Home Top stories एटा में 9 साल के मासूम के साथ दरिंदगी: थाने के चक्कर काटता रहा पीड़ित, 24 घंटे बाद दर्ज हुई एफआईआर – Etah News

एटा में 9 साल के मासूम के साथ दरिंदगी: थाने के चक्कर काटता रहा पीड़ित, 24 घंटे बाद दर्ज हुई एफआईआर – Etah News

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एटा में 9 साल के मासूम के साथ दरिंदगी:  थाने के चक्कर काटता रहा पीड़ित, 24 घंटे बाद दर्ज हुई एफआईआर – Etah News

एटा में 9 साल के मासूम के साथ दरिंदगी: थाने के चक्कर काटता रहा पीड़ित, 24 घंटे बाद दर्ज हुई एफआईआर – Etah News

नंदकुमार | एटा4 मिनट पहले

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थाना प्रभारी चमन गोस्वामी।

एटा जिले के सकीट थाना क्षेत्र में एक 9 वर्षीय बच्चे के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। शुक्रवार सुबह करीब 9 बजे गांव के एक युवक ने नौ वर्षीय मासूम अर्पित (काल्पनिक नाम) को रास्ते से उठाकर कमरे में बंद कर कुकर्म किया। गंभीर रूप से घायल मासूम ने किसी तरह घर पहुंचकर आपबीती सुनाई, जिसके बाद परिवार वालों ने उसे लेकर थाने की दौड़ लगाई, लेकिन पुलिस ने 24 घंटे तक न तो एफआईआर दर्ज की, न ही मेडिकल कराया।

पीड़ित परिवार के मदद की गुहार पर पहुंचे एक युवक ने जब तहरीर लिखकर पुलिस को दी, तो थाना प्रभारी चमन गोस्वामी भड़क उठे। युवक को गालियां दीं और थाने से बाहर निकालने का आदेश दे डाला। थाना परिसर में गाली-गलौज का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है। मामले के तूल पकड़ने पर आखिरकार पुलिस ने आरोपी कांची लाल यादव के खिलाफ संगीन धाराओं में केस दर्ज किया।

बच्चा स्कूल जाते समय बना दरिंदगी का शिकार

परिजनों के मुताबिक शुक्रवार सुबह नौ वर्षीय बच्चा स्कूल जा रहा था तभी गांव के एक युवक ने उसे रास्ते से उठाकर जबरन कुकर्म किया। घायल अवस्था में घर लौटे बच्चे की हालत देख परिजन उसे लेकर सकीट थाने पहुंचे, लेकिन वहां पुलिस ने उन्हें घंटों दौड़ाया।

घटना के बाद पीड़ित परिवार ने अपने रिश्तेदार, जो पेशे से पत्रकार हैं, उनसे मदद मांगी। युवक ने तहरीर तैयार कर पुलिस को दी और मदद के लिए एक अधिवक्ता से संपर्क किया। अधिवक्ता ने मामला लोकल मीडिया ग्रुप में डाल दिया, जिससे थानेदार भड़क गए। आरोप है कि थाना प्रभारी ने पत्रकार को मां-बहन की भद्दी गालियां दीं और उसे थाने से निकालने का फरमान सुनाया। मामला तूल पकड़ने के बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।

मामला गरमाने के बाद जब मीडिया ने थाना प्रभारी चमन गोस्वामी से सवाल किए तो उन्होंने सफाई दी कि वह हाईकोर्ट के एक जरूरी काम में व्यस्त थे। उन्होंने कहा कि आरोपी के खिलाफ पहले ही कार्रवाई शुरू कर दी गई थी और युवक द्वारा बार-बार परेशान किया जा रहा था।

24 घंटे बाद दर्ज हुई एफआईआर

विवाद बढ़ने के बाद आखिरकार पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली और बच्चे को मेडिकल परीक्षण के लिए अस्पताल भेजा गया। परिजनों ने बताया कि अब जाकर पुलिस ने कुछ कार्रवाई शुरू की है, वरना 24 घंटे तक वे न्याय के लिए भटकते रहे।

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