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एन. रघुरामन का कॉलम: एआई जिंदगी की कई मुश्किलें हल कर सकता है

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एन. रघुरामन का कॉलम:  एआई जिंदगी की कई मुश्किलें हल कर सकता है

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एन. रघुरामन का कॉलम: एआई जिंदगी की कई मुश्किलें हल कर सकता है

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1 घंटे पहले

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एन. रघुरामन, मैनेजमेंट गुरु

कल्पना करें, आप किसी परिचित की तबीयत पूछने अस्पताल गए हैं, जो कि बीती रात से आईसीयू में भर्ती हैं। आप देख पा रहे हैं कि वहां एक बड़ी कांच की दीवार के पार वार्ड में सभी मरीज लेटे हैं और एक नर्स इधर-उधर घूम रही है।

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आपके मन में सवाल आता है कि एक नर्स इतने मरीजों की देखभाल कैसे कर सकती है? लेकिन आप थोड़ा गलत हैं। वह नर्स सिर्फ मरीजों से आई-कॉन्टैक्ट बनाए रखने के लिए घूम रही है। असल में, वहां हर मरीज की निगरानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए रियल टाइम में हो रही है। हर बेड एक कॉन्टैक्टलेस और निरंतर निगरानी प्रणाली से जुड़ा हुआ है।

सिर्फ वही नहीं, यह वार्ड भी एआई-पावर्ड रिमोट-स्क्रीनिंग सिस्टम से जुड़ा है, जिसे अर्ली वार्निंग सिस्टम (ईडब्ल्यूएस) कहते हैं। यह ईडब्ल्यूएस नर्सों (स्वास्थ्यकर्मी) को मरीजों के महत्वपूर्ण पैरामीटर जैसे हृदय गति, श्वसन दर, रक्तचाप, SPO2 स्तर, तापमान व ECG को दूर से मॉनिटर करने की सुविधा देता है। ये प्रणाली 24 घंटे इन पैरामीटर्स पर नजर रखती है, ट्रेंड ट्रैक करती है और मॉनिटरिंग रूम में स्वास्थ्यकर्मियों को रियल-टाइम अलर्ट जारी करती है, जिससे वे त्वरित हस्तक्षेप कर सकें।

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ईडब्ल्यूएस के माध्यम से, ये स्वास्थ्यकर्मी अब एआई-सक्षम प्रणाली से लैस हैं, जो प्रत्येक मरीज की व्यक्तिगत रूप से निगरानी करती है और क्लिनिकल गिरावट का पता लगाती है, जिससे समय पर हस्तक्षेप और आपात स्थितियों की रोकथाम संभव हो पाती है।

इसके अलावा, उनके पास एआई द्वारा दिए गए अलर्ट पर प्रतिक्रिया देने के लिए एक क्विक रिस्पॉन्स टीम भी है, क्योंकि मरीजों की स्क्रीनिंग एआई के जरिए रियल-टाइम में की जा रही है।ये दृश्य कोलकाता के चार्नोक अस्पताल का है, जहां के इमरजेंसी हेड निशांत अग्रवाल चाहते हैं कि सभी गैर-आईसीयू बेड भी एआई अलर्ट कवरेज में आ जाएं, ताकि मानवीय त्रुटियां पूरी तरह से रोकी जा सकें।

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वुडलैंड्स हॉस्पिटल सारा काम ‘हॉस्पिटल इन्फॉर्मेशन सिस्टम (एचआईएस)’ पर कर रहा है, नारायणा हॉस्पिटल्स में एआई-संचालित केयर पाथवे प्रोग्राम है और कई अस्पताल एआई का प्रयोग मरीजों के पैरामीटर्स ट्रैक करने, ऑनलाइन ओपीडी बुकिंग व भुगतान सुविधा में करते हैं, जिससे काउंटर पर भीड़ खत्म हो सकती है। मणिपाल हॉस्पिटल नेटवर्क अस्पतालों में एचआईएस का प्रयोग कर रहा है।

उन्होंने फुजीफिल्म के साथ एआई-सक्षम पिक्चर आर्काइविंग और कम्युनिकेशन सिस्टम को एकीकृत किया है, ताकि डायग्नोस्टिक दक्षता को बढ़ावा दें सकें। वे दावा करते हैं कि उन्होंने जेमिनी एआई प्लेटफॉर्म पर भारत का पहला एआई-संचालित नर्स हैंडओवर प्रोजेक्ट चलाया है व आईसीयू के लिए एआई-सक्षम स्टेप डाउन सिस्टम भी पेश किया है।

एआई इस समय का सबसे अच्छा टूल है जो हमें उन मुद्दों से निपटने में मदद कर सकता है जो हमारे नियंत्रण से बाहर होते जा रहे हैं, चाहे वह हॉस्पिटल्स में मरीजों की बढ़ती संख्या को मैनेज करना हो या कुछ स्थानों पर चोरी आदि को रोकना। अब दक्षिण भारत में अवैध खनन की समस्या लें।

पेरूर व कोयंबटूर उत्तर तालुका में अवैध लाल मिट्टी खनन को रोकने के लिए जल्द ही 200 से अधिक एआई-सक्षम सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। तमिलनाडु व केरल सीमा के बीच सभी चेक पोस्ट पर नजर रखने व अवैध रेत तस्करी रोकने के लिए, तमिलनाडु के मुख्य सचिव एन मुरुगनंदम ने ग्रामीण पुलिस से राजस्व विभाग व भूविज्ञान और खनन विभाग की मदद से पेरूर- कोयंबटूर के बीच सभी महत्वपूर्ण जंक्शनों का विस्तृत अध्ययन करने के लिए कहा है।

अधिकारी अब इन एआई-सक्षम इकाइयों से निगरानी के लिए ड्रोन सर्वे कर रहे हैं। इस प्रकार सभी प्रमुख जंक्शनों और महत्वपूर्ण रास्तों को एआई-सक्षम सीसीटीवी कैमरों से कवर किया जाएगा, जो कि 24/7 निगरानी करेंगे।

फंडा यह है कि हमें किसी भी समस्या को एआई की मदद से हल करने की मानसिकता विकसित करनी होगी, क्योंकि यह हम इंसानों द्वारा विकसित बेस्ट टेक्नोलॉजी टूल में से एक है। एआई की ताकत को कभी कम मत आंकिए।

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