किसान मेला के जरिए आधुनिक कृषि प्रणाली से अवगत हुए किसान: डीएओ

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किसान मेला के जरिए आधुनिक कृषि प्रणाली से अवगत हुए किसान: डीएओ

किसान मेला के जरिए आधुनिक कृषि प्रणाली से अवगत हुए किसान: डीएओ


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सिंघौल, निज संवाददाता। जिला कृषि कार्यालय परिसर में चल रहे दो दिवसीय किसान मेला का बुधवार को समापन हो गया। मेला के दूसरे दिन जिला कृषि अधिकारी राजेंद्र कुमार वर्मा, उपपरियोजना निदेशक अजीत कुमार, सहायक निदेशक अभियंत्रण आलोक कुमार, सहायक निदेशक रसायन डॉ. शालिनी कुमारी और सभी प्रखंड के तकनीकी प्रबंधक, सहायक तकनीकी प्रबंधक, सभी कृषि समन्वयक एवं किसान सलाहकार के साथ-साथ 11 प्रखंड से लगभग 700 की संख्या में किसानों ने भी भाग लिया। इस मेला में 68 किसानों के समूह जिसमें से 1700 से भी ज्यादा कृषक जुड़े हुए हैं के बीच मशरूम किट का वितरण किया गया। डीएओ आर के वर्मा ने यह दो दिवसीय मेला किसानों के लिए काफी लाभदायक सिद्ध हुआ है। इसके द्वारा किसानों को पारंपरिक खेती के साथ आधुनिक कृषि प्रणाली व अन्य संबद्ध विधाओं की जानकारी दी गई। इसका सीधा लाभ किसानों की आर्थिक सेहत सुधारने में मिलेगी।

जिला कृषि कार्यालय परिसर में आयोजित दो दिवसीय किसान मेला में विभागवार अलग-अलग कुल 70 स्टॉल के माध्यम से तकनीकी एवं अन्य योजनाओं की जानकारी किसानों को दी गई। किसान मेला का मुख्य आकर्षण प्राकृतिक खेती का मॉडल, श्री अन्न का प्रसंस्करण एवं पैकेजिंग, आधुनिक बड़े एवं छोटे कृषि यंत्रों की उपलब्धता, पशुपालन विभाग की योजनाओं के साथ-साथ विशेषकर पशु टीकाकरण की जानकारी, मशरूम उत्पादन उपरांत प्रसंस्करण की जानकारी, जीविका दीदी द्वारा निर्मित नीर एवं अन्य प्रसंस्कृत उत्पादन का प्रदर्शन एवं विपणन, सुधा डेयरी गंगा डेयरी एवं आईटीसी द्वारा दुग्ध के प्रसंस्करण उपरांत निर्मित उत्पाद का प्रदर्शन एवं विपणन की जानकारी रही। साथ ही पौधा संरक्षण कार्यालय द्वारा संचालित कार्यक्रमों की जानकारी, चलंत मिट्टी जांच प्रयोगशाला का प्रदर्शन, कृषि में ड्रोन की उपयोगिता का प्रदर्शन, जैविक कॉरिडोर योजनाओं द्वारा संचालित कार्यक्रमों की जानकारी एवं जैविक उत्पादों का प्रदर्शन, भूमि संरक्षण कार्यालय द्वारा संचालित कार्यक्रमों की जानकारी एवं प्रदर्शन, जैव उर्वरक कीटनाशी एवं फफूंदनाशी का प्रदर्शन, न्यू जेनरेशन पेस्टिसाइड का प्रदर्शन, नैनो डीएपी एवं यूरिया का प्रदर्शन, आत्मा समूह द्वारा निर्मित शुद्ध शहद, शुद्ध शहद एवं अन्य प्रसस्कृत उत्पादन का प्रदर्शन एवं विपणन, फूड जोन में मोटे अनाज से निर्मित व्यंजन का प्रदर्शन एवं विपणन के अलावे उन महत्वपूर्ण कार्यक्रमों की जानकारी के साथ-साथ कृषकों को तकनीकी जानकारी देने हेतु प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई थी।

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