अलविदा 2023 : स्वास्थ्य विभाग में बदलाव का रहा दौर, जून से मॉडल अस्पताल करने लगेगा काम h3>
अलविदा 2023 : स्वास्थ्य विभाग में बदलाव का रहा दौर, जून से मॉडल अस्पताल करने लगेगा काम
मरीजों को एक ही छत के नीचे मिलेंगी सारी चिकित्सीय सुविधाएं
मिशन मोड में हुए कई काम, ग्रामीण इलाकों में भी बेहतर हुई चिकित्सीय व्यवस्था
सीएचओ व टेलीमेडिसीन सेवा का ग्रामीण अस्पतालों में हुआ विस्तार
सदर अस्पताल में इमरजेंसी समेत कई विभाग में हुआ कायाकल्प
जन औषधि केंद्र से मिलने लगीं सस्ती दवाएं
वर्ष 2024 में 200 बेड का मॉडल अस्पताल करने लगेगा काम, 60 फीसद काम हुआ पूरा
5 सीएचसी का नया भवन चालू, 4 निर्माणाधीन तो अन्य में जल्द निर्माण शुरू होने की उम्मीद
जाते-जाते कोरोना के नए वैरिएंट का खतरा डराने लगा जिलेवासियों को
फोटो :
बिंद सीएचसी : बिंद बाजार में निर्माणाधीन सीएचसी भवन।
सदर अस्पताल : सदर अस्पताल में निर्माणाधीन 200 बेड का मॉडल अस्पताल।
बिहारशरीफ, निज संवाददाता।
हम 2023 की विदाई व 2024 के स्वागत की तैयारी में जुटे हैं। महज चार दिन बाद 21वीं सदी का 24वें साल का सफर शुरू हो जाएगा। कोरोना के दौरान वर्ष 2021 की खट्टी-मीठी यादें हमें आज भी एक टिस देती हैं। वहीं 2022 में बहुत कुछ बदलाव की नींव पड़ी। जबकि, चालू साल में मिशन मोड में कई काम हुए।
वर्ष 2023 स्वास्थ्य विभाग में बदलाव का दौर रहा। इस दौरान मिशन-60, मिशन-90 के तहत कई बदलाव लाये गये। ग्रामीण इलाकों में भी चिकित्सीय व्यवस्था बेहतर हुई। सीएचओ व टेलीमेडिसीन सेवा का काफी विस्तार हुआ। सदर अस्पताल में इमरजेंसी, शिशु, सामान्य, प्रसव समेत कई विभागों का कायाकल्प हुआ। जन औषधि केंद्र खोला गया, जहां एक हजार से अधिक दवाएं सस्ती दर पर मिलने लगी हैं। वहां से औसतन रोजना 300 लोग विभिन्न दवाएं खरीद रहे हैं।
जून 2024 से 200 बेड का मॉडल सदर अस्पताल काम करने लगेगा। इसका 60 फीसद काम पूरा हो चुका है। निर्माण पर 47 करोड़ 69 लाख खर्च होने हैं। एक ही छत के नीचे जांच से लेकर इलाज तक की पूरी सुविधा मिलने लगेगी। जिले के पांच प्रखंडों में पांच सीएचसी नए भवन में चालू हैं। वहीं बिंद, सिलाव समेत चार प्रखंडों में चार सीएचसी भवन निर्माणाधीन है। हरनौत समेत अन्य प्रखंडों में इस वर्ष सीएचसी भवन निर्माण काम शुरू होने की पूरी उम्मीद है। हालांकि, जाते-जाते कोरोना के नए वैरिएंट जेएन-वन का खतरा लोगों को डराने लगा है। लेकिन, स्वास्थ्य विभाग ऑक्सीजन से लेकर दवा की व्यवस्था तक में काफी सुधार ला चुका है। इससे लोगों को बेहतर सेवा अवश्य मिलेगी।
11 सीएचसी भवन का निर्माण होगा शुरू :
सभी 20 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) को 30 बेड वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) बनाने की पहल शुरू हो चुकी है। हालांकि, करायपरसुराय समेत कुछ अस्पतालों को इसके लिए अभी इंतजार करना पड़ सकता है। सरमेरा, गिरियक, रहुई, एकंगरसराय व इस्लामपुर में सीएचसी काम कर रहा है। हरनौत, बिंद, कतरीसराय, बेन, करायपरसुराय, नगरनौसा, नूरसराय, चंडी, अस्थावां, सिलाव, थरथरी, परवलपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को बेहतर बनाए जाने की कवायद चल रही है।
ट्रॉमा सेंटर नहीं बनने से मायूसी :
हरनौत में ट्रॉमा सेंटर बनवाने की लंबे समय से मांग कर रहे हैं। क्योंकि, यह बख्तियारपुर, सकसोहरा, चंडी व बिहारशरीफ शहर के बीच का सबसे प्रमुख व बड़ा बाजार है। यहां से हजारों लोग गुजरते हैं। इस बाजार से कई प्रमुख शहरों के लिए दो एनएच व अन्य सड़कें गुजरती हैं। लेकिन, ट्रॉमा सेंटर नहीं बनने से लोगों को मायूसी हाथ लगी है। हालांकि, भागनबिगहा पैठना डेंटल मेडिकल कॉलेज में ट्रॉमा सेंटर बनाए जाने की घोषणा हुई है।
यह हिन्दुस्तान अखबार की ऑटेमेटेड न्यूज फीड है, इसे लाइव हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है।
