ऐसा भी, यहां अल्पसंख्यक प्रत्याशी कांग्रेस का ट्रंप कार्ड, भाजपा के लिए ब्राह्मण शुभ सतना सीट पर ऐसी है भाजपा की किस्मत | Satna Assembly Constituency Trump Card of Congress BJP candidates | Patrika News h3>
सतनाPublished: Oct 21, 2023 02:03:50 pm
जिले में एक ऐसी विधानसभा ऐसी सीट है जहां की जनता ने जाति और धर्म से ऊपर उठकर हर वर्ग को महत्व दिया। ब्राह्मण, बनिया बाहुल्य इस विधानसभा के मतदाताओं ने क्षत्रपों को धूल चटाते हुए अब तक चार बार अल्पसंख्यक को अपना विधायक चुना
जिले में एक ऐसी विधानसभा ऐसी सीट है जहां की जनता ने जाति और धर्म से ऊपर उठकर हर वर्ग को महत्व दिया। ब्राह्मण, बनिया बाहुल्य इस विधानसभा के मतदाताओं ने क्षत्रपों को धूल चटाते हुए अब तक चार बार अल्पसंख्यक को अपना विधायक चुना। यहां अल्पसंख्यक प्रत्याशी कांग्रेस का ट्रंप कार्ड रहा तो भाजपा के लिए ब्राह्मण चेहरे ही शुभ रहे। 1967 में जब सतना जनसंघ का गढ़ माना जाता था, तब एक गुजराती महिला जिसके शहर में 100 सजातीय वोट भी नहीं थे, ने विधानसभा चुनाव में जनसंघ का किला ढहाते हुए पहली बार सतना सीट कांग्रेस की झोली में डाली थी। जिले की पहली महिला विधायक कांताबेन पारेख ने तब जन संघ के दिग्गज नेता दादा सुखेंद्र सिंह को पटखनी दी थी। वह समाज सेवा के दम पर लगातार 10 साल तक सतना विधानसभा से विधायक रहीं।
सतनाPublished: Oct 21, 2023 02:03:50 pm
जिले में एक ऐसी विधानसभा ऐसी सीट है जहां की जनता ने जाति और धर्म से ऊपर उठकर हर वर्ग को महत्व दिया। ब्राह्मण, बनिया बाहुल्य इस विधानसभा के मतदाताओं ने क्षत्रपों को धूल चटाते हुए अब तक चार बार अल्पसंख्यक को अपना विधायक चुना
जिले में एक ऐसी विधानसभा ऐसी सीट है जहां की जनता ने जाति और धर्म से ऊपर उठकर हर वर्ग को महत्व दिया। ब्राह्मण, बनिया बाहुल्य इस विधानसभा के मतदाताओं ने क्षत्रपों को धूल चटाते हुए अब तक चार बार अल्पसंख्यक को अपना विधायक चुना। यहां अल्पसंख्यक प्रत्याशी कांग्रेस का ट्रंप कार्ड रहा तो भाजपा के लिए ब्राह्मण चेहरे ही शुभ रहे। 1967 में जब सतना जनसंघ का गढ़ माना जाता था, तब एक गुजराती महिला जिसके शहर में 100 सजातीय वोट भी नहीं थे, ने विधानसभा चुनाव में जनसंघ का किला ढहाते हुए पहली बार सतना सीट कांग्रेस की झोली में डाली थी। जिले की पहली महिला विधायक कांताबेन पारेख ने तब जन संघ के दिग्गज नेता दादा सुखेंद्र सिंह को पटखनी दी थी। वह समाज सेवा के दम पर लगातार 10 साल तक सतना विधानसभा से विधायक रहीं।