इंदौर में बावड़ी धंसने के बाद स्थानीय लोगों का चौंकाने वाले खुलासा, नगर निगम पर गंभीर आरोप
लोगों ने कहा कि अतिक्रमण कर मंदिर का निर्माण किया गया था। दिनों दिन अतिक्रमण बढ़ रहा था। इसे लेकर कॉलोनी के रहवासियों ने कई बार शिकायतें की। नगर निगम की तरफ से मंदिर को एक पत्र जारी हुआ था, जिसका इनलोगों ने जवाब दिया। नगर निगम कमिश्नर ने कुछ बागीचों के अतिक्रमण हटवाया था। इस बागीचे की बारी आई तो उन्होंने नोटिस देकर अपने कर्तव्य से पल्ला झाड़ लिया। उन्होंने किसके दबाव में कार्रवाई नहीं की, यह वही बता सकती हैं।
कॉलोनी के निवासियों ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि इस इलाके के जेडओ और आयुक्त को सस्पेंड किया जाए। लोगों ने कहा कि सात दिन का नोटिस जारी हुआ। उसके बाद इसे तोड़ा क्यों नहीं गया। बगीचे की दीवार का पूरा निर्माण क्यों नहीं हुआ। ठेकेदार का भुगतान कैसे हो गया। ये सब कुछ किसके आदेश से हुआ। लोगों ने बताया कि अमृत योजना के तहत इस बगीचे का विकास हुआ था।
बावड़ी पर कब्जा कर लिया
घटना के बाद लोगों में काफी आक्रोश है। उनलोगों ने कहा कि आम आदमी एक इंच जमीन पर अतिक्रमण करता है तो बुलडोजर लेकर तोड़ने चले आते हैं। 20 करोड़ की जमीन पर अतिक्रमण कैसे होने दिया गया। 80 साल से अधिक पुरानी बावड़ी को कंक्रीट से कवर नहीं किया गया था। सरिया पर टाइल्स टालकर ढक दिया गया था। इसी वजह से हादसा हुआ है। नगर निगम में बावड़ी का इतिहास दर्ज है।
Indore Mandir Bawadi Update: मंदिर के अंदर 40 से अधिक लोग थे… इंदौर कलेक्टर से जानें क्या-क्या हुआ
लोगों ने कहा कि एक समय से इस बावड़ी से पूरे क्षेत्र में पानी जाता था। आज क्या स्थिति है। इस पर अतिक्रमण कर मंदिर का निर्माण कर लिया। उसके अंदर मिथेन गैस भरा है। आधे लोगों की मौत तो दम घुटने की वजह से हो गई। उन्होंने बताया कि अंदर में 50-60 लोग मौजूद थे। तीन लोगों को छोड़कर सभी अंदर समा गए थे।
बचे लोगों ने बताया कि अंदर में हवन चल रहा था। नारियल लेकर सारे लोग अंदर में बैठे हुए थे। सभी लोग जैसे ही खड़े हुए, वैसे के वैसे सभी लोग अंदर चले गए। रहवासियों ने बताया कि अभी भी कई लोग लापता है। अंदर से सिर्फ गाद निकल रही है। ऐसे में मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है।
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