एसएमएस में मर्ज से बड़ा दर्द…नेटवर्क ही नहीं मिलता, कैसे करें कॉल | jaipur | News 4 Social

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एसएमएस में मर्ज से बड़ा दर्द…नेटवर्क ही नहीं मिलता, कैसे करें कॉल | jaipur | News 4 Social

एसएमएस में मर्ज से बड़ा दर्द…नेटवर्क ही नहीं मिलता, कैसे करें कॉल | jaipur | News 4 Social


देवेंद्र सिंह राठौड़

जयपुर. सवाई मानसिंह अस्पताल में मोबाइल नेटवर्क नहीं मिलना बड़ी समस्या बन गई है। यहां कई वार्ड, ऑपरेशन थियेटर, आईसीयू में प्रवेश करते ही मोबाइल नेटवर्क गायब हो जाता है। इस परेशानी से डॉक्टर व स्टाफ ही नहीं बल्कि मरीज व उनके परिजन भी रोजाना जूझ रहे हैं।

अस्पताल के धन्वन्तरि ओपीडी ब्लॉक, बांगड़ परिसर, मुख्य भवन, चरक भवन, इमरजेंसी, ट्रोमा सेंटर मेें कई जगहों पर मोबाइल नेटवर्क नहीं मिलता। नेटवर्क नहीं आने के कारण यहां मोबाइल पर बात नहीं हो पाती। सबसे ज्यादा परेशानी उस वक्त होती है जब कोई मरीज इमरजेंसी या फिर आईसीयू, वार्ड में भर्ती हो और अचानक उसकी तबीयत बिगड़ जाए। वहां मौजूद रेजिडेंट या नर्सिंग स्टाफ सीनियर डॉक्टर से इलाज संबंधी सलाह लेना चाहें तो उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ती है। इसके लिए उन्हें वहां से नेटवर्क वाले स्थान पर ही जाना पड़ता है। बताया जा रहा है कि यहां ज्यादातर डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ, फार्मासिस्ट समेत अन्य स्टाफ अलग-अलग टेलीकॉम कंपनी की सिमकार्ड का उपयोग करने को मजबूर हैं।

ओपीडी में सर्वाधिक परेशानी

धन्वन्तरि ब्लॉक में रोजाना 10 हजार से ज्यादा मरीज आते हैं। प्रत्येक मरीज के साथ कई लोग आते हैं। ओपीडी समय में यहां 30 से 50 हजार लोगों की आवाजाही रहती है। ऐसे में मोबाइल नेटवर्क नहीं मिलने की समस्या यहां ज्यादा रहती है। चरक भवन में भी ऐसा ही हाल है। मोबाइल पर बातचीत के दौरान दिक्कत तो आती है। इसका समाधान निकालेेंगे। वार्ड,ओटी, ओपीडी, आईसीयू में वाईफाई लगा रहे हैं ताकि चिकित्सा व्यवस्था प्रभावित नहीं हो।

-डॉ.अचल शर्मा, अधीक्षक, एसएमएस अस्पताल

एक्सपर्ट बोले,वाईफाई सुविधा शुरू करे सरकार

भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण को सर्विस लेवल नियम लागू करने चाहिए। क्योंकि मोबाइल टावर तो एक लगा लेकिन उसके यूजर क्षमता से कई गुना अधिक हो गए। इस वजह से ऐसी दिक्कत सामने आ रही है। ज्यादा से ज्यादा मोबाइल टावर लगने चाहिए। इसके अलावा सरकार को इमरजेंसी सेवाएं जैसे अस्पताल, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड पर नि:शुल्क वाईफाई की सुविधा उपलब्ध करानी चाहिए। एसएमएस अस्पताल में भी यह सुविधा शुरू हो जाए तो काफी हद तक समस्या का समाधान हो जाएगा।

अजय डाटा, आईटी एक्सपर्ट

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