औरंगाबाद में बेरोजगारी के खिलाफ कांग्रेस का प्रदर्शन: विधायक बोले – यह कुर्सी है, जनाजा थोड़े ही है; कुछ कर नहीं सकते तो उतर जाओ – Aurangabad (Bihar) News h3>
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ताओं द्वारा शहर के दानी बीघा स्थित बस स्टैंड के समीप एक दिवसीय धरना कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यकारी जिला अध्यक्ष महेंद्र यादव के नेतृत्व में आयोजित धरना कार्यक्रम में जिले भर के
.
धरना कार्यक्रम के दौरान वरीय कांग्रेस नेता सह औरंगाबाद जिला कार्यक्रम प्रभारी विकास उपाध्याय ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी क्या कहते हैं और क्या करते हैं, यह किसी से छुपा नहीं है। देश इनकी असलियत को पहचान चुका है। जम्मू कश्मीर के पहलगाम के हमले के बाद जो आतंकवादी गतिविधि हुई उसके बाद पूरा विश्व किस प्रकार से इन बातों को बोल रहा है,यह किसी से छुपा नहीं है।
आज पूरा देश भाजपा और नरेंद्र मोदी के झूठ को पहचान चुका है। उन्होंने कहा कि बिहार में अराजकता की स्थिति है। चुनाव जीतने के पहले भाजपा नेताओं ने बेरोजगारी दूर करने, महंगाई कम करने तथा प्रत्येक साल 2 लाख लोगों को रोजगार देने का वादा किया था।
लोगों ने भरोसा करके एनडीए गठबंधन को वोट दिया और उनकी सरकार बनाई लेकिन न बेरोजगारी कम हुई, न लोगों को रोजगार मिला, न हीं महंगाई से निजात मिली। लोग परेशान हैं। आमदनी कम हो गई है और महंगाई बढ़ गया है। ऐसी स्थिति में लोग एनडीए सरकार को उखाड़ फेंकना चाहते हैं।
प्रत्येक साल 2 करोड़ लोगों को रोजगार देने का था वादा लेकिन पलायन जारी
उन्होंने कहा कि आज किसी भी प्रदेश में चले जाइये, वहां बिहार के युवा मजदूरी करते मिलेंगे। ट्रेनों में भर भर कर बिहार के बेरोजगार युवा दूसरे प्रदेशों में मजदूरी करने जाते हैं। मुख्यमंत्री नितीश कुमार कुर्सी के लिए पाला बदलते हैं। युवाओं के रोजगार से उनका कोई लेना देना नहीं है।
वहीं भाजपा भाई भाई को लड़ा कर तथा धर्म के आधार पर बंटवारा कराकर लोगों का बहुमत हासिल करना चाहती है। युवाओं को पकोड़े तलने का सुझाव दिया जाता है।
प्रधानमंत्री के कथनी और करनी में अंतर
धरना कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सदर विधायक आनंद शंकर सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रत्येक साल 2 करोड लोगों को रोजगार देने का वादा किया था। सरकार बने 11 साल हो गए, इस हिसाब से 22 करोड लोगों को रोजगार मिलना चाहिए था। प्रधानमंत्री के कथनी और करनी में अंतर है।
वे युवाओं के हितैषी नहीं है। मनमोहन सरकार में किसानों का ऋण माफ कर दिया गया था। लेकिन अब साल में ₹6000 रुपए देकर किसानों को ठगने का काम कर रहे हैं। नीतीश कुमार जब पाला बदलकर महागठबंधन में आए तो हमारे दबाव में शिक्षकों की नियुक्ति की गई। चार लाख लोगों को रोजगार मिला अगर वह युवाओं के लिए कुछ नहीं कर सकते तो कुर्सी पर क्यों बैठे हैं। उत्तर क्यों नहीं जाते कोई जनाजा थोड़े हैं।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी हो रही देश की बदनामी
विधायक ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी देश की बदनामी हो रही है। पहलगाम हमले के बाद पूरा देश एकजुट हो गया और पाकिस्तान के विरुद्ध कार्रवाई की मांग कर रहा था। लेकिन ट्रंप ने युद्ध बंदी की घोषणा कर दी। हमारे प्रधानमंत्री ट्रंप के इशारों पर काम करने वाले हैं।
धरना प्रदर्शन में शामिल लोगों ने राज्य स्तर पर रोजगार प्रदान करने वाले विभिन्न सरकारी संवैधानिक संस्थाओं द्वारा परीक्षा फल प्रशासन में पारदर्शिता बरते जाने, युवाओं को तकनीकी शिक्षा प्रदान करने, स्थानीय स्तर पर कुशल प्रशिक्षित श्रमिक को रोजगार प्रदान करने, स्वरोजगार हेतु ऋण की व्यवस्था करने, सूक्ष्म एवं कुटीर उद्योग को बढ़ावा देने, बैटरी चलित तीन पहिया वाहन सब्सिडी के साथ बेरोजगारों को वितरण करने तथा बिहार में रिक्त पर सभी पदों को भरने के लिए बहाली की प्रक्रिया प्रारंभ किए जाने की मांग की है।
धरना प्रदर्शन में पूर्व कांग्रेस जिला अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह उर्फ पप्पू, अरविंद कुमार सिंह, युवा प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र पासवान, NSUI के जिला अध्यक्ष भीम सिंह चौहान, प्रदीप कुमार सिंह, आशुतोष कुमार सिंह, अजय तिवारी, अभिजीत कुमार सिंह समेत काफी संख्या में लोग मौजूद रहे।