‘आपदा में अवसर’ खोज रहे सत्ताधारी दल के विधायक: साहब ने बुढ़ापे में रचाई दूसरी शादी, सोशल मीडिया पर ट्रोल हो गए डॉक्टर साहब – Bhopal News

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‘आपदा में अवसर’ खोज रहे सत्ताधारी दल के विधायक:  साहब ने बुढ़ापे में रचाई दूसरी शादी, सोशल मीडिया पर ट्रोल हो गए डॉक्टर साहब – Bhopal News
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‘आपदा में अवसर’ खोज रहे सत्ताधारी दल के विधायक: साहब ने बुढ़ापे में रचाई दूसरी शादी, सोशल मीडिया पर ट्रोल हो गए डॉक्टर साहब – Bhopal News

एमपी में सत्ताधारी दल के कुछ विधायक ‘आपदा में अवसर’ खोज रहे हैं। दरअसल, सरकार के एक सीनियर मंत्री सेना की महिला अफसर पर विवादित बयान देकर मुश्किल में फंस गए हैं। विपक्ष उन्हें बर्खास्त करने की मांग पर अड़ा है, तो वहीं पार्टी के अंदर से भी मंत्री के इस

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ऐसे में सत्ताधारी दल के कुछ ऐसे विधायक जो मंत्री बनने की चाहत रखते हैं, उनके मन में लड्‌डू फूट रहे हैं। वे मन ही मन कामना कर रहे हैं कि इनकी छुट्‌टी हो तो हमारा नंबर आए। सुना है कि कुछ विधायकों ने इसी ख्वाहिश में सत्ता और संगठन के बड़े नेताओं से मेल-मिलाप भी शुरू कर दिया है।

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मैरिड लाइफ की सेकेंड इनिंग से चर्चा में साहब पढ़ाई-लिखाई से संबंधित एक विभाग के बड़े अधिकारी ने बुढ़ापे में शादी रचाई है। खास बात यह है कि साहब ने रिटायरमेंट से ठीक तीन महीने पहले दोबारा हाथ पीले किए हैं। इससे भी खास बात यह है कि उन्होंने अपनी नई लाइफ पार्टनर का चयन पुरानी लाइफ पार्टनर के रहते किया है।

साहब उम्र के इस पड़ाव पर अपनी मैरिड लाइफ की सेकेंड इनिंग शुरू करने को लेकर चर्चा में है।

ये वही अफसर हैं जो अपने विभाग में नित नए प्रयोग के लिए जाने जाते हैं। हाल ही में ‘सरकार’ ने इनके विभाग की समीक्षा बैठक की थी, जिसमें विभाग के मंत्री ने सबसे अच्छा काम इन्हीं अधिकारी का बताया था। इनकी योजनाएं भी गिनाईं थीं।

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सोशल मीडिया पर ट्रोल हो गए डॉक्टर साहब बुंदेलखंड क्षेत्र के एक बड़े मेडिकल कॉलेज के एक बड़े अधिकारी हाल ही में सोशल मीडिया पर ट्रोल हो गए। हुआ यूं कि इनकी एक तस्वीर सामने आ गई, जिसमें ये राजधानी के एक निजी अस्पताल में अपना इलाज कराते दिख रहे हैं।

इसे लेकर पब्लिक ने सोशल मीडिया पर तरह-तरह के कमेंट किए हैं। लोग कह रहे हैं कि डॉक्टर साहब को अपनी ही व्यवस्थाओं पर भरोसा नहीं है। किसी ने लिखा- नेता तो ठीक… अब, जब मेडिकल कॉलेज के जिम्मेदार ही अपना इलाज उनके ही नेतृत्व में चलने वाले अस्पताल में नहीं करा पा रहे हैं तो वहां की सुविधाओं और लोगों को मिलने वाले इलाज की क्या स्थिति होगी?

खास बात यह है कि जब साहब अपना इलाज निजी अस्पताल में करा रहे थे, तब खुद हेल्थ मिनिस्टर और ‘छोटे सरकार’ उनका हाल जानने पहुंचे थे।

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‘छोटे राजा’ के जवाब पर पार्टी के नेताओं की नजर विरोधी दल में अपनी ही पार्टी के बड़े नेताओं को निशाने पर लेने के बाद ‘छोटे राजा’ को नोटिस थमाया गया है। पार्टी के कई नेताओं को उम्मीद है कि अब शायद इन पर कोई एक्शन हो।

हालांकि कई नेता इस बात से आशंकित हैं कि ‘छोटे राजा’ का अगला कदम क्या होगा? वे अपने जवाब में क्या लिखते हैं और जवाब में किसको निपटाएंगे?

