इंदौर में श्रीजी की शोभायात्रा, 5 रथ, 31 बग्घियां शामिल: कल्पद्रुम महामंडल विधान के समापन पर उमड़े हजारों श्रद्धालु – Indore News

1
इंदौर में श्रीजी की शोभायात्रा, 5 रथ, 31 बग्घियां शामिल:  कल्पद्रुम महामंडल विधान के समापन पर उमड़े हजारों श्रद्धालु – Indore News
Advertising
Advertising

इंदौर में श्रीजी की शोभायात्रा, 5 रथ, 31 बग्घियां शामिल: कल्पद्रुम महामंडल विधान के समापन पर उमड़े हजारों श्रद्धालु – Indore News

इंदौर के तिलक नगर स्थित महावीर नगर ग्राउंड पर आयोजित 8 दिवसीय श्री 1008 कल्पद्रुम महामंडल विधान का रविवार को समापन हुआ। इस ऐतिहासिक धार्मिक आयोजन की समाप्ति पर निकाली गई शोभायात्रा में 10 हजार से अधिक जैन धर्मावलंबियों के भाग लेने का अनुमान है।

Advertising

.

शोभायात्रा का मुख्य आकर्षण 108 समवशरण में विराजित श्रीजी रहे, जिन्हें भव्य रूप से सजाए गए 5 रथों, 31 बग्घियों में विराजमान किया गया। यात्रा की शोभा बढ़ाने के लिए 11 सजे-धजे घोड़े और 2 ऐरावत हाथी भी शामिल किए गए, जो आकर्षण का केंद्र बने रहे।

Advertising

इस अवसर को और भी यादगार बनाने के लिए पंजाब, उदयपुर, झाबुआ और अलीराजपुर से आए कलाकारों ने अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से समां बांध दिया। कलाकारों के मनमोहक नृत्य ने उपस्थित श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। यह आयोजन जैन समाज की आस्था और संस्कृति का केंद्र बन गया।

कल्पद्रुम विधान में शामिल श्रद्धालु

श्रावक-श्राविकाओं ने 1695 अर्घ्य समर्पित किए

Advertising

दयोदय फाउंडेशन चेरिटेबल ट्रस्ट एवं कल्पद्रुम महामंडल विधान महोत्सव समिति संरक्षक राजेश उदावत, अध्यक्ष राहुल जैन (स्पोर्ट्स वर्ल्ड), मनीष नायक एवं मीडिया प्रभारी राजीव जैन ने बताया कि समापन अवसर पर सुबह के सत्र में संत शिरोमणि आचार्य विद्यासागर महाराज के प्रथम समाधि तिथि पर आचार्यश्री 108 समय सागर महाराज की आज्ञानुसार मुनिश्री 108 विनम्र सागर महाराज के सान्निध्य एवं विधानाचार्य ब्रह्मचारी अनिल भैया, डॉ. अभिषेक जैन एवं डॉ. आशीष जैन के निर्देशन में सुबह के सत्र में शांतिधारा व नित्य पूजन की विधियां संपन्न हुईं। इसके पश्चात विधान निमित्त 108 समवशरण पर विराजित श्रीजी का पूजन इंद्र-इंद्राणियों द्वारा किया गया। 108 तीर्थकरों की आराधना करते हुए अक्षत चढ़ाए गए। 8 दिवसीय विधान में इंद्र-इंद्राणियों व श्रावक-श्राविकाओं ने 1695 अर्घ्य समर्पित किए। इसके पश्चात मुनिश्री के प्रवचन हुए। इस अवसर पर मुनिश्री ने आशीर्वाद दिया कि कल्पद्रुम महामंडल विधान से सभी की मनोकामना पूर्ण हो। समापन अवसर पर विमल अजमेरा, प्रदीप जैन , नरेंद्र जैन , मनोज बाकलीवाल, सतीश डबडेरा, धर्मेंद्र जैन दिलीप पाटनी, जैनेश झांझरी, आनंद जैन, डीके जैन, प्रदीप जैन सहित हजारों समाज बंधु मौजूद थे।

शोभायात्रा में शामिल समाजजन

तिलक नगर क्षेत्र में निकली यात्रा

Advertising

कल्पद्रूम महामंडल विधान महोत्सव समिति संरक्षक राजेश उदावत, अध्यक्ष राहुल जैन ने बताया कि सुबह महावीर नगर से 108 समवशरण में विराजित 108 श्रीजी की यात्रा निकाली गई। यात्रा के अग्र भाग में जहां 2 हाथी थे वहीं मध्य भाग में 31 बग्घियों में इंद्र-इंद्राणी संवार थे। यात्रा में मुख्य पांच रथों में लाभार्थी बनने का सौभाग्य राहुल जैन, मनोज बाकलीवाल एवं सचिन जैन (उद्योगपति) सहित अन्य को मिला। यात्रा में पंजाब, झाबुआ, अलीराजपुर की आदिवासी मंडलियों ने भी अपनी प्रस्तुतियों से सभी का मन मोहा। वहीं उदयपुर से आए कलाकारों ने भी अपनी प्रस्तुति से रंग जमाया। यात्रा में युवा भी बड़ी संख्या में शामिल हुए। महिलाएं जहां मंगल गीत की प्रस्तुति देते हुए चल रही थी तो वहीं दूसरी तरफ पुरुष जिनशासन के जयकारे लगा रहे थे। श्रीजी की शोभायात्रा की कमान जिनेश झांझरी, प्रदीप बडज़ात्या, जितेंद्र सेठ, राजेश जैन सहित अनेक लोगों ने संभाली। राहुल जैन ने कहा कि विधान सहित सभी कार्यक्रम निविघ्न संपन्न हुए।

शोभायात्रा में आदिवासियों का दल नृत्य करते हुए चल रहा था

शोभायात्रा में शामिल मुनिश्री एवं संघस्थ संत

मध्यप्रदेश की और खबर पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे – Madhya Pradesh News

Advertising