आजमगढ़ में मदरसों के मामले में बड़ी कार्रवाई: 11 मदरसा संचालकों के विरुद्ध दर्ज हुआ मुकदमा, SIT के साथ EOW की जांच में भी पाए गाए दोषी – Azamgarh News h3>
आजमगढ़ में 11 मदरसा संचालकों पर दर्ज हुआ मुकदमा।
आजमगढ़ में चल रहे फर्जी मदरसा संचालकों पर बड़ी कार्रवाई का मामला सामने आया है। इस मामले में 11 मदरसा संचालकों पर जिले के चार थाना क्षेत्रों में मुकदमा दर्ज किया गया है। आज़मगढ़ में संचालित 333 मदरसों में से 219 का अस्तित्व ही नहीं है।
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अब इन अस्तित्वहीन मदरसों के संचालकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है। EOW के निरीक्षक की तहरीर पर जिले के कंधरापुर थाने में पहला मुकदमा दर्ज करते हुए अब तक 11 मुकदमें दर्ज किये गये हैं। इस कार्रवाई को लेकर मदरसा संचालकों में हड़कंप मच गया है।
लखनऊ से आई टीम ने दर्ज कराया मुकदमा
लखनऊ से आर्थिक अपराध शाखा यानि ईओडब्ल्यू की टीम आज़मगढ़ के अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के कार्यालय पहुंची थी। इन मदरसों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए तहरीर दी गई। कार्रवाई के क्रम में तहरीर के मुताबिक, विशेष जांच दल (एसआईटी) ने अभिलेखों के आधार पर आजमगढ़ जिले के कंधरापुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत मदरसा अजीजिया खड़गपुर को अस्तित्वहीन मदरसों की श्रेणी में पाया था।
इस मदरसे को 5 फरवरी 2009 में तहतानियां स्तर की अस्थायी मान्यता दी गई थी। यह मान्यता तत्कालीन जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी प्रभात कुमार और लिपिक वक्फ ओम प्रकाश पांडेय ने दी थी। मदरसे की ओर से मदरसा पोर्टल पर तहतानिया स्तर के 3 कक्ष 300 वर्गफीट माप के दर्शाए गये, जबकि मौके पर मदरसा संचालित होते नहीं मिला। जिसे भारतीय जनता इंटर कॉलेज को मदरसा बताया गया।
तहरीर में आरोप है कि अस्तित्वहीन मदरसे की प्रबंधक रूमाना बानो ने आपराधिक षडयंत्र कर धोखाधड़ी और कूटरचित दस्तावेज तैयार कर शासकीय धनराशि तथा अनुदान के गबन का प्रयास किया है। इस पूरे फर्जीवाड़ा को लेकर पहला मुकदमा कंधरापुर थाने में अस्तित्वहीन मदरसा अजीजिया खड्गपुर, मदरसा आईडी 191100783 के प्रबन्धक रूमाना बानों के विरुद्ध धारा 409, 420, 467, 468, 471 के अंतर्गत दर्ज किया गया है।
आजमगढ़ के एसपी ग्रामीण चिराग जैन ने की मुकदमे की पुष्टि।
जिले में चल रहे थे 700 मदरसे
आजमगढ़ जिले में वर्ष 2009-10 में बिना भौतिक सत्यापन के कई मदरसों को मान्यता और अनुदान देने का मामला प्रकाश में आया था। 2017 में इस बात की शिकायत प्रदेश सरकार से की गई थी। आजमगढ़ जिले में 700 मदरसे संचालित हो रहे, जिसकी वर्ष 2017 में जांच की गई तो 387 संख्या में मदरसे वैध पाये गये। जबकि 313 मदरसे ऐसे जिसमें गड़बड़ियां पाई गई थी।
इसके बाद इस पूरे मामले की जांच शासन ने एसआईटी टीम को दे दी थी। इस मामले की रिपोर्ट 2022 में शासन को दे दी गई, जिसमें एसआईटी की जांच में 219 मदरसे ऐसे पाये गये जो मानक के अनुरूप नहीं तथा कुछ अस्तित्व विहीन थे।
इन मदरसे संचालकों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने का शासन ने निर्देश दिया गया है। इसी क्रम में सभी मदरसों पर मुकदमें की शुरुआत हो गई है। एसपी ग्रामीण चिराग जैन ने बताया कि तहरीर मिलने पर सभी थानों में कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में अभी तक 11 मुकदमें दर्ज किये गये हैं।