.85 करोड़ रुपए की तुलना में घटकर 2,066 करोड़ रुपए रह गई। फिर भी, कुल व्यय में 2,615.15 करोड़ रुपए से 1,998.49 करोड़ रुपए की भारी कमी ने प्रॉफिट में आने में कंपनी की मदद की।
अनिल अंबानी के नेतृत्व वाले ग्रुप का हिस्सा है रिलायंस पावर
रिलायंस पावर बिजली उत्पादन और वितरण क्षेत्र में एक प्रमुख कंपनी है। ये अनिल अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस ग्रुप का हिस्सा है। इसके पोर्टफोलियो में थर्मल (कोयला और गैस), रिन्यूएबल (सौर, पवन और हाइड्रो) और बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (बीईएसएस) शामिल हैं।
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