चंडीगढ़ PGI में डॉक्टर को कॉलर पकड़ घसीटा-थप्पड़ मारे: बच्चे के गले पर निशान देख भड़के परिजन; गुस्साए डॉक्टरों ने किया प्रदर्शन – Chandigarh News

15
चंडीगढ़ PGI में डॉक्टर को कॉलर पकड़ घसीटा-थप्पड़ मारे:  बच्चे के गले पर निशान देख भड़के परिजन; गुस्साए डॉक्टरों ने किया प्रदर्शन – Chandigarh News
Advertising
Advertising

चंडीगढ़ PGI में डॉक्टर को कॉलर पकड़ घसीटा-थप्पड़ मारे: बच्चे के गले पर निशान देख भड़के परिजन; गुस्साए डॉक्टरों ने किया प्रदर्शन – Chandigarh News

पीजीआई में रेजिडेंट डाक्टर से मारपीट। 

Advertising

चंडीगढ़ PGI में बच्चे के गले पर निशान देख भड़के परिजनों ने डॉक्टर को कॉलर से पकड़कर घसीटा और फिर थप्पड़ जड़ दिए। मामला नियोनेटोलॉजी विभाग का है। CCTV खराब होने से आरोपियों की पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस ने अज्ञात लोगों पर केस दर्ज उनकी तलाश शुरू कर दी है

.

Advertising

मामले की सूचना मिलते ही एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स (एआरडी) के प्रतिनिधि मौके पर पहुंचे और डॉक्टर के समर्थन में प्रदर्शन किया। पुलिस ने डॉक्टरों को शांत करवाया और अज्ञात हमलावरों के खिलाफ सेक्टर-11 थाने में FIR दर्ज की।

गले पर निशान दिखने से बढ़ा विवाद जानकारी के अनुसार, डॉ. पारस कांडपाल ने एक नवजात को आईवी कैनुला लगाने के लिए सहयोगी डॉक्टर सिद्धार्थ चक्रवर्ती से मदद ली। प्रक्रिया के बाद नर्सिंग स्टाफ ने डॉ. सिद्धार्थ को बताया कि बच्चे के गले पर निशान दिख रहे हैं। जैसे ही यह बात परिजनों तक पहुंची तो उन्होंने 4-5 रिश्तेदारों को बुला लिया।

इसके बाद उन्होंने डॉ. सिद्धार्थ को पकड़कर आईसीयू से बाहर खींच लिया और मारपीट शुरू कर दी। करीब 10 मिनट बाद डॉक्टर किसी तरह अंदर लौट पाए। डॉ. सिद्धार्थ ने थाने में शिकायत देकर मारपीट करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

Advertising

डॉक्टरों ने दी चेतावनी-अब नहीं सहेंगे हिंसा घटना के बाद एआरडी अध्यक्ष डॉ. विष्णु ने डॉक्टरों के खिलाफ बढ़ रही हिंसा पर नाराजगी जताई और पीजीआई निदेशक से मुलाकात कर कार्रवाई की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि डॉक्टर इलाज के लिए हैं न कि किसी के गुस्से का शिकार बनने के लिए।

गौरतलब है कि 2024 में कोलकाता मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर से मारपीट के विरोध में पीजीआई के रेजिडेंट डॉक्टरों ने कई दिनों तक ओपीडी बंद रखी थी। उस समय सुरक्षा को लेकर बड़े-बड़े वादे किए गए थे। सीसीटीवी कैमरे, सिक्योरिटी बटन और गश्त बढ़ाने जैसी कई योजनाएं बनाई गई थीं।

सुरक्षा के दावों की खुली पोल, सीसीटीवी कैमरे खराब पीजीआई में डॉक्टरों और मरीजों की सुरक्षा अब सवालों के घेरे में है। संस्थान के 904 सीसीटीवी कैमरों में से 86 लंबे समय से खराब हैं। इनमें से कई कैमरे रिसर्च ब्लॉक, डॉक्टर हॉस्टल, न्यू ओपीडी बिल्डिंग, लांड्री प्लांट और गेट नंबर 4 जैसे महत्वपूर्ण स्थानों पर लगे हैं। पीजीआई प्रवक्ता के अनुसार, जहां कैमरे खराब हैं, वहां अतिरिक्त सुरक्षा गार्ड तैनात किए गए हैं।

Advertising

पहले भी हो चुकी है लापरवाही से मौत 15 नवंबर 2023 को भी सुरक्षा में चूक देखने को मिली थी, जब रात करीब 11:05 बजे एक महिला बिना अनुमति के पीजीआई के गायनी वार्ड में दाखिल हो गई और खुद को नर्स बताकर भर्ती मरीज को इंजेक्शन लगा दिया। कुछ देर बाद मरीज की हालत बिगड़ने लगी और उसकी मौत हो गई।

पंजाब की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Punjab News

Advertising