गांधी मेमोरियल अस्पताल में युवक को बंधक बनाकर मारपीट: 4 घंटे तक रहा बेहोश; मां की रिपोर्ट जल्दी मांगने पर चार कर्मचारियों ने पीटा – Rewa News h3>
शनिवार को रीवा के गांधी मेमोरियल अस्पताल में वृद्धा मरीज के बेटे के साथ जमकर मारपीट की गई। उसे कमरे में बंद कर आधे घंटे तक इतना मारा गया कि वह वहीं पर बेहोश होकर गिर पड़ा। जिसे 4 घंटे तक होश नहीं आया। उधर युवक मां और उसकी बहन बिलखती रही।
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अपनी मां का इलाज करने पहुंचे युवक ने जब मां की एक्सरे रिपोर्ट थोड़ी जल्दी देने के कहा तो अस्पताल के चार कर्मचारियों ने युवक को जबरन खींचकर एक कमरे में बंधक बना लिया। बंधक बनाने के बाद उसकी पिटाई की जिससे वो बेहोश हो गया।। पूरे मामले का वीडियो वायरल हुआ तो अस्पताल प्रबंधन बैकफुट पर आ गया। घटना शनिवार शाम की है।
वहीं आज अस्पताल प्रबंधन ने अपनी गलती स्वीकार कर ली है। मामले में अस्पताल अधीक्षक राहुल मिश्रा का कहना है कि घटना बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण हैं। घायल युवक का इलाज चल रहा है। मारपीट करने वाले सभी युवकों को चिन्हित कर लिया गया है। वहीं थाना प्रभारी शिवा अग्रवाल ने बताया कि घटना की शिकायत मिली है। जांच बाद कार्रवाई की जाएगी।
घटना के बाद रोती हुई घायल युवक की बहन।
उधर अब बघवार के चोरगढ़ी निवासी पीड़ित परिवार ने वरिष्ठ अधिकारियों और सरकार से न्याय की गुहार लगाई है। पीड़ित परिवार का कहना है कि हम तो एक मरीज का इलाज करवाने आए थे। लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने बिना किसी गलती अटेंडर को भी मारपीट कर मरीज बना दिया। घटना के संबंध में घायल युवक देवेंद्र शुक्ला की बहन शशि मिश्रा ने बताया कि मैंने जब अपने भाई को बचाने का प्रयास किया तो मेरे साथ भी मारपीट की गई।
घायल युवक की मां फूलमती।
घायल की मां फूलमती शुक्ला ने बताया कि मेरे एक पैर में चोट लगने की वजह से प्लास्टर लगा हुआ है। मैं अपने बेटे देवेंद्र नाथ शुक्ला और बेटी शशि मिश्रा को लेकर एक्सरे करवाने आई थी। एक्सरे के बाद मेरे बेटे ने कमरे के अंदर जानकर रिपोर्ट मांगी तो अस्पताल के 4 कर्मचारियों ने कमरे में बंद कर उसके साथ मारपीट की।
बता दें, यह पहला मौका नहीं है, जब संजय गांधी अस्पताल सुर्खियों में हो। अभी कुछ ही दिन पहले अस्पताल में चार प्रसूता माताओं को गलत इंजेक्शन लगा दिया गया था। जिसकी वजह से उन्हें लंबे समय तक होश ही नहीं आया था। बाद में अस्पताल प्रबंधन ने अपनी गलती कबूली थी। पढ़े पूरी खबर