कर्मचारी रुपए लेकर बदलते हैं गजट में नाम: गवर्नमेंट प्रेस का बाबू बोला- पेमेंट दो, बाकी टेंशन हमारी; NEWS4SOCIALने की 5 कर्मचारियों से डील – Madhya Pradesh News h3>
मध्यप्रदेश की गवर्नमेंट प्रेस में दलाल ही सक्रिय नहीं हैं, यहां के कुछ कर्मचारी भी रुपए लेकर किसी का नाम गजट में बदलने के लिए तैयार बैठे हैं। दैनिक NEWS4SOCIALरिपोर्टर ने गवर्नमेंट प्रेस के पांच कर्मचारियों से डील की। इन्होंने दावा किया कि आप तो बस रुपए
.
NEWS4SOCIALइन्वेस्टिगेशन के पार्ट-1 में हमने बताया था कि गवर्नमेंट प्रेस के दलाल दीपक पांडव ने 7000 रुपए लेकर मृत व्यक्ति का नाम बदलवाकर गजट में पब्लिश करवा दिया था। पार्ट -2 में पढ़िए, गवर्नमेंट प्रेस के कर्मचारी दलाल की तरह काम करते हुए नाम बदलने के एवज में कैसे रुपए की डिमांड कर रहे हैं….
गवर्नमेंट प्रेस के 5 कर्मचारी, जिनसे NEWS4SOCIALरिपोर्टर ने डील की
आपको तो बस डॉक्यूमेंट और पेमेंट देना है, बाकी सारी टेंशन हमारी NEWS4SOCIALरिपोर्टर को पता चला कि बीमा पॉलिसी में नाम को चेंज करने का काम राम मेवारी करता है। मेवारी ग्वालियर का रहने वाला है और गवर्नमेंट प्रेस में जूनियर बाइंडर है। वह हफ्ते में दो दिन ग्वालियर जाता है। रिपोर्टर ने उसके मोबाइल नंबर 9669xxxx81 पर कॉल किया और बीमा पॉलिसी में नाम बदलवाने की डील की।
रिपोर्टर: मैं ग्वालियर के दीनदयाल नगर से बात कर रहा हूं। मेरे पिताजी ने 20 साल पहले जीवन बीमा पॉलिसी करवाई थी। अब पॉलिसी की मियाद पूरी हो चुकी है। गलती से उसमें उनका नाम खुशी राम हो गया था, जबकि दस्तावेज में उनका नाम खुशी लाल है। पिताजी सरकारी नौकरी में थे। अब बीमा कंपनी का कहना है कि जब तक करेक्शन नहीं होगा, तब तक पॉलिसी का क्लेम नहीं मिलेगा।
राम मेवारी: इसके लिए आपको गजट नोटिफिकेशन करवाना पड़ेगा, जिसके लिए 50 रुपए का शपथ पत्र बनेगा। एक विज्ञप्ति न्यूज पेपर में निकलवानी पड़ेगी। एक फॉर्म लगेगा, जिसमें दो राजपत्रित अधिकारियों के सिग्नेचर होंगे। आधार कार्ड, पैन कार्ड की फोटोकॉपी लगेगी। गलत नाम और सही नाम के सभी प्रूफ लगेंगे।
रिपोर्टर: अच्छा! एक करेक्शन के लिए इतने दस्तावेज लगेंगे?
राम मेवारी: आजकल बीमा पॉलिसी के नाम में सिर्फ एक शब्द का भी फर्क हो तो कंप्यूटर उसको लेता नहीं है।
रिपोर्टर: सर मुझे तो इतना नॉलेज नहीं है, आप ही पूरा काम करना।
राम मेवारी: आप चिंता मत करिए, आपका काम मैं कर दूंगा। आप तो डॉक्यूमेंट लेकर मेरे घर आ जाइए। यदि सभी डॉक्यूमेंट की फोटोकॉपी आज ही दे देंगे, तो तुरंत आपकी फाइल तैयार कर दूंगा। कल मैं भोपाल निकलूंगा।
रिपोर्टर: सर कितना पेमेंट लगेगा ?
राम मेवारी: आपका कुल खर्चा 7 हजार रुपए आएगा।
रिपोर्टर: कितने दिन में होगा काम ?
राम मेवारी: आप मुझे आज डॉक्यूमेंट और पेमेंट ला कर देते हैं, तो इसी हफ्ते शुक्रवार को आपका काम करवा दूंगा।
रिपोर्टर: हम तो डॉक्यूमेंट देंगे, बाकी जिम्मेदारी सब आपकी है।
राम मेवारी: हां जी, आपको तो डॉक्यूमेंट और पेमेंट देना है, बाकी सारी टेंशन हमारी है। आपको तो घर बैठे गजट की चार कॉपी मिल जाएंगी… बनी बनाई।
रिपोर्टर: पक्का इसी शुक्रवार को मिल जाएगी?
