इंजीनियरिंग व पॉलिटेक्निक कॉलेज के शिक्षक सरकारी स्कूलों के छात्रों को भी पढ़ाएंगे
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इंजीनियरिंग व पॉलिटेक्निक कॉलेज के शिक्षक सरकारी स्कूलों के छात्रों को भी पढ़ाएंगे
प्रावैधिकी व तकनीकी शिक्षा विभाग ने स्थानीय छात्रों के लिए चलाया ‘पहल कार्यक्रम
8वीं से 12वीं कक्षाओं के छात्र-छात्राओं को विज्ञान विषय समेत प्रतियोगी परीक्षाओं की देंगे जानकारी
रोजाना सुबह नौ से पहले या चार बजे के बाद एक घंटा चलायी जाएगी कोचिंग क्लास
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव तकनीकी शिक्षा के सचिव ने भेजा डीईओ को पत्र
कॉलेजों में पदस्थापित शिक्षकों का रोस्टर तैयार कर छात्रों को दी जाएगी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा
फोटो :
चंडी इंजीनियरिंग : चंडी इंजीनिरिंग कॉलेज का भवन, जहां सरकारी स्कूल के छात्रों के लिए चलेगी एक घंटे की विशेष कक्षा।
बिहारशरीफ, हिन्दुस्तान संवाददाता।
इंजीनियरिंग व पॉलीटेक्निक कॉलेज के शिक्षक सरकारी स्कूलों के छात्रों को विज्ञान, अंग्रेजी समेत प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने का टिप्स बताएंगे। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ व विज्ञान प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने इंजीनियरिंग व पॉलिटेक्निक कॉलेजों के प्राचार्यो व डीईओ को इस संबंध में पत्र भेजा है। कहा है कि प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा सरकारी स्कूलों के स्थानीय छात्रों के लिए ‘पहल कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसमें 8वीं से 12वीं कक्षाओं के छात्र-छात्राओं को विज्ञान व अंग्रेजी विषय समेत प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए तकनीकी संस्थानों में विशेष कक्षा चलायी जाएगी। प्रतिदिन सुबह नौ बजे से पहले या चार बजे के बाद एक घंटे की कोचिंग क्लास के माध्यम से इच्छुक विद्यार्थियों को शिक्षा दी जाएगी।
कॉलेजों में पदस्थापित शिक्षकों का रोस्टर तैयार कर छात्रों को गणित, विज्ञान, रसायन, भौतिकी व अंग्रेजी विषयों की गुणवत्तापूर्ण पढ़ाई करायी जायेगी। ताकि, बच्चों को तकनीकी क्षेत्र व अन्य प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए पहले से ही अनुभवी शिक्षकों को मार्गदर्शन मिल सके।
छात्रों में बढ़ी है उच्च शिक्षा के प्रति रुचि :
अपर मुख्य सचिव ने कहा है कि जिले के पॉलिटेक्निक व इंजीनियरिंग कॉलेज खुलने से स्थानीय छात्र-छात्राओं में उच्च शिक्षा के प्रति रुचि बढ़ी है। समाज हित में यह जरूरी है कि संस्थानों में उपलब्ध आधारभूत संरचना व कुशल शिक्षकों का लाभ सरकारी विद्यालयों में पढ़ाई कर रहे या फिर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे ग्रामीण छात्रों को मिल सके। तकनीकी संस्थानों में शिक्षकों की कमी नहीं है। बिहार लोक सेवा आयोग की अनुशंसा पर सभी संस्थानों में पर्याप्त संख्या में शिक्षक तैनात किये गये हैं।
चंडी में चल रही विशेष कक्षा :
प्राचार्य भगवान श्रीराम ने बताया कि चंडी इंजीनियरिंग कॉलेज में नौवीं से 12वीं कक्षाओं तक के 46 विद्यार्थियों की पढ़ाई आठ माह से करायी जा रही है। 15 जुलाई तक इनका सत्र समाप्त होगा। नये छात्रों की पढ़ाई कराने के लिए संबंधित एचएम से संपर्क किया जा रहा है। इस बार छात्रों की संख्या 100 से अधिक रखने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। ताकि, अधिक से अधिक छात्रों को लाभ मिल सके।
बोले अधिकारी :
इंजीनियरिंग व पॉलिटेक्निक कॉलेजों के आस-पास के विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को विशेष कक्षा में शामिल कराने के लिए तकनीकी कॉलेजों से टैगिंग की जा रही है। ताकि, विद्यार्थियों को तकनीकी कॉलेजों के शिक्षकों के द्वारा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके। विशेष कक्षा के लिए चार से पांच बजे का समय निर्धारित किया जाएगा। संबंधित बीईओ को भी इस संबंध में आदेश दिया गया है।
राजकुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी
