‘घर बैठे पैसा कमाओ’, सरकारी योजना पर ठगों की नजर: क्लिक करते ही महिला के उड़े लाखों रुपए, जानिए- कैसे सही लिंक से करें आवेदन – Rajasthan News h3>
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‘क्या आप राजस्थान की सरकारी योजना में घर बैठे पैसा कमाना चाहती हैं? इस लिंक पर CLICK कर फॉर्म भरें और आज ही हजारों रुपए की नौकरी घर बैठे पाएं।’
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राजस्थान की सरकारी योजना ‘मुख्यमंत्री वर्क फ्रॉम होम’ के नाम पर साइबर ठग कुछ इसी तरह महिलाओं को अपना शिकार बना रहे हैं। वहीं, जानकारी के आभाव में भी कम पढ़ी लिखी महिलाएं आसानी से इनका शिकार बन रही हैं।
हाल ही में कई ऐसे मामले भी सामने आए हैं, जिनमें महिलाएं स्कीम की हूबहू नकली वेबसाइट पर भी रजिस्ट्रेशन कर बैठे। आखिर क्यों यह सरकारी योजना साइबर ठगों के निशाने पर है?
किस तरह महिलाएं ठगी का शिकार बन रही हैं? बचने के क्या तरीके हैं? इस योजना से जुड़े सभी सवालों के जवाब पढ़िए इस रिपोर्ट में…
सबसे पहले वो मामले जब महिलाएं ठगी के शिकार बनीं
केस-1 : रजिस्ट्रेशन करते ही साइबर ठगों तक पहुंची डिटेल, 9 लाख से ज्यादा ठगे
जयपुर के बरकत नगर में रहने वाली तमन्ना (25) हाल ही में यूनाइटेड किंगडम से मार्केटिंग और डेटा एनालिटिक्स में मास्टर्स की पढ़ाई पूरी कर लौटी थी।
जॉब की तलाश के दौरान उसे मोबाइल पर एक मैसेज मिला, जिसमें घर बैठे पार्ट-टाइम जॉब से हर दिन 4 से 5 हजार रुपए कमाने का दावा किया गया था।
तमन्ना ने जब उस मैसेज पर CLICK किया तो उसे टेलीग्राम पर आईडी बनाकर एक लिंक भेजा गया। ‘रिया कोचावा’ नाम बताने वाली महिला ने युवती से संपर्क किया।
एक बड़ी कंपनी का प्रतिनिधि बनकर बात की। उसने घर बैठे टास्क पूरे कर पैसे कमाने का लालच देकर टेलीग्राम लिंक भेजा।
बताया गया कि इसी लिंक से काम करने की पूरी प्रक्रिया समझाई जाएगी। लेकिन जैसे ही उसने उस लिंक पर क्लिक किया, उसके बैंक खाते से सीधे 9 लाख 25 हजार 430 रुपए उड़ गए। ठगी का एहसास होते ही उसने तुरंत बजाज नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस अब इस गिरोह की तलाश में जुटी है।
केस-2 : साइबर ठग ने कॉल कर कहा- महीने के हजारों कमाएगी
भरतपुर निवासी 35 साल की प्रिया को कपड़े सिलने जानती हैं। एक दिन प्रिया के पास एक महिला ने कॉल कर बताया कि सरकार की एक योजना से वो घर से ही काम करके पैसे कमा सकती है।
लेकिन उसके लिए उसे अपनी कुछ जानकारी एक फॉर्म में भरनी होगी। उसके बाद एक ओटीपी आएगा और फिर उसको काम मिलना शुरू हो जाएगा।
प्रिया को ई-मित्र संचालक ने बताया कि उसके पास जो कॉल आया था वो ठगों का था।
अगर वो फॉर्म में मांगी गई जानकारी उसे दे देती तो वो साइबर फ्रॉड की शिकार हो जाती। इसके बाद से ही प्रिया को अब वर्क फ्रॉम होम से डर लगने लगा है।
केस-3: लिंक पर क्लिक करते ही आए कई फोन-मैसेज
इसी तरह जयपुर के जामडोली की अनीषा (23) ने योजना के जरिए जॉब प्राप्त करने के लिए हूबहू सरकारी वेबसाइट जैसे लिंक पर क्लिक कर दिया।
डिजिटल अनुभव की कमी के चलते उस वेबसाइट पर अपना नाम, आधार नंबर, मोबाइल नंबर जैसी निजी जानकारियां भर दीं।
कुछ ही घंटों में अनीशा को लगातार अजीब कॉल और मैसेज आने लगे। ओटीपी मांगे गए। इन सबसे परेशान होकर अनीषा ने अपना मोबाइल नंबर ही बदल लिया।
क्या है ‘मुख्यमंत्री वर्क फ्रॉम होम-जॉब वर्क योजना’
महिला एवं बाल विकास विभाग ने वर्ष 2022 को महिलाओं को रोजगार के लिए ‘मुख्यमंत्री वर्क फ्रॉम होम-जॉब वर्क योजना शुरू की थी। इसके लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया अपनाई गई।
लेकिन अब यही ऑनलाइन प्रक्रिया आवेदन करने वाली महिलाओं के परेशानी बन गई है। नकली वेबसाइट्स, फर्जी कॉल्स और ऑनलाइन ठगी के कारण महिलाएं रजिस्ट्रेशन से ही कतराने लगी हैं।
राज्य में अब तक कई मामले सामने आए हैं, जहां महिलाएं फर्जी पोर्टल्स पर अपनी जानकारी भर चुकी हैं। इनमें से कुछ को ठगी का शिकार बनाकर उनके बैंक खातों तक से पैसे निकाल लिए गए, जबकि कुछ महिलाओं को धमकियों का सामना करना पड़ा।
इस योजना की शुरुआत महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए की गई थी। (फोटो सोर्स : मेटा AI)
सरकारी आंकड़ों से भी जाहिर हो रही है चिंता
राज्य सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, अब तक योजना के तहत कुल 66,300 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 44,355 नौकरियों के अवसर उपलब्ध कराए गए हैं।
लेकिन इनमें से केवल 5,350 महिलाएं ही वास्तविक रूप से लाभ उठा पाई हैं। यह आंकड़ा सरकार के निर्धारित लक्ष्य से काफी कम है। इसका एक बड़ा कारण महिलाओं में जागरूकता की कमी और साइबर फ्रॉड को लेकर डर है।
आइए, साइबर ठगी से बचने के तरीकों से लेकर योजना से जुड़े तमाम सवालों के जवाब जानते हैं…
सवाल : योजना में रजिस्ट्रेशन का सही तरीका क्या है, किन दस्तावेजों की जरूरत होती है?
