एक्साइज पॉलिसी केस : मनीष सिसोदिया बोले- मेरे खिलाफ सारा मामला फर्जी, AAP छोड़ने का डाला जा रहा दबाव
ऑपरेशन लोट्स को कामयाब बनाने के लिए साजिश
सिसोदिया ने कहा यह कथित घोटाला तो कुछ है ही नहीं। उन्होंने कहा कियह केस पूरी तरह से साजिश है। यह केस किसी तरह की जांच के लिए नहीं करा रखा है। सिसोदिया ने कहा कि सीबीआई केस ऑपरेशन लोट्स को कामयाब बनाने के लिए करा रखा है। उन्होंने कहा कि यह बात पहले भी मुझे समझ आ रही थी और आज सीबीआई के हेडक्वार्टर में अंदर जाकर भी समझ आ गई। सिसोदिया ने बीजेपी पर सीबीआई का असंवैधानिक तरीक से दबाव बनाने के लिए दुरुपयोग करने का भी आरोप लगाया। सिसोदिया ने कहा कि एक्साइज पर बात तो हुई लेकिन साइड में यह दबाव भी बनाया गया कि आप आम आदमी पार्टी छोड़ दो। सिसोदिया ने कहा कि मुझे कहा गया AAP छोड़ दो नहीं तो ये केस आप पर ऐसे ही चलते रहेंगे।
सीबीआई ने भेजा था समन
इससे पहले रविवार को सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को पूछताछ के लिए समन भेजा था। समन के बाद सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा था कि उन्होंने मेरे घर पर 14 घंटे छापेमारी की, उन्हें कुछ नहीं मिला। उन्होंने मेरे लॉकर की तलाशी ली। वहां भी कुछ नहीं मिला। वे मेरे गांव गए लेकिन खाली हाथ लौट आए। अब उन्होंने मुझे जांच में शामिल होने के लिए बुलाया है। मैं अपना बयान दर्ज कराने के लिए सीबीआई मुख्यालय जाऊंगा। मैं सुबह 11 बजे तक वहां पहुंच जाऊंगा। मैं जांच में पूरी तरह सहयोग करूंगा।
गुजरात में जाने से रोकने की साजिश
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्विटर पर कहा कि समन कुछ और नहीं बल्कि सिसोदिया को गुजरात के चुनाव से बाहर रखने की एक साजिश है। केजरीवाल ने ट्वीट किया, सिसोदिया के घर से कुछ नहीं मिला। उनके लॉकर से भी कुछ नहीं मिला। यह मामला पूरी तरह से फर्जी है। सिसोदिया को पार्टी के लिए गुजरात जाना पड़ा। वे उसे गिरफ्तार करना चाहते हैं ताकि वह गुजरात न जा सके। लेकिन हमारा अभियान नहीं रुकेगा, सभी गुजराती हमारे साथ हैं।
सीबीआई कार्यालय के बाहर प्रदर्शन
मनीष सिसोदिया सीबीआई मुख्यालय के अंदर पहुंचे तो उसके बाद राज्यसभा सासंद संजय सिंह, आतिशी, दुर्गेश पाठक के साथ सभी विधायक और कार्यकर्ताओं ने सीबीआई दफ्तर के बाहर बैठकर धरना प्रदर्शन किया। सीबीआई दफ्तर के बाहर बैठे आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने सख्ती करते हुए संजय सिंह के साथ कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। विधायक दुर्गेश पाठक का कहना है कि उनके साथ धक्का मुक्की की गई। पुलिस ने सीबीआई दफ्तर के बाहर धारा 144 लगाने का हवाला देते हुए सभी कार्यकर्ताओं को वहां से हटा दिया।
एलजी ने की थी सीबीआई जांच की सिफारिश
सीबीआई ने अगस्त में सिसोदिया और 14 अन्य के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की थी। अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली के उपराज्यपालय विनय कुमार सक्सेना ने दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 के क्रियान्वयन में कथित अनियमितताओं की सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद एजेंसी ने सिसोदिया के परिसरों पर छापेमारी की और गाजियाबाद के एक बैंक में उनके लॉकर की तलाशी भी ली। सीबीआई ने मामले में ‘इंडो स्पिरिट्स’ के मालिक समीर महेंद्रू, गुरुग्राम स्थित ‘बडी रिटेल प्राइवेट लिमिटेड’ के निदेशक अमित अरोड़ा और ‘इंडिया अहेड न्यूज़’ के प्रबंध निदेशक एम. गौतम सहित कई लोगों से पूछताछ की है।