यह हिन्दुस्तान अखबार की ऑटेमेटेड न्यूज फीड है, इसे लाइव हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है।
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इंजीनियरिंग व पॉलिटेक्निक कॉलेज के शिक्षक सरकारी स्कूलों के छात्रों को भी पढ़ाएंगे
प्रावैधिकी व तकनीकी शिक्षा विभाग ने स्थानीय छात्रों के लिए चलाया ‘पहल कार्यक्रम
8वीं से 12वीं कक्षाओं के छात्र-छात्राओं को विज्ञान विषय समेत प्रतियोगी परीक्षाओं की देंगे जानकारी
रोजाना सुबह नौ से पहले या चार बजे के बाद एक घंटा चलायी जाएगी कोचिंग क्लास
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव तकनीकी शिक्षा के सचिव ने भेजा डीईओ को पत्र
कॉलेजों में पदस्थापित शिक्षकों का रोस्टर तैयार कर छात्रों को दी जाएगी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा
फोटो :
चंडी इंजीनियरिंग : चंडी इंजीनिरिंग कॉलेज का भवन, जहां सरकारी स्कूल के छात्रों के लिए चलेगी एक घंटे की विशेष कक्षा।
बिहारशरीफ, हिन्दुस्तान संवाददाता।
इंजीनियरिंग व पॉलीटेक्निक कॉलेज के शिक्षक सरकारी स्कूलों के छात्रों को विज्ञान, अंग्रेजी समेत प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने का टिप्स बताएंगे। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ व विज्ञान प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने इंजीनियरिंग व पॉलिटेक्निक कॉलेजों के प्राचार्यो व डीईओ को इस संबंध में पत्र भेजा है। कहा है कि प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा सरकारी स्कूलों के स्थानीय छात्रों के लिए ‘पहल कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसमें 8वीं से 12वीं कक्षाओं के छात्र-छात्राओं को विज्ञान व अंग्रेजी विषय समेत प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए तकनीकी संस्थानों में विशेष कक्षा चलायी जाएगी। प्रतिदिन सुबह नौ बजे से पहले या चार बजे के बाद एक घंटे की कोचिंग क्लास के माध्यम से इच्छुक विद्यार्थियों को शिक्षा दी जाएगी।
कॉलेजों में पदस्थापित शिक्षकों का रोस्टर तैयार कर छात्रों को गणित, विज्ञान, रसायन, भौतिकी व अंग्रेजी विषयों की गुणवत्तापूर्ण पढ़ाई करायी जायेगी। ताकि, बच्चों को तकनीकी क्षेत्र व अन्य प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए पहले से ही अनुभवी शिक्षकों को मार्गदर्शन मिल सके।
छात्रों में बढ़ी है उच्च शिक्षा के प्रति रुचि :
अपर मुख्य सचिव ने कहा है कि जिले के पॉलिटेक्निक व इंजीनियरिंग कॉलेज खुलने से स्थानीय छात्र-छात्राओं में उच्च शिक्षा के प्रति रुचि बढ़ी है। समाज हित में यह जरूरी है कि संस्थानों में उपलब्ध आधारभूत संरचना व कुशल शिक्षकों का लाभ सरकारी विद्यालयों में पढ़ाई कर रहे या फिर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे ग्रामीण छात्रों को मिल सके। तकनीकी संस्थानों में शिक्षकों की कमी नहीं है। बिहार लोक सेवा आयोग की अनुशंसा पर सभी संस्थानों में पर्याप्त संख्या में शिक्षक तैनात किये गये हैं।
चंडी में चल रही विशेष कक्षा :
प्राचार्य भगवान श्रीराम ने बताया कि चंडी इंजीनियरिंग कॉलेज में नौवीं से 12वीं कक्षाओं तक के 46 विद्यार्थियों की पढ़ाई आठ माह से करायी जा रही है। 15 जुलाई तक इनका सत्र समाप्त होगा। नये छात्रों की पढ़ाई कराने के लिए संबंधित एचएम से संपर्क किया जा रहा है। इस बार छात्रों की संख्या 100 से अधिक रखने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। ताकि, अधिक से अधिक छात्रों को लाभ मिल सके।
बोले अधिकारी :
इंजीनियरिंग व पॉलिटेक्निक कॉलेजों के आस-पास के विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को विशेष कक्षा में शामिल कराने के लिए तकनीकी कॉलेजों से टैगिंग की जा रही है। ताकि, विद्यार्थियों को तकनीकी कॉलेजों के शिक्षकों के द्वारा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके। विशेष कक्षा के लिए चार से पांच बजे का समय निर्धारित किया जाएगा। संबंधित बीईओ को भी इस संबंध में आदेश दिया गया है।
राजकुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी
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