जवाब : जॉब पाने के लिए रजिस्ट्रेशन केवल आधिकारिक वेबसाइट https://wfh.rajasthan.gov.in पर करना होता है। प्रक्रिया पूरी होने के बाद एक रजिस्ट्रेशन नंबर जनरेट होता है और फिर वरीयता के आधार पर महिला को जॉब दी जाती है।
इसके लिए जरूरी दस्तावेज हैं..
रजिस्ट्रेशन के बाद एक यूनीक नंबर जनरेट होता है और चयन प्रक्रिया के अनुसार महिलाओं को कार्य सौंपा जाता है।
सवाल : क्या रजिस्ट्रेशन का कोई चार्ज लगता है?
जवाब : इस वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन के लिए किसी भी तरह का शुल्क नहीं लिया जाता है। न ही किसी वॉट्सऐप ग्रुप या फिर टेलीग्राम ग्रुप से जोड़ा जाता है। रजिस्ट्रेशन संबंधी कोई समस्या होने पर हेल्पलाइन नंबर- 141-2716418 हेल्पलाइन पर जानकारी ली जा सकती है।
सवाल : योजना में कितनी कितनी सैलरी मिलती है?
जवाब : योजना के तहत महिलाओं को न्यूनतम 5500 रुपए मासिक मानदेय दिया जाता है। अधिकतम वेतन कंपनी, आवदेनकर्ता के अनुभव पर निर्भर करता है। सिलेक्शन होने पर कंपनी महिलाओं को उनकी योग्यता के अनुसार ही काम बांटती हैं।
सवाल : मुख्यमंत्री वर्क फ्रॉम होम योजना में किस तरह की जॉब मिलती?
जवाब : महिलाओं को उनकी योग्यता और रुचि के अनुसार तकनीकी, डाटा एंट्री, डिजाइनिंग, सोशल मीडिया मैनेजमेंट, सिलाई कढ़ाई, कपड़ों की पैकिंग, सजावटी वस्तुओं का निर्माण आदि जैसे काम सरकारी विभागों और संस्थानों से जुड़े प्रोजेक्ट्स में दिए जाते हैं।
अभी इस योजना में 133 कंपनियों ने रजिस्ट्रेशन करवा रखा है। ज्यादातर कंपनियों में डेटा एंट्री, ग्राफिक डिजाइनिंग, लेखन, सर्वे जैसी जॉब निकलती हैं। सभी कार्य पूरी तरह वर्क फ्रॉम होम आधारित होते हैं।
सवाल : इस योजना का लाभ किन महिलाओं को मिल सकता है?
जवाब : योजना का लाभ 18 वर्ष या उससे अधिक उम्र की ऐसी महिलाएं ले सकती हैं जो तकनीकी रूप से सक्षम हैं, पढ़ी-लिखी हैं (कम से कम 12वीं पास), और घर से काम करने की इच्छुक हैं। विशेष प्राथमिकता विधवा, दिव्यांग, एकल महिलाओं व ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को दी जाती है।
सवाल : योजना के नाम पर साइबर ठगी रोकने के लिए विभाग क्या कर रहा है?
जवाब : मुख्यमंत्री वर्क फ्रॉम होम योजना की नोडल अधिकारी विजयश्री चोटिया ने बताया कि हमारे संज्ञान में आया है कि फर्जी वेबसाइट्स के कारण महिलाएं डरी हुई हैं। विभाग अब महिलाओं में डिजिटल जागरूकता बढ़ाने के लिए वीडियो तैयार कर रहा है। साथ ही साइबर क्राइम रोकने को लेकर संबंधित एजेंसियों से बात चल रही है। हम महिलाओं को ऑफिस का लैंडलाइन नंबर भी दे रहे हैं जिससे वो वहां कॉल करके विश्वास कर सकें। साथ ही हमारे प्रतिनिधि भी समय समय पर जाकर महिलाओं से बात कर रहे हैं।