आरक्षक भर्ती घोटाले में बिहार से दलाल गिरफ्तार: सात लाख में कराई थी सॉल्वर की डील, पहले भी धोखाधड़ी में पकड़ा जा चुका है – Shivpuri News h3>
मप्र आरक्षक जीडी भर्ती परीक्षा 2023 में हुए फर्जीवाड़े के मामले में शिवपुरी पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। यह आरोपी परीक्षार्थियों को सॉल्वर के जरिए पास कराने में मध्यस्थ की भूमिका निभा रहा था।
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गिरफ्तार आरोपी का नाम राजकुमार पासवान (पिता- यदु पासवान) है। वह ग्राम मथुरापुरा, थाना नूरसराय, जिला नालंदा (बिहार) का निवासी है। पुलिस की संयुक्त टीम ने उसे बिहार से पकड़कर शिवपुरी लाकर न्यायालय में पेश किया।
सात लाख में कराई थी फर्जी भर्ती की डील राजकुमार वही व्यक्ति है, जिसने अंकेश रावत नाम के परीक्षार्थी को सॉल्वर बैठाने और आधार कार्ड में बदलाव करवाने में मदद की थी। इसके बदले 7 लाख रुपए की डील तय हुई थी।
पुलिस की संयुक्त कार्रवाई यह कार्रवाई थाना सतनवाड़ा, सुरवाया और बम्हारी पुलिस की संयुक्त टीम ने की। पूछताछ में अंकेश ने बताया कि फर्जीवाड़ा राजकुमार की मदद से किया गया था। इसके बाद 14 जून को पुलिस टीम ने बिहार पहुंचकर राजकुमार को गिरफ्तार किया।
पहले भी दर्ज है धोखाधड़ी का केस राजकुमार 2016 में नरवर स्थित एसबीआई शाखा में काम करता था। उस समय उसके खिलाफ नरवर थाने में भी धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ था।
अब तक दो गिरफ्तार, चार और पर FIR अब तक इस मामले में अंकेश रावत और धर्मेन्द्र गुर्जर को गिरफ्तार किया जा चुका है। चार अन्य अभ्यर्थियों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज है। जांच में इन सभी के दस्तावेज फर्जी पाए गए थे। वे शिवपुरी की 18वीं बटालियन में चयनित हो चुके थे।
इन पर दर्ज हुई FIR
- अंकेश रावत, ग्राम जतरथी, जिला ग्वालियर
- धर्मेन्द्र गुर्जर, ग्राम बड़ी झूं, जिला ग्वालियर
- निर्भय सिंह गुर्जर, ग्राम डांडा खिरक, जिला ग्वालियर
- भूपेन्द्र सिंह गुर्जर, ग्राम रजियावर, जिला ग्वालियर
- रामनरेश गुर्जर, चंदू का पुरा, जिला मुरैना
- मोनू रावत, ग्राम बाबड़ी, जिला मुरैना
अब रिमांड पर होगी सॉल्वर गैंग की पूछताछ पुलिस अब राजकुमार पासवान से रिमांड पर पूछताछ कर आधार कार्ड में बदलाव और सॉल्वर गैंग के पूरे नेटवर्क की जानकारी जुटाने की कोशिश करेगी। अधिकारियों के मुताबिक इस फर्जीवाड़े में और भी लोगों के शामिल होने की आशंका है।