ईरान में फंसे जायरीन ने मोदी-योगी सरकार से मांगी मदद: वीडियो कॉल पर रोते हुए कहा-हर वक्त डर के साए में जी रहे, सुरक्षित देश वापस लाए – Bareilly News h3>
सलीम हैदर और उनकी पत्नी नौशाद परवीन ईरान में फंसे हुए
बरेली से ईरान के कर्बला की जियारत पर गए कई जायरीन वहां के बिगड़ते हालात के बीच फंस गए हैं। इनमें शहर के किला क्षेत्र के मोहल्ला गढ़ैया, कंघीटोला और सेथल जैसे इलाकों के लोग शामिल हैं। परिजनों से जब इनका वीडियो कॉल के जरिए संपर्क हुआ तो खैरियत की खबर स
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बरेली में अपने घर पर मौजूद ईरान में फंसे दंपत्ति के भाई शरीर हैदर, बहन शहजाद बानो और भतीजी एलिजा।
हर पल डर में बीत रहा समय, हर दिल में बस एक ही दुआ
किला के मोहल्ला गढ़ैया निवासी कमाल हैदर ने बताया कि उनके खाला भाई सलीम हैदर और उनकी पत्नी नौशाद परवीन समेत बरेली के कई लोग कर्बला की जियारत के लिए ईरान गए थे। मौजूदा हालात को देखते हुए वहां से न तो बाहर निकलने की स्थिति है और न ही कोई राहत नजर आ रही है। परिवारजनों का कहना है कि वीडियो कॉलिंग से जब कभी भी बात होती है, वहां फंसे लोग बस यही कहते हैं कि लगातार धमाकों की आवाजें आ रही हैं। खाने-पीने की व्यवस्था तो किसी तरह संभल रही है, लेकिन मानसिक तनाव काफी बढ़ गया है।
ये तस्वीर ईरान में फंसे हुए सलीम हैदर की है। उन्होंने सरकार से मदद की गुहार लगाई है।
कमाल हैदर ने बताया कि इस जत्थे में कई बुजुर्ग और बीमार लोग भी शामिल हैं। कई की तबीयत पहले से नाजुक है और दवाइयों की उपलब्धता भी अब कम होती जा रही है। ऐसे में हर बीतता दिन उनके लिए और भी मुश्किलों भरा साबित हो रहा है।
ये तस्वीर सलीम हैदर की बहन शहजाद की है।
वीडियो कॉल में रोते नजर आए बुजुर्ग दंपती
जियारत पर गई नौशाद परवीन की बहन शहजाद बानो ने बताया कि उनकी बहन के पति की तबीयत काफी खराब है। उन्हें नियमित रूप से डायलिसिस की जरूरत होती है, लेकिन ईरान में ये इलाज नहीं हो पा रहा है। जब वीडियो कॉल पर उनसे बात हुई तो दोनों बुजुर्ग पति-पत्नी रोते हुए नजर आए। उनके चेहरे पर बेबसी और डर साफ झलक रहा था। वीडियो में उन्होंने भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार से अपील की कि उन्हें जल्द से जल्द रेस्क्यू कर अपने वतन लौटाया जाए।
भतीजी एलिजा का कहना है कि वह अपने परिजन से मिलना चाहती है।
दहशत में परिजन, दिन-रात कर रहे दुआ
बरेली में उनके परिजन दिन-रात चिंतित हैं। हर खबर, हर कॉल एक बेचैनी लेकर आता है। किसी को चैन से नींद नहीं आ रही, हर कोई बस अपने रिश्तेदारों की सलामती की दुआ कर रहा है। लोग दुआ कर रहे है कि किसी तरह हालात सामान्य हों और सभी लोग सकुशल घर लौटें।
सरकार से लगाई गुहार, रेस्क्यू मिशन चलाने की मांग
फंसे जायरीनों के परिजनों ने केंद्र और राज्य सरकार से रेस्क्यू अभियान चलाकर उनके अपनों को सुरक्षित भारत लाने की मांग की है। लोगों का कहना है कि अगर जल्दी कदम नहीं उठाए गए तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती है, खासकर उन लोगों के लिए जो बीमार हैं या जिनकी उम्र अधिक है।
भाई शरीर हैदर ने भी मोदी योगी सरकार से मदद की गुहार लगाई है।
जियारत से जंग के साए में फंसे जायरीन
बताया जा रहा है कि बरेली से करीब 30 से 40 लोग अलग-अलग समूहों में ईरान और इराक के धार्मिक स्थलों की जियारत के लिए निकले थे। इन दिनों ईरान के कुछ इलाकों में तनाव की स्थिति बनी हुई है। इसके चलते जायरीन वहां से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। हालांकि, भारत सरकार की ओर से विदेश मंत्रालय मामले की निगरानी कर रहा है।