ग्वालियर से किडनैप बच्चा 14 घंटे बाद मिला: मुरैना में छोड़कर भागे बदमाश; मां की आंख में मिर्ची झोंककर किया था अपहरण – Gwalior News

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ग्वालियर से किडनैप बच्चा 14 घंटे बाद मिला:  मुरैना में छोड़कर भागे बदमाश; मां की आंख में मिर्ची झोंककर किया था अपहरण – Gwalior News
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ग्वालियर से किडनैप बच्चा 14 घंटे बाद मिला: मुरैना में छोड़कर भागे बदमाश; मां की आंख में मिर्ची झोंककर किया था अपहरण – Gwalior News

ग्वालियर से अगवा किया गया मासूम शिवाय 14 घंटे बाद मुरैना के पास कांजी बसई में मिला।

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ग्वालियर से गुरुवार सुबह करीब 8 बजे किडनैप हुआ शक्कर कारोबारी का 6 साल का बेटा शिवाय 14 घंटे बाद रात करीब 10 बजे मुरैना के माता बसैया थाना क्षेत्र के बंशीपुर के कांजी बसई में मिला। बदमाश उसे यहां एक ईंट भट्‌टे के पास छोड़कर भाग गए थे।

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शिवाय यहां एक जगह पर खड़ा था। वह रो रहा था। तभी वहां से गुजरे एक ई-रिक्शा वाले ने उसे पहचान लिया कि यह तो ग्वालियर से किडनैप हुआ बच्चा ही है। उसने बच्चे को कांजी बसई गांव के सरपंच को सौंप दिया। सरपंच ने बच्चे के माता-पिता और पुलिस से संपर्क किया। जिसके बाद पुलिस वहां पहुंची।

पुलिस ने बच्चे को अपनी निगरानी में लिया और उसकी वीडियो कॉल पर मां-पिता से बात कराई। रात में ही पुलिस की टीम शिवाय को लेकर ग्वालियर उसके घर पहुंची। बेटे को देखते ही मां-पिता के आंसू निकल आए। परिजन ने पुलिस को धन्यवाद दिया है।

पुलिस गुरुवार रात में ही बच्चे को मुरैना से ग्वालियर लेकर आई और परिजन को सौंप दिया।

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मां की आंखों में मिर्ची झोंककर उठा ले गए थे बदमाश ता दें कि गुरुवार सुबह करीब 8 बजे 6 साल के बच्चे का अपहरण हो गया था। इसका वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में दिख रहा है कि बच्चे को उसकी मां स्कूल बस तक छोड़ने लेकर जा रही है। इसी दौरान बाइक पर दो बदमाश पीछे से आए। एक बदमाश महिला और बच्चे के पीछे उतर गया जबकि बाइक चला रहा युवक बाइक के साथ थोड़ी आगे जाकर रुका।

इसके बाद बदमाश ने पीछे से आकर महिला की आंखों में मिर्ची डाली और बिजली की फुर्ती से बच्चे को उठाकर बाइक की ओर भागा। बच्चे को पकड़ने दौड़ी मां सड़क पर गिर गई। इस बीच दोनों बदमाश बच्चे को लेकर भाग निकले। मां किसी तरह उठी और शोर मचाने लगी।

घटना मुरार थाना क्षेत्र की सीपी कॉलोनी में जैन मंदिर के सामने की है। जानकारी के अनुसार, शिवाय अपनी मां आरती गुप्ता के साथ स्कूल बस पकड़ने के लिए सुबह 8 बजे घर से निकला था। वह लिटिल एंजेल स्कूल में यूकेजी का छात्र है। शिवाय के पिता राहुल गुप्ता शुगर कारोबारी हैं। उनका कहना है कि मेरा किसी से कोई विवाद या दुश्मनी नहीं है।

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14 घंटे की घेराबंदी के बाद पुलिस को मिली सफलता शिवाय का अपहरण तब हुआ जब उसकी मां आरती उसे स्कूल बस तक छोड़ने जा रही थी। इसी समय बाइक सवार नकाबपोश आए और आरती की आंख में मिर्च झोंक कर बच्चे को छीन ले गए। 10 मिनट में पुलिस एक्शन में आई। पुलिस ने जिले की सीमाओं की नाकाबंदी की। तब तक बदमाश हाईवे से शनिचरा का शॉर्टकट पकड़कर मुरैना पहुंच गए। सुबह 8.10 बजे से रात 10.10 बजे तक करीब 14 घंटे की घेराबंदी के बाद बदमाश मुरैना से बाहर नहीं निकल सके।

खुद को घिरा पाकर नकाबपोश बदमाश मुरैना-अम्बाह के बीच माता बसैया थाना क्षेत्र स्थित बंशीपुर के कांजी बसई में ईंट भट्‌टा के पास बच्चे को छोड़कर भाग गए। कांजी बसई के सरपंच ने बच्चे की एसपी ग्वालियर और उसके मां-पिता से वीडियो कॉल पर बात कराई है।

वीडियो कॉल पर बच्चे ने अपनी मां से कहा-

मैं ठीक हूं मम्मी। बाइक वाले मुझे फेंक कर भाग गए थे। मुझे आपकी याद आ रही है। मुझे लेने आ जाओ

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शिवाय रात करीब 9 बजे मुरैना के माता बसैया थाना क्षेत्र के बंशीपुर के कांजी बसई में मिला।

​​​​​मां बोली- पूरे शहर, पुलिस और मीडिया का शुक्रिया अपह्रत बच्चे के मिलने के बाद परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं है। मां आरती बेटे को सकुशल देखकर बहुत खुश हैं। उन्होंने पूरे शहर जिन्होंने सोशल मीडिया से लेकर जगह-जगह बच्चे की तलाश जारी रखी, ग्वालियर पुलिस जिन्होंने तत्काल एक्शन लिया और मीडिया जिन्होंने अपनी भूमिका निभाई सभी का शुक्रिया किया है।