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अलविदा 2023 : स्वास्थ्य विभाग में बदलाव का रहा दौर, जून से मॉडल अस्पताल करने लगेगा काम
मरीजों को एक ही छत के नीचे मिलेंगी सारी चिकित्सीय सुविधाएं
मिशन मोड में हुए कई काम, ग्रामीण इलाकों में भी बेहतर हुई चिकित्सीय व्यवस्था
सीएचओ व टेलीमेडिसीन सेवा का ग्रामीण अस्पतालों में हुआ विस्तार
सदर अस्पताल में इमरजेंसी समेत कई विभाग में हुआ कायाकल्प
जन औषधि केंद्र से मिलने लगीं सस्ती दवाएं
वर्ष 2024 में 200 बेड का मॉडल अस्पताल करने लगेगा काम, 60 फीसद काम हुआ पूरा
5 सीएचसी का नया भवन चालू, 4 निर्माणाधीन तो अन्य में जल्द निर्माण शुरू होने की उम्मीद
जाते-जाते कोरोना के नए वैरिएंट का खतरा डराने लगा जिलेवासियों को
फोटो :
बिंद सीएचसी : बिंद बाजार में निर्माणाधीन सीएचसी भवन।
सदर अस्पताल : सदर अस्पताल में निर्माणाधीन 200 बेड का मॉडल अस्पताल।
बिहारशरीफ, निज संवाददाता।
हम 2023 की विदाई व 2024 के स्वागत की तैयारी में जुटे हैं। महज चार दिन बाद 21वीं सदी का 24वें साल का सफर शुरू हो जाएगा। कोरोना के दौरान वर्ष 2021 की खट्टी-मीठी यादें हमें आज भी एक टिस देती हैं। वहीं 2022 में बहुत कुछ बदलाव की नींव पड़ी। जबकि, चालू साल में मिशन मोड में कई काम हुए।
वर्ष 2023 स्वास्थ्य विभाग में बदलाव का दौर रहा। इस दौरान मिशन-60, मिशन-90 के तहत कई बदलाव लाये गये। ग्रामीण इलाकों में भी चिकित्सीय व्यवस्था बेहतर हुई। सीएचओ व टेलीमेडिसीन सेवा का काफी विस्तार हुआ। सदर अस्पताल में इमरजेंसी, शिशु, सामान्य, प्रसव समेत कई विभागों का कायाकल्प हुआ। जन औषधि केंद्र खोला गया, जहां एक हजार से अधिक दवाएं सस्ती दर पर मिलने लगी हैं। वहां से औसतन रोजना 300 लोग विभिन्न दवाएं खरीद रहे हैं।
जून 2024 से 200 बेड का मॉडल सदर अस्पताल काम करने लगेगा। इसका 60 फीसद काम पूरा हो चुका है। निर्माण पर 47 करोड़ 69 लाख खर्च होने हैं। एक ही छत के नीचे जांच से लेकर इलाज तक की पूरी सुविधा मिलने लगेगी। जिले के पांच प्रखंडों में पांच सीएचसी नए भवन में चालू हैं। वहीं बिंद, सिलाव समेत चार प्रखंडों में चार सीएचसी भवन निर्माणाधीन है। हरनौत समेत अन्य प्रखंडों में इस वर्ष सीएचसी भवन निर्माण काम शुरू होने की पूरी उम्मीद है। हालांकि, जाते-जाते कोरोना के नए वैरिएंट जेएन-वन का खतरा लोगों को डराने लगा है। लेकिन, स्वास्थ्य विभाग ऑक्सीजन से लेकर दवा की व्यवस्था तक में काफी सुधार ला चुका है। इससे लोगों को बेहतर सेवा अवश्य मिलेगी।
11 सीएचसी भवन का निर्माण होगा शुरू :
सभी 20 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) को 30 बेड वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) बनाने की पहल शुरू हो चुकी है। हालांकि, करायपरसुराय समेत कुछ अस्पतालों को इसके लिए अभी इंतजार करना पड़ सकता है। सरमेरा, गिरियक, रहुई, एकंगरसराय व इस्लामपुर में सीएचसी काम कर रहा है। हरनौत, बिंद, कतरीसराय, बेन, करायपरसुराय, नगरनौसा, नूरसराय, चंडी, अस्थावां, सिलाव, थरथरी, परवलपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को बेहतर बनाए जाने की कवायद चल रही है।
ट्रॉमा सेंटर नहीं बनने से मायूसी :
हरनौत में ट्रॉमा सेंटर बनवाने की लंबे समय से मांग कर रहे हैं। क्योंकि, यह बख्तियारपुर, सकसोहरा, चंडी व बिहारशरीफ शहर के बीच का सबसे प्रमुख व बड़ा बाजार है। यहां से हजारों लोग गुजरते हैं। इस बाजार से कई प्रमुख शहरों के लिए दो एनएच व अन्य सड़कें गुजरती हैं। लेकिन, ट्रॉमा सेंटर नहीं बनने से लोगों को मायूसी हाथ लगी है। हालांकि, भागनबिगहा पैठना डेंटल मेडिकल कॉलेज में ट्रॉमा सेंटर बनाए जाने की घोषणा हुई है।
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