आजमगढ़ में UP बोर्ड परीक्षार्थियों से वसूले गए 50-50 हजार: थाने के हिस्ट्रीशीटर के स्कूल में चल रहा था नकल का खेल, UP STF ने की 6 गिरफ्तारी – Azamgarh News h3>
आजमगढ में STF की छापेमारी, छह गिरफ्तार, नकल कराने के नाम पर 50-50 हजार की वसूली।
आजमगढ़ जिले के गंभीरपुर थाना क्षेत्र के हिस्ट्रीशीटर प्रबंधक विजय तिवारी के स्कूल में यूपी एसटीएफ और आजमगढ़ के गंभीरपुर थाने की पुलिस ने संयुक्त रूप से छापेमारी करते हुए 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में प्रधानाचार्य बबिता तिवारी,
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इन आरोपियों के कब्जे से तीन मोबाइल फोन 5 प्रवेश पत्र चार कूटरचित आधार कार्ड, 6 इंटरमीडिएट का भौतिक विज्ञान का प्रश्न पत्र और साथ कॉपियां भी बरामद की गई हैं। आरोपियों ने सॉल्वर के माध्यम से कॉपी लिखवाने पर 20000 और परीक्षा केंद्र के बाहर कॉपी लिखवाने पर ₹50000 की वसूली की गई थी।
इससे समझा जा सकता है कि आजमगढ़ में चल रही यूपी बोर्ड परीक्षाओं में किस तरह का खेल चल रहा है। उत्तर प्रदेश शासन ने प्रदेश में चल रही यूपी बोर्ड परीक्षा में अवैध वसूली के माध्यम से सामूहिक नकल करने वाले नकल माफिया पर प्रभावी कार्रवाई करने के लिए एसटीएफ को निर्देश दिया है।
इसी क्रम में यह कार्रवाई की गई। आजमगढ़ जिले के गंभीरपुर थाना क्षेत्र के ठेकमा मुड़हर स्थित पंडित कामता प्रसाद इंटर कॉलेज के बारे में सूचना मिली की प्रधानाचार्य द्वारा परीक्षा कक्ष में कुछ परीक्षार्थियों के स्थान पर साल्वरों को बैठक कॉपियां लिखवाई जा रही है जिसके लिए छात्रों से भारी भरकम धनराशि की वसूली की गई थी।
आजमगढ़ में UP STF की छापेमारी, छह आरोपी गिरफ्तार।
गंभीरपुर थाने का हिस्ट्रीशीटर है प्रबंधक विजय तिवारी
पंडित कामता प्रसाद इंटर कॉलेज का प्रबंधक विजय तिवारी गंभीरपुर थाने का रजिस्टर्ड हिस्ट्रीशीटर है। आरोपी विजय तिवारी के कई स्कूलों और कॉलेज हैं। एसटीएफ की पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि प्रबंधक विजय तिवारी द्वारा पत्नी बबिता तिवारी जिन्हें की कॉलेज का प्रधानाचार्य बनाया गया है द्वारा विद्यालय में नकल करवाई जाती थी। इसके साथी परीक्षा केंद्र के अंदर कक्षा में सॉल्वर के माध्यम से कॉपी लिखवाने का प्रति परीक्षार्थी ₹20000 लिया जाता था। जबकि परीक्षा केंद्र के बाहर कॉपी लिखवाने का प्रति परीक्षार्थी ₹50000 संबंधित परीक्षार्थियों से वसूला गया था। इस प्रकार इन लोगों द्वारा लाखों रुपए की वसूली अभ्यर्थियों से की गई थी।
आजमगढ़ के इस स्कूल में अभ्यर्थियों से हुई थी नकल के नाम पर 50- 50 हजार की वसूली।
जन सेवा संचालक बदलता था फोटो
आजमगढ़ जिले में चल रहे इस नकल के खेल में जन सेवा संचालक धर्मलेश सरोज को भी शामिल किया गया था। जन सेवा संचालक धर्मलेश सरोज द्वारा अपने जन सेवा केंद्र पर संबंधित परीक्षार्थियों के आधार कार्ड में उनकी फोटो के स्थान पर साल्वरों की फोटो लगाकर नया आधार कार्ड बना दिया जाता था। परीक्षार्थी अनिल कुमार पुत्र संतलाल डुप्लीकेट कॉपी लेकर अपने परीक्षा कच्छ में बैठा था जबकि उसकी कॉपी परीक्षा केंद्र से लगभग 100 मीटर दूर राजू सरोज और संजय सरोज के घर पर साल भर से लिखवाई जा रही थी। विशाल राय और शोले और नितेश तिवारी उसे छोटू स्कूल से कॉपी बाहर ले जाकर साल भर के माध्यम से लिखवाते थे और लिखवाने के बाद काफी स्कूल में जमा करते थे। इससे समझा जा सकता है कि आजमगढ़ जिले में इन नकल माफिया के हौसले कितने बुलंद हैं।