राम मेवारी: आज आप मुझे डॉक्यूमेंट दे दो, कल मैं भोपाल निकल रहा हूं। परसों प्रेस में डॉक्यूमेंट जमा करवा दूंगा। इसी शुक्रवार को आपको ऑनलाइन मिल जाएगा।
रिपोर्टर: पेमेंट ज्यादा है।
राम मेवारी: आप डॉक्यूमेंट दे दो… 500 रुपए कम दे देना। बाकी काम की सभी टेंशन हमारी है।
रिपोर्टर: डॉक्यूमेंट देने कहां पर आना होगा?
राम मेवारी: अभी आप हमारे घर आ सकते हैं, पाताली हनुमान मंदिर तिराहा या फिर मुझे वॉट्सऐप पर डॉक्यूमेंट भेज दो।
रिपोर्टर: राजपत्र में प्रकाशित होने के बाद वैलिड हो जाएगा?
राम मेवारी: सभी एलआईसी और बीमा कंपनी वाले मेरे से ही काम करवाते हैं। सभी का काम मैं ही करता हूं। राजपत्र को सुप्रीम कोर्ट में भी कोई चैलेंज नहीं कर सकता है। मध्यप्रदेश शासन का अशोक चक्र राजपत्र पर बना हुआ होता है। नाम परिवर्तन की पूरी जानकारी वेबसाइट पर होती है।
रिपोर्टर: ये काम भोपाल से होता है या ग्वालियर से?
राम मेवारी: पहले ग्वालियर से होता था, अब भोपाल से होता है।
रिपोर्टर: राजपत्र राज्यपाल के आदेश से जारी होता है या सरकार के?
राम मेवारी: यह राज्य सरकार से जारी होता है, जिस पर राज्यपाल की अनुमति होती है। आप इसको राजपत्र की वेबसाइट पर ऑनलाइन भी देख सकते हैं।
इसके बाद रिपोर्टर के मोबाइल पर डॉक्यूमेंट भेजने के लिए राम मेवारी का कॉल आने लगा। उसने कहा- आज ही आपका काम करवा दूंगा। वॉट्सएप पर भी डॉक्यूमेंट भेज दो। रिपोर्टर ने डॉक्यूमेंट नहीं भेजे।
मैं आपके सारे पेपर कम्पलीट कर दूंगा, 6 हजार रुपए लगेंगे NEWS4SOCIALरिपोर्टर ने स्कूल मार्कशीट में नाम बदलने को लेकर अतुल दीक्षित से उसके मोबाइल नंबर 9098xxxx40 पर बात की।
रिपोर्टर: मेरे बच्चे की मार्कशीट में नाम बदलवाना है। घर का नाम राघव है और डॉक्यूमेंट में राकेश लिखा है।
अतुल: बिल्कुल, सर हो जाएगा। बच्चे के डॉक्यूमेंट्स लगेंगे।
रिपोर्टर: सर कितने दिन की प्रोसेस है?
अतुल: गजट में हर फ्राइडे नोटिफिकेशन जारी होता है।
रिपोर्टर: गजट में चेंज होने के बाद वैलिड होगा?
अतुल: एक बार गजट में परिवर्तन हो जाने के बाद आप कहीं पर भी कॉपी लगाकर नाम में चेंज करवा सकते हैं। गजट बनने के बाद आप आधार कार्ड, बर्थ सर्टिफिकेट सभी में चेंज करवा सकते हैं। गजट सब जगह वैलिड होता है।
रिपोर्टर: इन सबके लिए कितना पेमेंट लगेगा?
अतुल: यह सब डॉक्यूमेंट आप तैयार करवाएंगे या मैं?
रिपोर्टर: सर इतने डॉक्यूमेंट मेरे से तैयार नहीं होंगे, आप ही करा दीजिए।
अतुल: अच्छा, पहले आप मुझे डॉक्यूमेंट वॉट्सएप कर दीजिए। फिर देख लेंगे।
रिपोर्टर: पेमेंट के बारे में बता दीजिए?
अतुल: मैं आपके सारे पेपर कम्पलीट कर दूंगा, 6 हजार रुपए लगेंगे। फ्राइडे को मैं ग्वालियर आऊंगा, आप मुझे डॉक्यूमेंट और पेमेंट दे देना।
रिपोर्टर: यह काम इसी फ्राइडे हो जाएगा?
