उलझन सुलझे न… रास्ता सूझे न… जाऊं कहां मैं… | The confusion can't be solved… the way can't be found… where shoul | News 4 Social h3>
अजमेर रोड पर सुगम राह के लिए भांकरोटा पर पुलिया बनाने का काम चल रहा है, लेकिन भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) के अधिकारी निगरानी करने में फेल हैं। इसकी वजह से हजारों लोग रोज परेशान हो रहे हैं। इस संबंध में स्थानीय लोग कई बार अधिकारियों से मिल चुके, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है।
पत्रिका टीम ने शनिवार को 200 फीट बायपास चौराहे से महापुरा तक करीब नौ किलोमीटर तक पड़ताल की। सामने आया कि यहां से निकलना बहुत मुश्किल है। जगह-जगह जाम के अलावा भारी वाहनों के बीच से सफर खतरों से भी भरा हुआ है।
सबसे बुरा हाल तो कार और भारी वाहन चालकों का होता है। कार को सर्विस रोड से हाईवे पर चढ़ाने में चालक को पसीना आ जाता है। क्योंकि इसके लिए उसे कॉलोनियों और गांवों में से होकर गुजरना पड़ता है। कई बार तो गूगल भी घुमाता रहता है। वाहन चालकों को रास्ता बताने के लिए सही जगह संकेत नहीं लगे हैं। यातायात पुलिस भी कहीं नहीं दिखाई देती।
चौराहा पार ही नहीं कर सकते
भांकरोटा चौराहा: चौराहे पर सीधे ही वाहनों की आवाजाही हो रही है। सर्विस रोड से भी वाहन हाईवे पर नहीं जा पा रहे। इसके अलावा हाईवे को पार करने की व्यवस्था एनएचएआइ ने नहीं की है। ऐसे में जयसिंहपुरा की ओर जाने वाली सड़क पर वाहनों का भारी दबाव रहता है। इसी तरह दूसरी ओर बसी कॉलोनियों में लोग दिनभर चक्कर लगाते रहते हैं।
पांच दिन से रास्ता बंद
कमला नेहरू नगर: इस पुलिया का काम शुरू नहीं हुआ है, लेकिन पांच दिन से सर्विस रोड के कट बंद हैं। अब बाजार से नारायण विहार और मानसरोवर की ओर जाने वाला रास्ता बंद हो गया। ऐसे में अब लोगों को आने जाने के लिए 200 फीट बायपास चौराहे तक करीब 2.5 किलोमीटर का सफर बेवजह तय करना पड़ रहा है। इससे जाम और लगता है। स्थानीय लोगों ने बताया कि पहले पुलिया के नीचे ट्रैफिक पुलिस तैनात रहती थी। कट बंद होते ही पुलिस भी चली गई।
रॉन्ग साइड दौड़ रहे वाहन
-इस नौ किलोमीटर के हिस्से में रॉन्ग साइड से कई जगह वाहन आते दिखे। इनकी वजह से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। इतना ही नहीं एनएचएआइ की ओर से रखे गए पत्थरों के बीच से राहगीर निकलते हुए दिखाई दिए।
-सर्विस रोड से हाईवे पर जाने के लिए दोपहिया वाहन नाले के ऊपर से जा रहे हैं। इससे कभी भी हादसा हो सकता है।
-एनएचएआइ के इस कुप्रबंधन का खामियाजा धावास रोड तक देखने को मिल रहा है। कमला नेहरू नगर से आगे चलकर वाहन चालक पृथ्वीराज नगर की कॉलोनियों में घुसते हैं। आगे धावास पुलिया होकर चित्रकूट से निकलते हैं। इससे यहां पर भी जाम और वाहनों का दबाव रहता है।
इनका कहना है
राहगीरों के लिए भी रास्ता नहीं
करीब डेढ़ माह से चौराहे के दो रास्ते बंद कर दिए गए। सर्विस रोड से जो वाहन आते हैं वे मुख्य सड़क पर जाने का रास्ता तलाशते हैं। कॉलोनी और गांव होते हुए कई किलोमीटर का सफर तय करने के बाद हाईवे मिलता है।
-श्याम चांगल, जयसिंहपुरा रोड
लगाना पड़ रहा चक्कर
कट बंद होने से वाहन चालक परेशान हो रहे हैं। हाईवे को पार करने के लिए तीन से पांच किलोमीटर का चक्कर लगाकर आना पड़ता है। वाहनों के बीच में से लोगों को निकलना पड़ता है। इससे हादसे का डर बना रहता है।
-सत्यनारायण पारीक, भांकरोटा
पीक ऑवर्स में फंस जाते
अभी यहां पुलिया निर्माण का काम शुरू नहीं हुआ है, लेकिन पांच दिन से कट बंद कर दिए। हजारों लोग रोज 200 फीट बायपास पर जाकर वापस आ रहे हैं। पीक ऑवर्स में जाम लगने से तीन से चार घंटे तक लग जाते हैं।
-हेमंत शर्मा, कमला नेहरू नगर