ग्यारस पर 30 हजार लोग खाटूश्याम मंदिर, दादा दरबार पहुंचे: निशान ला रहे खाटूश्याम मंदिर के सेवादार की हादसे में मौत, भक्तों ने श्रद्वांजलि दी – Khandwa News

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ग्यारस पर 30 हजार लोग खाटूश्याम मंदिर, दादा दरबार पहुंचे:  निशान ला रहे खाटूश्याम मंदिर के सेवादार की हादसे में मौत, भक्तों ने श्रद्वांजलि दी – Khandwa News
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ग्यारस पर 30 हजार लोग खाटूश्याम मंदिर, दादा दरबार पहुंचे: निशान ला रहे खाटूश्याम मंदिर के सेवादार की हादसे में मौत, भक्तों ने श्रद्वांजलि दी – Khandwa News

ग्यारस के दिन खाटूश्याम मंदिर में लगी रही भीड़।

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देवशयनी एकादशी पर बड़ी संख्या में लोग शहर के खाटूश्याम मंदिर और दादा दरबार पहुंचे हैं। दोनों जगह संध्याकालीन आरती के समय तक 30 हजार श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं। एकादशी होने के कारण कई महिलाओं ने व्रत रखा था, जिन्होंने दर्शन के बाद प्रसादी ग्रहण की।

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खाटूश्याम मंदिर में दर्शन के दौरान श्रद्धालुओं की लंबी कतार रही। आईटीआई कॉलेज से मंदिर जाने वाले मार्ग में जगह-जगह गड्‌ढे होने से श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ गया।

पैदल निशान ला रहे सेवादार को बाइक ने रौंदा, मौके पर मौत ग्यारस के पर्व पर एक तरफ खाटूश्याम मंदिर का परिसर भक्तों से खचाखच भरा हुआ था, वहीं दूसरी तरफ मंदिर के सेवादारों की आंखें नम थी। सेवादार पीयूष पाल ने बताया कि मंदिर के कुछ सेवादार पैदल निशान लाने के लिए छैगांवमाखन गए थे।

उधर से निशान लेकर लौट रहे थे, इसी दौरान एक तेज रफ्तार बाइक ने पैदल चल रहे सेवादार अनिल मालाकार को रौंद दिया। हादसा इतना भयावह था कि अनिल की मौके पर ही मौत हो गई।

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मृतक अनिल मालाकार।

घटना शनिवार रात साढ़े 8 बजे के करीब छैगांवमाखन और दोंदवाड़ा के बीच अग्रवाल ओवरसिस के पास एक पुलिया के नजदीक हुई हैं। बाइक सवार आरोपी की पहचान अंकित यादव निवासी लालचौकी के रूप में हुई है। वह नशे धूत होकर तेज रफ्तार में बाइक चला रहा था। उसने पैदल निशान यात्रा में चल रहे पांच साथियों में से अनिल मालाकार को रौंद दिया।

मृतक अनिल मालाकार शहर के गणेश तलाई का रहने वाला है। निशान यात्रा में अनिल का भाई सोनू मालाकार भी था। उसकी आंखों के सामने भाई ने दम तोड़ दिया।

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मृतक अनिल मालाकार वैसे तो गुर्जर हॉस्पिटल में मेडिकल स्टोर पर काम करता था। लेकिन खाटूश्याम मंदिर में 365 दिन यानी रोजाना शाम 6 बजे से लेकर रात के 10 बजे तक सेवा देता था। यहां तक की मंदिर परिसर में भीड़ और मार्ग का ट्रैफिक मैनेजमेंट भी वहीं संभालता था। उसके पिता को सेकंड स्टेज का कैंसर हैं।

परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा हैं। रविवार काे खाटूश्याम मंदिर में पहुंचे भक्तों ने अनिल मालकार को श्रद्वांजलि दी हैं।

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