अतुल: नहीं सर… इस फ्राइडे को नहीं होगा। फरवरी के पहले सप्ताह में होगा। आप ग्वालियर में कहां रहते हैं?
रिपोर्टर: यहां ग्वालियर न्यू सोसाइटी में रहता हूं।
अतुल: डॉक्यूमेंट कहां मिलेंगे, भोपाल या ग्वालियर में?
रिपोर्टर: सर, आपको डॉक्यूमेंट ग्वालियर में मिल जाएंगे। आप बोलो तो मैं डॉक्यूमेंट और पेमेंट आपको ऑनलाइन भेज दूंगा।
अतुल: फ्राइडे या शनिवार को मैं ग्वालियर रहूंगा, तो आप मुझे डॉक्यूमेंट दे देना। ग्वालियर सिटी सेंटर में आपको मिलूंगा।
रिपोर्टर: ठीक है, सर कन्फर्म मिलते हैं।
अतुल: आप मुझे डॉक्यूमेंट वॉट्सएप कर दीजिए, ताकि मैं आपको विज्ञप्ति बनाकर भेज दूंगा। उसमें कोई करेक्शन हो तो आप चेक कर लीजिए।
आप घर से ही डॉक्यूमेंट भेज दीजिए, मैं काम करवा दूंगा रिपोर्टर ने विजय गौर के मोबाइल नंबर 9806XXXX56 पर कॉल किया। कहा- मैं कलेक्टर कार्यालय से शर्मा बात कर रहा हूं। हमारे बॉस के लड़के की मार्कशीट में नाम करेक्शन करवाना है। सर ने मुझे बोला कि क्या प्रोसेस है, पता करके बता दो।
विजय गौर: सारे डॉक्यूमेंट्स दे दीजिए, एडवोकेट से शपथ-पत्र बनवाना होगा।
रिपोर्टर: सर, यह सब आप ही करवा दीजिए।
विजय: अच्छा, मेरे से ही करवाना है आपको? मैं एक साथी अभिषेक जैन से बात करवाता हूं। ये काम मेरे अंडर में नहीं है। अभिषेक ही देखता है।
रिपोर्टर: सर, अभिषेक जी का नंबर भेज दीजिए या उनसे बात करवा दीजिए।
विजय: ठीक है… मैं बात करवाता हूं।
कुछ सेकेंड बाद बोला- जैन साहब आ गए हैं। आप उनसे ही बात कर लीजिए।
रिपोर्टर: जैन साहब, हमारे बॉस के लड़के का नाम परिवर्तन करवाना है?
अभिषेक जैन: आधार कार्ड और अन्य जरूरी डॉक्यूमेंट लेकर आप भोपाल आ जाइए, आपका काम करवा देंगे।
रिपोर्टर: सर, अगर डॉक्यूमेंट आपको भेज दें तो… आप ही करवा दीजिए।
अभिषेक: पहले आप एक काम करिए, डॉक्यूमेंट वॉट्सएप पर भेज देना। आज तो छुट्टी हो गई है, कल सुबह विजय गौर जी के वॉट्सऐप पर भेज देना।
रिपोर्टर: कितना पेमेंट लगेगा?
अभिषेक: आप विजय भाई के आदमी हो, चिंता मत करो, सारा काम हो जाएगा। पेमेंट विजय भाई बोलेंगे, उतना ले लेंगे।
रिपोर्टर: ठीक है सर।
15 मिनट बाद रिपोर्टर के मोबाइल पर 7354XXXX28 नंबर से अभिषेक जैन का कॉल आया और बोला- आपको कहीं आने-जाने की जरूरत नहीं है। ऑनलाइन ही आपका काम हो जाएगा। मेरे आदमी का कॉल आएगा।
उसी दिन शाम को 1 घंटे बाद राहुल जैन नाम के व्यक्ति ने 9770XXXX08 नंबर से कॉल किया। राहुल ने इस पूरे मामले की डील की।
राहुल: अभिषेक जैन और विजय गौर जी के कागज बनाने का काम मैं ही करता हूं।
रिपोर्टर: आपको क्या-क्या भेजना होगा?
राहुल: आप तो मुझे डॉक्यूमेंट और पेमेंट भेज देना, बाकी सारा काम मैं कर दूंगा।
रिपोर्टर: कितना समय लगेगा?
