इंदौर पर निर्भरता खत्म होगी, भोपाल से 2000 टन माल हो सकेगा निर्यात | 2000 tonnes of goods can be exported from Bhopal Airport | News 4 Social h3>
भोपालPublished: Dec 23, 2023 10:44:09 pm
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राजा भोज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इमीग्रेशन क्लीयरेंस के बाद यहां कस्टम काउंटर खुलेगा। जल्द ही इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू होगी। इससे स्थानीय स्तर पर आयात-निर्यात की संभावनाएं भी बढ़ेगी।
भोपाल. राजा भोज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इमीग्रेशन क्लीयरेंस के बाद यहां कस्टम काउंटर खुलेगा। जल्द ही इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू होगी। इससे स्थानीय स्तर पर आयात-निर्यात की संभावनाएं भी बढ़ेगी। अभी इंदौर एयरपोर्ट से भोपाल और आसपास के व्यापारी करीब १७०० टन माल विदेश भेजते हैं। जबकि भोपाल एयरपोर्ट से ३०० टन के आसपास माल वाया दिल्ली-मुंबई बाहर जाता है। भोपाल से इंटरनेशनल फ्लाइटस शुरू होने पर करीब २००० टन के आसपास टेक्सटाइल, सब्जी, दवाएं और अन्य गुड्स के साथ फल-सब्जी विदेश भेजी जा सकेंगी।
सड़क और रेल मार्ग पर निर्भरता
आयात-निर्यात नीति के संबंध में जानकारी देने के लिए स्थानीय उद्योग समूहों एवं व्यवसायियों को जोडऩे के लिए इंडक्शन प्रोग्राम भी एयरपोर्ट प्रबंध शुरू करेगा। अभी भोपाल और आसपास के व्यवसायियों के लिए आयात-निर्यात के लिए मुंबई, दिल्ली और इंदौर पर निर्भर रहना पड़ता है। या फिर रेल व सड़क मार्ग से माल की ढुलाई होती है। इंटरनेशनल फ्लाइट्स शुरू होने से भोपाल एयरपोर्ट पर बने कार्गो हब का इस्तेमाल बढ़ेगा और खराब होने वाले प्रोडक्ट सुरक्षित रखे जा सकेंगे।
विमान कंपनियों को ये ऑफर
व्यसायियों ने विमानन कंपनियों को ऑफर किया है कि वे भोपाल से इंटरनेशनल फ्लाइट जल्द शुरू करें। यात्रियों की कमी की भरपाई कार्गो हब ऑर्डर से पूरी हो जाएगी।
भोपाल-रायपुर अंतरराष्ट्रीय कार्गो पॉइंट
दिल्ली से भोपाल व रायपुर एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय लोडिंग व अनलोडिंग पॉइंट घोषित किया गया है। इंदौर पहले से ही अंतरराष्ट्रीय परिचालन वाला कस्टम हवाई अड्डा है।
कार्गो क्षमता (वार्षिक)
इंदौर: 16,644 मीट्रिक टन-4,466 वर्गमीटर क्षेत्र में
भोपाल: 23,900 मीट्रिक -बैरागढ़ कलां में ५० एकड़ में
—————
भोपाल से निर्यात
भोपाल से दवा उत्पादकों का 30 टन कार्गो हर महीने इंदौर से
टेक्सटाइल इंडस्ट्री से करीब 20 टन कार्गो निर्यात होता है
………
कार्गो टैरिफ के अंतर को कम करना होगा
अभी इंदौर और भोपाल के कार्गो टैरिफ में अंतर है। व्यापारी यदि 24 घंटे पहले कार्गो स्पेस बुक करवाते हैं तो ज्यादा कार्गो फीस देनी होती है। जबकि इंदौर में पैसेंजर लोड ज्यादा होने से कार्गो स्पेस कम दरों में मिलता है। इसलिए इंदौर-भोपाल के कार्गो टैरिफ में 10 से 15 हजार का अंतर रहता है।
……….
