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कानपुर में 12वीं की टॉपर की स्ट्रैटजी: बोलीं- स्टडी में फोकस जरूरी, जब मन नहीं करता था, तब नहीं पढ़ती थी – Kanpur News

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कानपुर में 12वीं की टॉपर की स्ट्रैटजी:  बोलीं- स्टडी में फोकस जरूरी, जब मन नहीं करता था, तब नहीं पढ़ती थी – Kanpur News

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कानपुर में 12वीं की टॉपर की स्ट्रैटजी: बोलीं- स्टडी में फोकस जरूरी, जब मन नहीं करता था, तब नहीं पढ़ती थी – Kanpur News

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जीविका श्रीवास्तव अपने परिवार के साथ।

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‘कभी-कभी पढ़ते-पढ़ते मन भर जाता था तो ऐसे में फिर किताबों की तरफ देखने का मन नहीं करता था। जब तक मन करता था तभी तक पढ़ती थी, जबरदस्ती कभी नहीं पढ़ाई की।’

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ये कहना है इंटर में प्रदेश में 8वां और शहर में टॉप करने वाली जीविका श्रीवास्तव का। जीविका ने इंटर में 95.40 प्रतिशत अंक हासिल कर अपने स्कूल ओंकारेश्वर सरस्वती निकेतन इंटर कॉलेज और परिवार का मान बढ़ाया हैं।

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जीविका ने किस तरह से अपनी इस सफलता को हासिल किया वो उन्होंने दैनिक NEWS4SOCIALसे बातचीत में साझा किया।

बेटी को दुलारती जीविका की मां पूर्णिमा।

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प्रश्न: पढ़ाई को कैसे करती थी, कोई समय था या नहीं?

सवाल: पढ़ाई करने का कोई समय नहीं था। बस स्कूल के टीचरों ने जो बताया उसे फॉलो किया। पढाई के लिए कोई समय निर्धारित नहीं था, जितना भी समय मिला उसको पढ़ाई में ही लगाती थी।

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प्रश्न: कभी पढ़ाई में ऐसा भी समय आया जब लगा हो कि अब कैसे हो पाएगा?

सवाल: जब कभी पढ़ाई करते करते थक जाती थी तो कभी-कभी मन में आता था कि अब कैसे होगा। उस टाइम तो किताबों की तरफ भी देखने का मन नहीं करता था, लेकिन फिर जब मन शांत होता था तो फिर से पढ़ाई शुरू हो जाती थी। हमेशा अगर पॉजिटिव रहेंगे तो कभी कोई दिक्कत नहीं होगी।

प्रश्न: पढ़ाई में लगभग कितना समय देती थी?

सवाल: पढ़ाई में रोज 5 से 6 घंटे का समय तो देती थी। हर सब्जेक्ट को समय देती थी। मेरा टारगेट था कि जो टीचरों ने जो बोला है उसे पूरा करना हैं।

प्रश्न: सोशल मीडिया अच्छा है या बुरा?

सवाल: सोशल मीडिया की बात करें तो इसका मिसयूज न किया जाए तो बेहतर होगा। मेरा सिर्फ इंस्टा में ही एकाउंड बना हैं। इसके अलावा कहीं नहीं हूं। वो भी मैंने एग्जाम के दो माह पहले ही बंद कर दिया था। टीवी तो मैंने पूरे साल नहीं देखी।

प्रश्न: इस सफलता के पीछे किसका हाथ हैं?

सवाल: मेरी सफलता के पीछे मेरा स्कूल और मेरे घर वाले हैं।

प्रश्न: आपने जितना पर्सेंटेज सोचा था उतने ही आए?

सवाल: मुझे 98 प्रतिशत तक की उम्मीद थी, लेकिन उसके मुताबिक बहुत कम नंबर आए हैं। मुझे लग रहा था कि नंबर कम आएंगे, क्योंकि कंप्यूटर का पेपर अच्छा नहीं हुआ था। उसके कई सवाल मुझे नहीं आए।

प्रश्न: भविष्य में आगे क्या करने की सोची हैं?

सवाल: मुझे इंजीनियर बनना है। मैं जेईई की तैयारी कर रहीं हूं। आईआईटी मुंबई जैसे संस्थान से मुझे बीटेक करना हैं। भविष्य में इंजीनियरिंग का स्कोर और ज्यादा होने वाला हैं।

जानिए किसमें कितने आए अंक

कैमिस्ट्री – 99 मैथ – 98 फिजिक्स – 98 हिंदी – 98

जानिए परिवार में और कौन-कौन हैं

पिता – नीरज श्रीवास्तव जलकल विभाग में कार्यरत हैं।

मां – पूर्णिमा श्रीवास्तव हाउस वाइफ बहन – इशिका श्रीवास्तव, उसने भी इंटर में इसी वर्ष 93 प्रतिशत अंक प्राप्त किए।

भाई – कृष्णा श्रीवास्तव 10वीं क्लास में।

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