कौन चुरा रहा बाबा साहब की प्रतिमाएं मालवा क्षेत्र के एक बडे़ आदिवासी जिले में डॉ. भीम राव अंबेडकर की प्रतिमाएं चोरी होने से लोग हैरान और पुलिस-प्रशासन परेशान है। जिले के एक गांव में जब बाबा साहब की प्रतिमा चोरी हो गई, तो प्रशासन ने दूसरी लगवा दी। लेकिन, कुछ दिनों बाद दूसरी प्रतिमा भी चोरी हो गई।

अब प्रशासन ने यहां बाबा साहब की तीसरी प्रतिमा लगवाई है। दो प्रतिमाएं चोरी होने के बाद अब स्थानीय पुलिस को सख्त हिदायत दी गई है कि वे इलाके में गश्त बढ़ाएं और प्रतिमा की लगातार निगरानी की व्यवस्था करें।

हालांकि सवाल अब भी बना हुआ है कि आखिर बाबा साहब की प्रतिमाएं चुरा कौन रहा है?

शिक्षकों से गुलामों की तरह काम न कराएं अफसर बुंदेलखंड के हेडक्वार्टर पर शिक्षा विभाग के डीईओ ने एक आदेश जारी किया, जिसमें कर्मचारी संघ के एक पत्र का जिक्र करते हुए लिखा है कि शिक्षकों के ग्रीष्मकालीन अवकाश में साल-दर-साल कटौती की जा रही है। शिक्षकों को विश्राम अवकाश में ड्यूटी लगाने के अधिकार जिले में कलेक्टर और प्रदेश में विभाग प्रमुख को हैं।

यदि कोई दूसरा अधिकारी शिक्षकों को ड्यूटी पर बुलाता है तो ऑर्डर में लिखना होगा कि संबंधित को अर्जित अवकाश की पात्रता है। यदि शिक्षकों पर प्रेशर बनाकर गुलामों की तरह काम करने का प्रयास किया गया तो संबंधित अधिकारी के वेतन से अर्जित अवकाश की राशि वसूलने की कार्रवाई कोर्ट के जरिए की जाएगी।

अब डीईओ साहब के आदेश पर लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या विभाग के कमिश्नर को लिखे गए पत्र की भाषा ऐसी हो सकती है?

युवा कांग्रेस में शह-मात का खेल एमपी में युवा कांग्रेस में चुनाव के लिए नॉमिनेशन दाखिल हो चुके हैं। अब नेता पुत्र यूथ विंग पर कब्जा जमाने की जुगत में हैं। कुछ नेताओं के करीबी भी पदासीन होने के लिए गोटियां बिठा रहे हैं।

करीब आधा सैकड़ा ऐसे उम्मीदवारों को इंटरव्यू लेकर पात्र घोषित किया गया है जो क्राइटेरिया में नहीं आ रहे थे। इनमें से एक लेडी लीडर तो ऐसी हैं जिन्होंने कांग्रेस विधायक के पुत्र को कोर्ट तक घसीटा और जेल की हवा तक खिलाई है। अब मैडम दमखम दिखा रहीं हैं।

अध्यक्ष बनने के इच्छुक दावेदार पार्टी के हालिया पावर सेंटर्स के साथ ही राजा के दरबार में भी हाजिरी लगा रहे हैं।

और अंत में..

साहब ने किताबों से बढ़ाई दोस्ती राजधानी में पदस्थ एक आईएएस अधिकारी इन दिनों किताबें पढ़ने में अपना समय बिता रहे हैं। फील्ड में पदस्थापना के दौरान लगातार एक्टिव रहने वाले इन अधिकारी को किताबें पढ़ने का शौक पहले भी रहा है। कलेक्टर रहने के दौरान भी मौका निकालकर अच्छे विचारकों और लेखकों की पुस्तकें पढ़ते रहे हैं।

इन दिनों युवाओं की नौकरी से संबंधित एक विभाग में जिम्मेदारी निभा रहे इन अधिकारी के पास परीक्षा तिथियों के अलावा कोई विशेष फाइलों के मूवमेंट से नहीं गुजरना पड़ता। लिहाजा साहब ने किताबों से दोस्ती और बढ़ा ली है।

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लाट साहब की नजरों में अपने नंबर बढ़ाने के लिए अफसरों ने मंदिर की परंपरा ही तोड़ दी। श्रद्धालुओं को नाराज कर दिया। हुआ यूं कि पड़ोसी राज्य यूपी के एक सीनियर लीडर जो इन दिनों एक राज्य में बतौर लाट साहब पदस्थ हैं। उनका बुंदेलखंड के राम राजा दरबार में आना हुआ। इस दरबार में किसी सरकार के नहीं, बल्कि मंदिर में विराजे राम राजा सरकार के नियम चलते हैं। लेकिन, अफसरों ने लाट साहब के चक्कर में मंदिर में आम लोगों का प्रवेश कुछ देर के लिए रोक दिया। पढ़ें पूरी खबर…

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