राहुल: अगर आप आज मुझे डॉक्यूमेंट वॉट्सएप पर भेजते हैं तो अगले दिन आपके डॉक्यूमेंट तैयार हो जाएंगे। जब डॉक्यूमेंट और विज्ञप्ति तैयार हो जाती है तो फिर राजपत्र के लिए जमा करवाना रहेगा। जल्दी काम करवाना है तो ज्यादा पैसा लगेगा।
रिपोर्टर: कितना पेमेंट लगेगा?
राहुल: मुझसे कागज तैयार करवाते हैं तो 2500 रुपए लगेंगे। उसमें से 500-500 रुपए दो राजपत्र अधिकारियों को देने होंगे।
रिपोर्टर: आप ही सबकुछ देख लो।
राहुल: अर्जेंट के 5 हजार रुपए लगेंगे। डॉक्यूमेंट्स भेज दो। बाकी सारा मैं देख लूंगा।
मेरा ट्रांसफर दूसरी शाखा में हो गया, पहले मैं ये काम करता था NEWS4SOCIALरिपोर्टर ने पदम सिंह को उसके मोबाइल नंबर 9826XXXX64 पर कॉल किया। उसने फोन नहीं उठाया। दोबारा कॉल किया तो उससे बच्चे की मार्कशीट में जन्मतिथि बदलवाने के लिए डील हुई।
रिपोर्टर: हैलो, पदम जी बात कर रहे हैं?
पदम सिंह: हां, कौन बोल रहा है?
रिपोर्टर: मिसरौद वाले पाटीदार जी ने आपका नंबर दिया था। बच्चे की स्कूल मार्कशीट में उसकी जन्मतिथि बदलवानी है।
पदम सिंह: बदल जाएगा। डॉक्यूमेंट दे दीजिए।
रिपोर्टर: क्या-क्या डॉक्यूमेंट लगेंगे।
पदम सिंह ने डॉक्यूमेंट की लिस्ट बताई और बोला- मेरा ट्रांसफर दूसरी शाखा में हो गया है। पहले मैं ये काम करता था। थोड़ी देर में आपको दूसरे व्यक्ति का नंबर दे रहा हूं। वो आपका काम करेगा।
इसके बाद पदम सिंह ने फोन कट कर दिया। रिपोर्टर ने जब दोबारा कॉल किया तो पदम ने कॉल रिसीव नहीं किया।
प्रमुख सचिव ने मांगे डॉक्यूमेंट, कंट्रोलर बोले- जांच कराएंगे NEWS4SOCIALने राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव विवेक पोरवाल से भी संपर्क किया तो वे बोले- मामले से संबंधित जो भी डॉक्यूमेंट्स हैं, वो वॉट्सएप पर भेज दें। NEWS4SOCIALने उन्हें सारे डॉक्यूमेंट्स भेज दिए, मगर कोई रिप्लाई नहीं आया। इसके बाद गवर्नमेंट प्रेस के कंट्रोलर और मुख्यमंत्री कार्यालय के एडिशनल सेक्रेटरी चंद्रशेखर वालिंबे से संपर्क किया।
वालिंबे ने कहा- रामखिलावन वाले केस के डॉक्यूमेंट मंगवाए हैं। इनकी जांच होगी कि आखिर किस तरह से राजपत्र में एक मृत व्यक्ति के नाम की सूचना प्रकाशित हो गई?
फर्जीवाड़े में कर्मचारियों के शामिल होने को लेकर बोले- यदि कोई लिखित में शिकायत मिलती है तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ जांच की जाएगी। वालिंबे ने कहा-
जांच में यदि कोई दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ तत्काल एक्शन लिया जाएगा। पूरे कैंपस में सीसीटीवी लगवाएंगे, जिससे संदिग्धों का पता चल सके।
मामले से जुड़ा NEWS4SOCIALइन्वेस्टिगेशन पार्ट-1 भी पढ़ें…
गजट पब्लिश कराकर बदल दिया मृत व्यक्ति का नाम, दलाल ने 7000 लेकर डॉक्यूमेंट में मृत व्यक्ति के साइन किए
मध्यप्रदेश के गवर्नमेंट प्रेस में दलालों का एक ऐसा रैकेट काम रहा है, जो किसी भी व्यक्ति का नाम बदलवाकर गजट यानी राजपत्र में पब्लिश करवा देता है। दैनिक NEWS4SOCIALने अपनी पड़ताल में ऐसे ही गिरोह को एक्सपोज किया है। जिसमें दलाल ने कुछ डॉक्यूमेंट और सात हजार रुपए लेकर महज सात दिन में रामखिलावन नाम के व्यक्ति का नाम बदलवाकर गजट में पब्लिश करा दिया, जो जिंदा ही नहीं है। पढ़ें पूरी खबर...