बच्चे के मिलने के बाद मां बहुत खुश हैं। उन्होंने शहर के लोगों, मीडिया और पुलिस को धन्यवाद दिया है।

ग्वालियर एसपी धर्मवीर सिंह ने बताया कि पुलिस ने ग्वालियर से लेकर मुरैना तक नाकाबंदी कर दी थी। बदमाश, बच्चे को मुरैना के माता बसैया के बंशीपुर स्थित कांजी बसई में ईंट भट्टे के बाद छोड़कर भाग गए थे। वहां के सरपंच ने हमें सूचना दी। परिजन ने बच्चे की बात करा दी। बच्चे को लेने परिजन और पुलिस की टीम मुरैना पहुंची और रात में ही बच्चे को ग्वालियर लेकर आए हैं।

वारदात की 5 तस्वीरें देखिए-

एक साल पहले हुए अपहरण से जुड़ रहे मामले के तार पूरा मामला कारोबारी के ससुराल से जुड़ता नजर आ रहा है। एक साल पहले कारोबारी के साले के बेटे का अपहरण का प्रयास करने वालों पर ही संदेह है। उस समय अपहरण का प्रयास करने वालों की पहचान नहीं हो पाई थी। यहां पहचान हो गई है। एक बदमाश बानमोर मुरैना और दूसरा मेहगांव भिंड का है।

दरअसल, ग्वालियर में अपहरण के बाद पुलिस ने जब आधा सैकड़ा CCTV कैमरे खंगाले तो अपहरण करने वालों के फुटेज के आधार पर उनका हुलिया बानमोर मुरैना व मेहगांव भिंड के दो बदमाशों से मिला है। पुलिस ने इन बदमाशों का रिकॉर्ड खंगाला। दोनों ही घर से फरार पाए गए तो पुलिस का संदेह यकीन में बदल गया। पुलिस लगातार इनकी घेराबंदी कर रही है।

बच्चे के मिलने के बाद उसके घर पर भीड़ जमा हो गई। लोगों ने पुलिस के पक्ष में नारे लगाए।

क्या है विवाद, क्यों हुआ अपहरण? अपहरण के पीछे क्या विवाद है। अपहरण करने वाले कौन है। इन सवालों के जवाब अभी भी पुलिस नहीं दे पा रही है। लेकिन पूरा मामला कारोबारी राहुल गुप्ता की ससुराल मुरैना से जुड़ा बताया जा रहा है।

शिवाय के पिता राहुल के मामा राधेश्याम ने बताया कि एक साल पहले मुरैना में कारोबारी राहुल गुप्ता के साले गौरव उर्फ ढप्पू के छह साल के बेटे का बाइक सवार बदमाशों ने इसी तरह से अपहरण करने का प्रयास किया था। उसे भी स्कूल जाते समय मां की आंख में मिर्च पाउडर फेंक कर छीन लिया था।

उस घटना में बाइक पर तीन नकाबपोश बदमाश सवार थे। एक बच्चे को लेकर वह बाइक पर बैठ नहीं पाए और एक बदमाश गिर गया। जिस पर बच्चा छूट कर भागा और एक दुकान में जा घुसा। इसके बाद बदमाश भाग गए थे। तीन से चार दिन व्यापारियों ने वहां हंगामा किया, लेकिन एक साल बाद भी उन नकाबपोश बदमाशों में से कोई नहीं पकड़ा गया था।

शिवाय के अपहरण के बाद पिता राहुल और मां आरती सड़क पर बैठकर ही रोने लगे।

तीन से चार दिन से बदमाश कर रहे थे रैकी जिस तरह बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया है उससे पुलिस को यकीन है वारदात से पहले पूरी प्लानिंग की गई है। आसपास रहने वाले लोगों ने भी पुलिस को बताया कि गली में तीन दिन से एक बाइक बिना रजिस्ट्रेशन नंबर की घूम रही थी। कभी एक युवक उस सवार रहता था तो कभी दो युवक सवार होते थे। दोनों ही चेहरे को ढके रहते थे। आशंका है कि यह लगातार शक्कर कारोबारी के बेटे पर घात लगाकर बैठे थे। गुरुवार को मौका मिलते ही बच्चे का अपहरण कर लिया।

घटनास्थल पर शिवाय का स्कूल बैग गिर गया था। बैग के ऊपर भी लाल मिर्च पाउडर पड़ा है।

तीन दिन बाद गुरुवार को स्कूल जा रहा था शिवाय परिजन से पता लगा है कि कुछ दिन से शिवाय की तबीयत ठीक नहीं थी। यही कारण था कि वह तीन दिन से स्कूल भी नहीं जा रहा था। बुधवार को रविदास जयंती पर अवकाश था। चार दिन बाद गुरुवार को जब वह अपनी मां का हाथ पकड़कर स्कूल के लिए निकला था तो घात लगाए बैठे बदमाशों ने धावा बोला और बच्चे को उसकी मां की आंख में मिर्च झोंक कर छीन ले गए। एक बात साफ है कि अपहरकर्ताओं के निशाने पर शिवाय ही था, क्योंकि कुछ देर पहले इसी घर से दो और बच्चे भी स्कूल के लिए निकले थे, लेकिन उनको टारगेट नहीं किया गया था।

ग्वालियर एसपी धर्मवीर सिंह घटनास्थल पर पहुंचे और आक्रोशित लोगों को समझाइश दी।

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