गुरुग्राम: देश के पहले E हाइवे पर सोलर पावर से चार्ज होंगे वाहन, दिल्ली से जयपुर जाने वाले अब नहीं ले टेंशन

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गुरुग्राम: देश के पहले E हाइवे पर सोलर पावर से चार्ज होंगे वाहन, दिल्ली से जयपुर जाने वाले अब नहीं ले टेंशन

गुरुग्राम: देश के पहले E हाइवे पर सोलर पावर से चार्ज होंगे वाहन, दिल्ली से जयपुर जाने वाले अब नहीं ले टेंशन

निरंजन कुमार, गुड़गांव: दिल्ली से जयपुर के बीच ई हाइवे को अधिकारिक रूप से इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए खोलने के बाद नैशनल हाइवे फॉर इलेक्ट्रिक वीकल (NHEV) की तरफ से चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जा रहा है। NHEV के अधिकारियों ने सोलर पावर स्टेशन इंस्टॉल करने का फैसला लिया है। इसके लिए मिनिस्ट्री ऑफ न्यू एंड रिन्यूबल एनर्जी और नैशनल सोलर एनर्जी फेडरेशन ऑफ इंडिया के साथ मिलकर प्लानिंग तैयार की है। भारत सरकार के ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के तहत अधिकारियों द्वारा गुड़गांव से जयपुर के बीच सोलर पावर चार्जिंग स्टेशन की संभावना तलाश की जा रही है। सोलर पावर चार्जिंग स्टेशन बनने से बिजली का खर्च बचेगा और वाहनों को कम खर्च में चार्ज किया जा सकेगा। NHEV की तरफ से इसे अटल हरित विद्युत राष्ट्रीय महामार्ग नाम दिया गया है।

फिलहाल रूफटॉप सोलर

-चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए ज्यादा बिजली की जरूरत पड़ेगी। ऐसे में चार्जिंग स्टेशन पर जगह की कमी को देखते हुए आसपास की बड़ी सरकारी और गैर सरकारी बिल्डिंगों के रूफटॉप पर सोलर प्लेट लगाई जाएंगी। पहले चरण में सोलर चार्जिंग स्टेशन बनाने के लिए ऐसी जगहों का चयन किया जा रहा है, जहां सोलर प्लेट इंस्टॉल के लिए पर्याप्त स्पेस हो। अगले चरण में बड़ा सोलर पावर स्टेशन स्थापित किया जाएगा। दिल्ली के इंडिया गेट से जयपुर के अलबर्ट पिंटो हॉल तक बनाए गए ई हाईवे पर फिलहाल ऐसे 10 चार्जिंग स्टेशन बनाया जाना प्रस्तावित है।

देशभर में 5500 किमी का ई हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जाना है। इसके लिए सोलर पावर बेहतर ऑप्शन है। दिल्ली जयपुर ई हाइवे पर 100 फीसदी सोलर पावर चार्जिंग स्टेशन इंस्टॉल करने की दिशा में काम किया जा रहा है। सोलर आधारित चार्जिंग सस्ती भी पड़ेगी और बिजली जैसी दिक्कतें भी खत्म होंगी।

अभिजीत सिन्हा, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, एनएच फॉर इलेक्ट्रिक वीकल

अहम बातें
-दिल्ली गुड़गांव जयपुर के बीच 278 किमी का विश्व का सबसे बड़ा ई हाइवे
-अभी तक सबसे लंबा इलेक्ट्रिक हाईवे बर्लिन में 109 किमी का था
-10 चार्जिंग स्टेशनों पर प्रतिदिन छह हजार वाहनों की चार्जिंग क्षमता
-गुड़गांव में दो बड़े स्टेशनों पर दो हजार से ज्यादा वाहन होते हैं चार्ज
-ई हाईवे पर 30 मिनट से भी कम समय में हेल्पलाइन सुविधा
-गुड़गांव से दिल्ली व जयपुर के बीच करीब 10 हजार ईवी वाहन दौड़ रहे

ऐसे समझिए EV से बचत का गणित
-पेट्रोल गाड़ी 100 किमी चलाने में कम से कम 600-700 रुपये खर्च होते हैं। वहीं EV चलाने की लागत 150 से 200 होती है। सोलर चार्जिंग से बिजली का खर्च बचेगा और EV का खर्च 100 से 150 से भी कम हो जाएगा। यानि पेट्रोल वाहन के मुकाबले हर महीने आठ से दस हजार रुपये की बचत हो सकती है। वहीं घर पर वाहन चार्ज करने पर 7 से 8 घंटे लगते हैं। वहीं चार्जिंग स्टेशन पर एक से डेढ़ घंटे में वाहन चार्ज हो जाता है। सौर चार्जिंग स्टेशन पर ई-कार की फास्ट चार्जिंग दो घंटे से कम समय में होगी।

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