आखिर अशोक गहलोत ने क्यों कहा, मुझे हारने का उतना दुख नहीं, जानें आगे क्या कहा | Rajasthan Ashok Gehlot why did say I am not as sad about losing as know what he said next | News 4 Social h3>
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कहीं एक बड़ी बात। उन्होंने कहा मुझे हारने का जितना दुख नहीं जितना…, जानें आगे क्या कहा।
NDA सरकार की अलोकतांत्रिक सोच का परिचायक
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, UPA सरकार के समय विपक्ष में रहते हुए BJP ने कई बार 12 दिन से अधिक समय तक सदन की कार्यवाही नहीं चलने दी। उस समय इस प्रकार सांसदों को निलंबित करने की कार्रवाई नहीं की गई। यह NDA सरकार की अलोकतांत्रिक सोच का परिचायक है।
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निलंबन से दिखाता है एनडीए का तानाशाही रवैये
संसद की सुरक्षा जैसे गम्भीर विषय पर चर्चा की मांग पर विपक्षी सांसदों का किया गया निलंबन एनडीए के तानाशाही रवैये को दिखाता है। सच को दबाने की इस कार्रवाई से दुनिया में देश का नाम कलंकित हो रहा है।
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#WATCH जयपुर: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, “…मुझे हारने का जितना दुख नहीं है उतना मुझे इस देश की चिंता है कि देश में क्या हो रहा है… हार-जीत तो होती है, मैंने राजस्थान में अपना फर्ज़ पूरा किया… देश में जो हो रहा है उसपर लोगों को चिंतित होना चाहिए…” pic.twitter.com/1HvEFL2glX
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 19, 2023
संसद की सुरक्षा में चूक के गंभीर मामले पर चर्चा की मांग करने पर विपक्ष के 92 सांसदों को निलंबित करना लोकतंत्र पर प्रहार है। नेता प्रतिपक्ष रहते हुए स्व. श्री अरुण जेटली एवं स्व. श्रीमती सुषमा स्वराज ने कहा था कि सदन का काम चर्चा करना है पर कई बार सरकार जरूरी मुद्दों पर चर्चा नहीं… — Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) December 19, 2023