कलेक्टर जबलपुर के एक्शन से नामी 65 स्कूलों के मालिक धराशायी, नहीं चली नेतागिरी और पहचान

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कलेक्टर जबलपुर के एक्शन से नामी 65 स्कूलों के मालिक धराशायी, नहीं चली नेतागिरी और पहचान

कलेक्टर जबलपुर के एक्शन से नामी 65 स्कूलों के मालिक धराशायी, नहीं चली नेतागिरी और पहचान


जबलपुर. शिक्षा के नाम पर चल रहे बुक-ड्रेस की फिक्सिंग के खेल का दायरा बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को 20 और स्कूलों का खेल सामने आया, जो दुकानदारों के साथ सेटिंग कर लाखों का खेल कर रहे थे। प्रशासन के निर्देश पर इन पर भी मामला दर्ज किया गया। अब तक फिक्सिंग में 54 स्कूलों की पोल खुल चुकी है। उधर, कॉपी-किताबों में स्कूल और दुकानदारों के गठजोड़ की जांच के लिए नौदराब्रिज के चिल्ड्रन बुक डिपो पहुंचे प्रशासनिक अधिकारी उस समय हैरान रह गए जब उन्हें दुकान में विभिन्न स्कूलों के किताबों के सेट तैयार मिले। उन पर बकायदा स्कूलों कीे रसीद लगी हुई थी। जांच में गड़बडिय़ों की परतें खुलते जा रही हैं। कॉपी-किताबों में कर चोरी किए जाने की आशंका के बाद जीएसटी को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है। शुक्रवार को दल ने गोरखपुर में संगम बुक डिपो और राधिका बुक डिपो में भी जांच की। इधर जिला प्रशासन ने 20 और स्कूलों पर प्रकरण दर्ज किया है। अब इनकी कुल संख्या 54 हो गई है।

 

नंबर पर शिकायतों का अंबार, तीसरे दिन भी जांच जारी
बुक-ड्रेस फिक्सिंग के खेल में 54 स्कूल, जीएसटी का कसेगा शिकंजा
चिल्ड्रन बुक डिपो की जांच में पकड़ाई गड़बड़ी, किताबों के तैयार सेट मिले

 

किताबों का भंडार देखकर दंग
एसडीएम रांझी रघुवीर सिंह मरावी दूसरे दिन भी चिल्ड्रन बुक डिपो पहुंचे। दुकान में घुसते ही किताबों का अंबार नजर आया। हजारों की संख्या में पहली से 12वीं कक्षा की किताब, कॉपी व दूसरी चीजों के सेट बने रखे हैं। उनमें उन स्कूलों की लिस्ट और रसीद भी मिली। उन्होंने बताया कि यह सीधे रूप से स्कूल और बुक स्टॉल संचालकों के मिलीभगत का मामला है। गोरखपुर तहसीलदार भरत सोनी ने गोरखपुर में संगम बुक और राधिका बुक डिपो की जांच की। तहसीलदार सोनी ने बताया कि कॉपियों में जीएसटी लगता है। इसमें संदेह के आधार पर सूचना जीएसटी विभाग को दी है।

 

इन 20 स्कूलों पर भी मामला दर्ज
जिला प्रशासन ने 20 और स्कूलों पर मध्यप्रदेश निजी विद्यालय (फ़ीस एवं अन्य विषयों का विनियमन) अधिनियम 2017 के तहत प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही शुरू की है। इस प्रकार अब तक 54 स्कूल जांच के दायरे में आ चुकी हैं। शुक्रवार को लिटिल वर्ल्ड स्कूल, लेनार्ड हायर सेकेंडरी स्कूल बिलहरी, गुरू गोविंद सिंह खालसा स्कूल मढ़ाताल, अरिहंत पब्लिक स्कूल शहपुरा भिटोनी, आदित्य कान्वेंट स्कूल गोपालबाग, शिशु विद्या पीठ कांचघर, मिलेनियम एकेडमी हायर सेकेंडरी स्कूल, होली क्रास हायर सेकेंडरी स्कूल, सेंट ग्रेबियल स्कूल रांझी, सर्वोदय इंगलिश मीडियम स्कूल, निर्मला इंगलिश मीडियम स्कूल, आर्मी पब्लिक स्कूल, गोल्डन एक पब्लिक स्कूल, कंगारू किड्स इंटरनेशनल स्कूल, जीपी रायल ईएम स्कूल अंसारनगर, अशोका हाल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, डब्ल्यूएसईसी केजी हाई स्कूल इंदिरा मार्केट, बालक मन्दिर हायर सेकेंडरी स्कूल रामपुर, स्प्रिंग डे स्कूल महाराजपुर और आदित्य कान्वेंट स्कूल गोपालबाग

आज इन स्कूलों पर हुई कार्यवाई

स्कूलों की सूची जिनके विरुद्ध शिकायत प्राप्त होने पर मध्यप्रदेश निजी विद्यालय (फ़ीस एवं अन्य विषयों का विनियमन) अधिनियम 2017 के तहत प्रकरण दर्ज कर विधिक कार्रवाई प्रारंभ की गई-
55. Abbot beaten higher secondary school
56. मेरिडियन स्कूल सिहोरा
57. राक फ़ोर्ड स्कूल महानंदा नगर
58. ब्रिटिश इनटरनेशनल स्कूल तेवर जबलपुर
59. सौरभ इन्टरनेशनल स्कूल तिलवारा
60. विंग्स आफ जाय स्कूल जबलपुर
61. जाय सीनियर सेकेंडरी स्कूल जबलपुर
62. लिटिल किंगडम स्कूल आधारताल
63. लिटिल किंगडम स्कूल नेपियर टाउन
64. फ्लावर वैली किड्स एकेडमी शास्त्री नगर
65. बिलाबांग्स हाई इन्टरनेशनल स्कूल जबलपुर

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