गोरखपुर नगर निगम की बैठक में हंगामा: महिला पार्षदों के वॉकआउट से बैठक स्थगित, किराया बढ़ोतरी-शिलापट्ट विवाद में गरमाया सदन; भुगतान रोकने की मांग – Gorakhpur News h3>
गोरखपुर में नगर निगम की 12वीं बैठक बुधवार को हंगामे और तीखी बहस के बीच भोजनावकाश के बाद स्थगित करनी पड़ी। बैठक उस समय बाधित हुई जब महिला पार्षदों ने सदन में बोलने का अवसर न दिए जाने का आरोप लगाते हुए एकजुट होकर वॉकआउट कर दिया। बैठक अब गुरुवार सुबह 11
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भोजनावकाश से पहले भी महिला पार्षदों ने इसी मुद्दे पर बहिष्कार किया था। नगर आयुक्त ने उनके खिलाफ बिना अनुमति सदन छोड़ने पर कारण बताओ नोटिस जारी करने की बात कही थी। लेकिन विरोध शांत नहीं हुआ और दोबारा वही स्थिति बनने पर बैठक को स्थगित करना पड़ा।
दुकानों के किराए में बढ़ोतरी पर हुआ हंगामा
बैठक की शुरुआत में पूर्व की बैठकों की कार्यवाही की पुष्टि के बाद वार्ड 26 के पार्षद विश्वजीत त्रिपाठी ने निगम की दुकानों के किराए में बढ़ोतरी का मुद्दा उठाया। उन्होंने 58 पार्षदों के हस्ताक्षर वाला विरोध पत्र सदन में रखा। नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने जवाब में उन्हें चुनौती दी – “विरोध करने वालों को खड़ा करके दिखाइए।”
इस बयान के बाद सदन दो पक्षों में बंट गया। पार्षद विजेंद्र अग्रहरि ने लालडिग्गी क्षेत्र की 12 दुकानों को विरासत में देने का आरोप जोड़ा। नगर आयुक्त द्वारा किराया वसूली पर दी गई सख्त चेतावनी के बाद माहौल और गरमा गया।
बरसात से पहले कार्य शुरू कराने की मांग
वार्ड 36 लोहियानगर के पार्षद राजेंद्र तिवारी ने ओवरलोड डम्परों से हो रही सड़क क्षति और पार्षद वरीयता से पहले किस्त जारी करने की मांग उठाई। नगर आयुक्त ने निर्देश दिया कि सभी पार्षद गुरुवार से अपने प्रस्ताव जमा कर सकते हैं। रामजानकीनगर नाले के निर्माण को भी बरसात से पहले पूरा कराने के निर्देश दिए गए।
शिलापट्ट न लगाने पर सदन में बहस
वार्ड सिविल लाइन द्वितीय के पार्षद देवेंद्र उर्फ पिंटू गौड़ ने आरोप लगाया कि सपा पार्षद मुख्यमंत्री के नाम का शिलापट्ट लगाने से रोकते हैं। सपा पार्षदों ने इसका विरोध करते हुए कहा कि जब तक शिलापट्ट न लगे, तब तक निर्माण कार्य का भुगतान रोका जाए। नगर आयुक्त ने सहमति जताई लेकिन यह तय करने को लेकर विवाद हो गया कि किन कार्यों पर शिलापट्ट अनिवार्य हो।
इस मुद्दे पर रणजय सिंह जुगनू, अजय ओझा, विश्वजीत त्रिपाठी, अशोक यादव, मनु जायसवाल, जुबैर अहमद सहित कई पार्षदों ने अपनी बात रखी।
जलनिकासी, जलापूर्ति और सफाई पर पार्षदों ने उठाए सवाल
बैठक में कई पार्षदों ने अपने वार्डों की समस्याएं उठाईं।
• वार्ड 5 की हकीमुन निशा ने फर्टिलाइजर रोड पर दिन में जलती लाइटें और मेडिकल कॉलेज में पेयजल की कमी की बात रखी।
• वार्ड 12 की रानी यादव ने पोखरे के सौंदर्यीकरण, स्कूल भवन में वार्ड ऑफिस, और शौचालय निर्माण की मांग की।
• वार्ड 39 के कृष्णचंद यादव ने अतिक्रमण हटाने में ढिलाई का मुद्दा उठाया।
• वार्ड 58 के जुबैर अहमद ने सैंडविच ब्रेड बासी होने की शिकायत की, लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया गया। उन्होंने सिधारीपुर में नया ट्यूबवेल और सफाई व्यवस्था बेहतर करने की मांग की।
• वार्ड 53 के अशोक मिश्र, वार्ड 52 के मनु जायसवाल, वार्ड 48 के छठी लाल, वार्ड 60 के अजय ओझा ने जलनिकासी और जलापूर्ति की समस्याएं गिनाईं।
गोवंश, घटिया निर्माण और अफसरों की जवाबदेही पर भी उठे सवाल
• वार्ड 57 रायगंज के अशोक यादव ने निराश्रित गोवंश के लिए कान्हा उपवन भेजने हेतु अभियान चलाने की मांग की।
• पार्षद रविंद्र (रघुपति सहाय फिराकनगर) ने घटिया सड़क निर्माण और कार्रवाई न होने पर नाराजगी जताई।
• मोहम्मद शाहिद अख्तर (बंधु सिंह नगर) ने इलाहीबाग नाले का काम दो माह से बंद होने की शिकायत की।
• मनोज त्रिपाठी (विश्वकर्मापुरम) ने धर्मशाला से असुरन तक निगम दुकानों में सीढ़ियों पर अवैध दुकानों की ओर ध्यान दिलाया।
• आनंद (उर्वरक नगर) ने नगर आयुक्त पर फोन न उठाने और ठेकेदार के आधे-अधूरे कार्य छोड़ने का आरोप लगाया।