किसानों के लिए खुशखबरी: नेपियर घास की खेती से होगा बंपर मुनाफा, पराली से चलेंगे वाहन | Napier Grass Boon for Farmers Fuel for Vehicles | News 4 Social h3>
उत्पादन और अनुबंध एक हेक्टेयर में 90 से 100 टन नेपियर घास का उत्पादन होता है। कंपनियों ने कृषि विभाग के माध्यम से किसानों से अनुबंध के प्रयास शुरू कर दिए हैं, जिसमें यह भी तय किया जाना है कि कंपनी डेढ़ लाख रुपये में कितने वजन की घास खरीदेगी।
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सीएनजी का विकल्प इस घास का उपयोग वाहनों में सीएनजी की जगह इस्तेमाल किया जा सकता है। पर्यावरण के लिए फायदेमंद यह योजना किसानों और पर्यावरण दोनों के लिए फायदेमंद होगी। किसानों को अपनी उपज का अच्छा मूल्य मिलेगा और पर्यावरण प्रदूषण कम होगा।
नेपियर घास: किसानों के लिए वरदान एक हेक्टेयर में 90 से 100 टन नेपियर घास का उत्पादन होता है। कंपनियों ने कृषि विभाग के माध्यम से किसानों से अनुबंध के प्रयास शुरू कर दिए हैं। डेढ़ लाख रुपये में कितने वजन की घास खरीदेगी, यह तय किया जाना है। इस घास का उपयोग वाहनों में सीएनजी की जगह इस्तेमाल किया जा सकता है।
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किसानों के लिए खुशखबरी जिला कृषि अधिकारी केके सिंह ने बताया कि नेपियर घास सीबीजी बनाने के लिए महत्वपूर्ण स्रोत है। किसानों को अपनी उपज का अच्छा मूल्य मिलेगा और पर्यावरण प्रदूषण क
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उत्पादन और अनुबंध एक हेक्टेयर में 90 से 100 टन नेपियर घास का उत्पादन होता है। कंपनियों ने कृषि विभाग के माध्यम से किसानों से अनुबंध के प्रयास शुरू कर दिए हैं, जिसमें यह भी तय किया जाना है कि कंपनी डेढ़ लाख रुपये में कितने वजन की घास खरीदेगी।
सीएनजी का विकल्प इस घास का उपयोग वाहनों में सीएनजी की जगह इस्तेमाल किया जा सकता है। पर्यावरण के लिए फायदेमंद यह योजना किसानों और पर्यावरण दोनों के लिए फायदेमंद होगी। किसानों को अपनी उपज का अच्छा मूल्य मिलेगा और पर्यावरण प्रदूषण कम होगा।
नेपियर घास: किसानों के लिए वरदान एक हेक्टेयर में 90 से 100 टन नेपियर घास का उत्पादन होता है। कंपनियों ने कृषि विभाग के माध्यम से किसानों से अनुबंध के प्रयास शुरू कर दिए हैं। डेढ़ लाख रुपये में कितने वजन की घास खरीदेगी, यह तय किया जाना है। इस घास का उपयोग वाहनों में सीएनजी की जगह इस्तेमाल किया जा सकता है।
किसानों के लिए खुशखबरी जिला कृषि अधिकारी केके सिंह ने बताया कि नेपियर घास सीबीजी बनाने के लिए महत्वपूर्ण स्रोत है। किसानों को अपनी उपज का अच्छा मूल्य मिलेगा और पर्यावरण प्रदूषण क