एमपी में लाड़ली बहनें ऐसे करवाएंगी फिर से शिवराज सिंह चौहान की ताजपोशी

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एमपी में लाड़ली बहनें ऐसे करवाएंगी फिर से शिवराज सिंह चौहान की ताजपोशी

एमपी में लाड़ली बहनें ऐसे करवाएंगी फिर से शिवराज सिंह चौहान की ताजपोशी

भोपाल: मध्यप्रदेश (MP Election 2023) में लाड़ली बहना योजना बीजेपी के लिए गेमचेंजर है। लाड़ली बहना के जरिए बीजेपी महिला वोटरों को साधने में जुटी है। सीएम शिवराज सिंह चौहान की सभाओं में लाड़ली बहना योजना को लेकर महिलाएं क्रेजी नजर आती हैं। लाड़ली बहना योजना एमपी में मध्यप्रदेश में बीजेपी की वापसी का रोडमैप है। पूरे प्रदेश में लगभग 5 करोड़ 40 लाख मतदाता हैं। लाड़ली बहनों की संख्या करीब एक करोड़ 25 लाख है। इनकी उम्र 21 से 60 साल के बीच है। ऐसे में सभी पंजीकृत लाड़ली बहना वोटर हैं। यह संख्या में एमपी में कुल वोटरों की संख्या की 25 फीसदी है। जानकारों को अनुमान है कि ये वोटर शिवराज सरकार को 150 सीटें दिलवा सकती हैं।

वहीं, लाड़ली बहना के सामने कांग्रेस की नारी सम्मान योजना है। बीजेपी के एक हजार रुपए (अब 1250) कांग्रेस ने 1500 रुपए का ऐलान किया। है। बावजूद इसके जनता के बीच सबसे ज्यादा चर्चा लाड़ली बहना की है। प्रदेश की महिलाओं को इसका लाभ मिलने लगा है। राजनीतिक विश्लेषकों कहना है कि जनता चेहरे पर भरोसा करती है, कागजी पुर्जों पर नहीं।

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मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान वो चेहरा बन चुके हैं, जिनपर जनता खासकर आर्थिक कमजोर और महिला वर्ग को बेहद भरोसा है। वे उन्हें वादा निभाने वाले अपने बीच के आदमी लगते हैं, जबकि कांग्रेस के कमलनाथ का सीधे जनता से कोई जुड़ाव नहीं है। वे एक उद्योगपति की छवि में कैद हैं। ऐसे में लाड़ली बहना के करीब एक करोड़ वोट शिवराज के चेहरे को मिलने की संभावना ज्यादा है। कांग्रेस की नारी सम्मान योजना कही भी इस दौड़ में नहीं दिखती।

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सत्ता में कमबैक का यह है रोडमैप

मध्यप्रदेश में जिस तरह से लाड़ली बहना योजना का रिस्पॉन्स है, उसने कांग्रेस की पूरी रणनीति को बैकफुट पर कर दिया है। आइये समझते हैं लाड़ली बहना का वोट से गणित

1. कुल एक करोड़ 25 लाख लाड़ली बहना का पंजीयन, इन्हें अक्टूबर से 1250 रुपए प्रतिमाह मिलेंगे।
2. एक करोड़ 25 लाख में से आधे वोट भी यदि बीजेपी को मिलते हैं तो ये होंगे करीब 50 लाख वोट।
3. पचास लाख वोट यानी कुल मतदाताओं का करीब दस फीसदी।
4. इस पचास लाख वोट यदि पिछले चुनाव के वोटिंग ट्रेंड्स 70 फीसदी मतदान से देखें तो ये आंकड़ा कुल मतदान का करीब 15 फीसदी होगा।
5. मध्यप्रदेश में बीजेपी कांग्रेस के बीच वोट परसेंटेज का अंतर एक से तीन फीसदी ही अब तक रहा है।
5. ऐसे में 15 फीसदी वोट की बढ़त मध्य्रपदेश में सरकार की करीब तीस से पैंतीस फीसदी सीट में इजाफा करेगी।
6. एक करोड़ से ज्यादा लाड़ली बहना बनी सरकार के प्रचारक।

दूसरे वोटरों को भी प्रभावित करती हैं महिलाएं

इस योजना को बारीकी से देखेंगे तो ये सिर्फ सवा करोड़ महिलाओं के वोट का मामला नहीं है। ये महिलाएं धीरे-धीरे करके मध्यप्रदेश बीजेपी और ‘अपने भैया शिवराज ‘ की प्रचारक बन गई हैं। ये महिलाएं अपने परिवार और मिलने जुलने वालों से भी बीजेपी को वोट देने और उसकी नीतियों की तारीफ कर रही हैं। करीब एक फीसदी का अंतर प्रचार भी करेगा।
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परिवार साथ आया तो 170 सीटें भी संभव

वहीं, लाड़ली बहना योजना से लाभान्वित परिवार भी शिवराज और बीजेपी को वोट देने का मन बना लिया तो सीटों की संख्या बढ़ सकती है। यानी एक लाड़ली बहना से करीब तीन वोट जुड़े हैं। यदि ये होता है तो बीजेपी को 170 सीटें भी मिल सकती हैं।

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