ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी पर घायल स्वरूपों के दर्शन: SGPC-दमदमी टकसाल में तनातनी, जत्थेदार का विरोध जारी; अमृतसर में 6000 सुरक्षाकर्मी तैनात – Amritsar News

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ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी पर घायल स्वरूपों के दर्शन:  SGPC-दमदमी टकसाल में तनातनी, जत्थेदार का विरोध जारी; अमृतसर में 6000 सुरक्षाकर्मी तैनात – Amritsar News
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ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी पर घायल स्वरूपों के दर्शन: SGPC-दमदमी टकसाल में तनातनी, जत्थेदार का विरोध जारी; अमृतसर में 6000 सुरक्षाकर्मी तैनात – Amritsar News

एसजीपीसी प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी व दमदमी टकसाल मुखी हरनाम सिंह खालसा।

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अमृतसर में ऑपरेशन ब्लू स्टार की 41वीं बरसी का आज दूसरा दिन है। दमदमी टकसाल और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के बीच जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज को लेकर पैदा हुए विवाद अभी भी जारी है। शाम को एसजीपीसी प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी

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एसजीपीसी धामी ने कहा कि हमने विचार किया है, आस है, जल्द इसका हल निकल जाएगा। वहीं हरनाम सिंह खालसा अभी भी अपनी बात पर अड़े हुए हैं। उनका कहना है कि एसजीपीसी और श्री अकाल तख्त साहिब से दमदमी टकसाल का कोई टकराव नहीं है। लेकिन जत्थेदार कुलदीप सिंह गड़गज अगर कौम के नाम संदेश देते हैं और शहीदों के परिवार को सम्मान देने की बात करते हैं तो स्थिति तनाव पूर्वक हो सकती है। जत्थेदार गड़गज सर्वसम्मति के साथ चुने गए जत्थेदार नहीं है और उनका संदेश पढ़ना ठीक नहीं होगा।

गोल्डन टेंपल में घायल श्री गुरु ग्रंथ साहिब के दर्शन करवाते हुए।

सुबह घायल स्वरूपों के करवाए गए दर्शन

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सोमवार सुबह गोल्डन टेंपल स्थित गुरुद्वारा बाबा गुरबख्श सिंह में 2 जून 1984 को घायल हुए श्री गुरु ग्रंथ साहिब स्वरूप के दर्शन करवाए गए। इस दौरान स्वरूप को घायल करने वाली गोली को भी प्रदर्शित किया गया।

एसजीपीसी हर साल 2 से 6 जून तक इन स्वरूपों को प्रदर्शित करती है, ताकि सिख समुदाय को उस त्रासदी की याद दिलाई जा सके और गोल्डन टेंपल में मारे गए लोगों को याद किया जा सके।

श्री अकाल तख्त साहिब के आदेश पर एसजीपीसी की ओर से मनाए जा रहे घल्लूकारा सप्ताह का आखिरी दिन 6 जून को होगा। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पंजाब पुलिस प्रशासन ने करीब 6 हजार सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया है।

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6 जून को बन सकती है टकराव की स्थिति

6 जून को घल्लूघारा दिवस के मौके पर SGPC और दमदमी टकसाल के बीच टकराव की आशंका जताई जा रही है। दमदमी टकसाल के मुखी बाबा हरनाम सिंह खालसा ने SGPC को चेतावनी दी है कि अगर श्री अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज की ओर से उस दिन कौम के नाम संदेश या शहीद परिवारों को सम्मानित किया गया, तो इसका विरोध किया जाएगा।

श्री गुरु ग्रंथ साहिब को घायल करने वाली बुलेट।

कार्यक्रमों की रूपरेखा

  • SGPC की ओर से 4 जून को श्री अकाल तख्त साहिब में अखंड पाठ की शुरुआत की जाएगी, जिसकी समाप्ति 6 जून को होगी। उसी दिन गोल्डन टेंपल में मारे गए परिवारों को सम्मानित किया जाएगा।
  • दमदमी टकसाल की ओर से अलग कार्यक्रम गुरुद्वारा गुरदर्शन प्रकाश, चौक मेहता में भी आयोजित किए जाएंगे।
  • दल खालसा ने 5 जून की शाम को “घल्लूघारा मार्च” निकालने का ऐलान किया है, जो शहर के विभिन्न बाजारों से गुजरता हुआ श्री अकाल तख्त पर समाप्त होगा।

सुरक्षा एजेंसियां सतर्क

घल्लूघारा दिवस को लेकर जो स्थिति एसजीपीसी और दमदमी टकसाल के बीच पैदा हो रही है, उसे देखते हुए पंजाब सरकार और सुरक्षा एजेंसियां भी अलर्ट पर हैं। अगर किसी टकराव की स्थिति उत्पन्न होती है तो सुरक्षा और शांति बनाए रखने के लिए सरकार पहले ही तैयार करेगी। लगभग 6 हजार पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे, जिनमें पंजाब आर्म्ड पुलिस के जवान भी शामिल होंगे।

अमृतसर में 62 स्थानों पर नाके स्थापित किए जाएंगे। जिनमें 14 नाके गोल्डन टेंपल के आसपास और रास्तों में होंगे। 20 नाके शहर के भीतर, 10 नाके शहर के बाहरी इलाकों में और 10 नाके शहर में आने-जाने वाले मुख्य मार्गों पर होंगे। 52 नाकों पर पुलिस 24 घंटे तैनात रहेगी। लगभग 40 डीएसपी और एसपी स्तर के अधिकारी निगरानी पर रहेंगे।

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