इंटरनेशनल फ्लाइट शुरु करने के लिए एविएशन सेक्टर को कार्गो फैसिलिटीज दिलाई जा रही है। इसका असर लोकल उद्योग एवं आयात-निर्यात पर पड़ेगा। नए साल में कागो के ज्यादा ऑर्डर आने से नई इंटरनेशनल उड़ानों के आने की उम्मीद है।
रामजी अवस्थी, एयरपोर्ट डायरेक्टर
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भोपालPublished: Dec 23, 2023 10:44:09 pm
राजा भोज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इमीग्रेशन क्लीयरेंस के बाद यहां कस्टम काउंटर खुलेगा। जल्द ही इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू होगी। इससे स्थानीय स्तर पर आयात-निर्यात की संभावनाएं भी बढ़ेगी।
भोपाल. राजा भोज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इमीग्रेशन क्लीयरेंस के बाद यहां कस्टम काउंटर खुलेगा। जल्द ही इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू होगी। इससे स्थानीय स्तर पर आयात-निर्यात की संभावनाएं भी बढ़ेगी। अभी इंदौर एयरपोर्ट से भोपाल और आसपास के व्यापारी करीब १७०० टन माल विदेश भेजते हैं। जबकि भोपाल एयरपोर्ट से ३०० टन के आसपास माल वाया दिल्ली-मुंबई बाहर जाता है। भोपाल से इंटरनेशनल फ्लाइटस शुरू होने पर करीब २००० टन के आसपास टेक्सटाइल, सब्जी, दवाएं और अन्य गुड्स के साथ फल-सब्जी विदेश भेजी जा सकेंगी।
सड़क और रेल मार्ग पर निर्भरता
आयात-निर्यात नीति के संबंध में जानकारी देने के लिए स्थानीय उद्योग समूहों एवं व्यवसायियों को जोडऩे के लिए इंडक्शन प्रोग्राम भी एयरपोर्ट प्रबंध शुरू करेगा। अभी भोपाल और आसपास के व्यवसायियों के लिए आयात-निर्यात के लिए मुंबई, दिल्ली और इंदौर पर निर्भर रहना पड़ता है। या फिर रेल व सड़क मार्ग से माल की ढुलाई होती है। इंटरनेशनल फ्लाइट्स शुरू होने से भोपाल एयरपोर्ट पर बने कार्गो हब का इस्तेमाल बढ़ेगा और खराब होने वाले प्रोडक्ट सुरक्षित रखे जा सकेंगे।
विमान कंपनियों को ये ऑफर
व्यसायियों ने विमानन कंपनियों को ऑफर किया है कि वे भोपाल से इंटरनेशनल फ्लाइट जल्द शुरू करें। यात्रियों की कमी की भरपाई कार्गो हब ऑर्डर से पूरी हो जाएगी।
भोपाल-रायपुर अंतरराष्ट्रीय कार्गो पॉइंट
दिल्ली से भोपाल व रायपुर एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय लोडिंग व अनलोडिंग पॉइंट घोषित किया गया है। इंदौर पहले से ही अंतरराष्ट्रीय परिचालन वाला कस्टम हवाई अड्डा है।
कार्गो क्षमता (वार्षिक)
इंदौर: 16,644 मीट्रिक टन-4,466 वर्गमीटर क्षेत्र में
भोपाल: 23,900 मीट्रिक -बैरागढ़ कलां में ५० एकड़ में
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भोपाल से निर्यात
भोपाल से दवा उत्पादकों का 30 टन कार्गो हर महीने इंदौर से
टेक्सटाइल इंडस्ट्री से करीब 20 टन कार्गो निर्यात होता है
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कार्गो टैरिफ के अंतर को कम करना होगा
अभी इंदौर और भोपाल के कार्गो टैरिफ में अंतर है। व्यापारी यदि 24 घंटे पहले कार्गो स्पेस बुक करवाते हैं तो ज्यादा कार्गो फीस देनी होती है। जबकि इंदौर में पैसेंजर लोड ज्यादा होने से कार्गो स्पेस कम दरों में मिलता है। इसलिए इंदौर-भोपाल के कार्गो टैरिफ में 10 से 15 हजार का अंतर रहता है।
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इंटरनेशनल फ्लाइट शुरु करने के लिए एविएशन सेक्टर को कार्गो फैसिलिटीज दिलाई जा रही है। इसका असर लोकल उद्योग एवं आयात-निर्यात पर पड़ेगा। नए साल में कागो के ज्यादा ऑर्डर आने से नई इंटरनेशनल उड़ानों के आने की उम्मीद है।
रामजी अवस्थी, एयरपोर्ट डायरेक्टर
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