क्रिप्टोकरेंसी में इंवेस्टमेंट, टास्क के नाम ठगी: मेडिकल स्टूडेंट को टेलीग्राम एप पर जोड़कर आठ दिन में ठगे 44 लाख रुपए – Gwalior News

4
क्रिप्टोकरेंसी में इंवेस्टमेंट, टास्क के नाम ठगी:  मेडिकल स्टूडेंट को टेलीग्राम एप पर जोड़कर आठ दिन में ठगे 44 लाख रुपए – Gwalior News
Advertising
Advertising

क्रिप्टोकरेंसी में इंवेस्टमेंट, टास्क के नाम ठगी: मेडिकल स्टूडेंट को टेलीग्राम एप पर जोड़कर आठ दिन में ठगे 44 लाख रुपए – Gwalior News

ग्वालियर में एक मेडिकल स्टूडेंट को क्रिप्टोकरेंसी में इंवेस्टमेंट और टास्क के नाम पर ठगों ने 44 लाख रुपए की धोखाधड़ी की है। पांच फरवरी को छात्रा के पास टेलीग्राम से एक मैसेज आया था। जिसके बाद सूरज नामक युवक ने उसे टेलीग्राम पर एक ग्रुप से जोड़ा था। जिस

Advertising

.

घटना पांच फरवरी से 12 फरवरी के बीच आदित्यपुरम महाराजपुरा की है। मेडिकल स्टूडेंट ने कुछ कमाने के चक्कर में पिता की डेथ पर मिले फंड, सेविंग पूरी ठगों के जाल में फंसकर लगा दी। बुधवार रात को छात्रा की शिकायत पर क्राइम ब्रांच ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।

Advertising

ग्वालियर के आदित्यपुरम निवासी 23 वर्षीय मेघना पुत्री स्व. संजय सिंह चौहान ने क्राइम ब्रांच पहुंचकर धोखाधड़ी की शिकायत की है। मेघना ने बताया है कि उसके पिता स्व. संजय सिंह चौहान सेना में थे, लेकिन कुछ समय पूर्व बीमारी के चलते उनका निधन हो गया था। वह खुद मेडिकल स्टूडेंट है। अपनी मां के साथ रहती है। मेघना ने पुलिस को बताया कि पांच फरवरी 2024 को मुझे सूरज विक्रम नाम के टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ा गया था। ग्रुप में 4-5 अन्य टेलीग्राम यूजर भी थे, उनमें से एक ने मुझे डिजिटल प्लेटफार्म पर क्रिप्टोकरेंसी में इंवेस्ट करने के लिए अकाउंट बनवाया था। टेलीग्राम ग्रुप में टास्क दिये जाते थे, जिनको पूरा करने पर कमीशन मिलता था। मेरा पहला टास्क होटल को फाइव स्टार रेटिंग देना था जिससे मुझे 200 रुपए मिले थे। इसके बाद मेरे आठवें टास्क में मुझे 1000 रुपए इन्वेस्ट करने थे। इस टास्क को पूरा करने पर मुझे कमीशन के तौर पर 480 रुपए मिले थे। गलत क्रिप्टोकरेंसी सिलेक्ट करना कहकर फंसाया छात्रा ने आठ टास्क अच्छी तरह पूरे किए और कमीशन के तौर पर प्रॉफिट भी कमाया। इसके बाद उसके द्वारा 10000 रुपए का टास्क किया गया था। इस टास्क में छात्रा को बताया गया कि उसके द्वारा क्रिप्टोकरेंसी सिलेक्ट करने में गलती हो गई थी। जिसके बदले उसे अन्य दो सप्लीमेंट्री टास्क दिए गए। साथ ही हेल्प के लिए रितु नाम की कस्टमर केयर गर्ल का टेलीग्राम यूजर लिंक शेयर किया गया था। साथ ही बताया कि यह आपके पैसे निकलवा देंगी। कस्टमर केयर ने अमाउंट फ्रीज होने की बात कहकर ऐंठे रुपए छात्रा के बनाए अकाउंट में जब 3.75 लाख रुपए फ्रीज हो गए तो छात्रा ने कस्टमर केयर से बात की। जिस पर उन्होंने इतने ही रुपए और जमा करने के लिए कहा, जो मेघना ने भर दिये थे। उसके बाद क्रेडिट स्कोर कम होने के नाम पर छात्रा से करीबन 2.40 लाख रुपए और अपने अकाउंट में डलवाए। इसके बाद ऐसे ही छात्रा से किसी न किसी बहाने से पैसे लेते गये। कुल 44,11,363 रुपए उससे अपने अकाउंट में जमा करा लिए थे। साथ ही कहा कि उसका केस क्लियर होते ही रुपए वापस मिल जाएंगे। जब जमा रुपए निकालना चाहा तो 13 लाख रुपए और मांगे जब छात्रा ने उनके बताये प्लेटफार्म से अपने रुपए निकालने चाहे तो पैसे नहीं निकले। इसके बाद किसी जावेद हुसैन ने उक्त मोबाइल नंबर 9407332681 से छात्रा को वॉट्सएप कॉल कर बात की। इस जावेद हुसैन ने फ्रीज हुए 44 लाख रुपए निकालने के लिए 13 लाख रुपए और अकाउंट में जमा करने की बात कही। जो छात्रा नहीं दिये। पैसे लगाने के लिए छात्रा को तनुजा, विनय कुमार झा, बरजिन्दर कौर नाम के टेलीग्राम यूजर द्वारा उसे टेलीग्राम पर संपर्क किया गया। पर ठगी का अहसास होने पर उसने मामले की शिकायत क्राइम ब्रांच थाना में की है।

मध्यप्रदेश की और खबर पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे – Madhya Pradesh News

Advertising