अयोध्या जेल में महिला आरक्षी की संदिग्ध मौत: कमरे में छत से लटका मिला शव, पुलिस ने कहा- आत्महत्या – Ayodhya News h3>
अयोध्या मंडल कारागार में तैनात महिला आरक्षी शांति यादव की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। रविवार दोपहर उनका शव जेल परिसर स्थित सरकारी आवास में छत के कुंडे से लटका मिला। कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। पुलिस का कहना है कि प्रथम दृष्टया मामला आत्महत
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27 वर्षीय शांति यादव मूल रूप से जौनपुर जिले की रहने वाली थीं। वह सितंबर 2021 से अयोध्या जेल में आरक्षी के पद पर तैनात थीं। जानकारी के मुताबिक, 12 मई को वह एक दिन की छुट्टी लेकर अपने गांव गई थीं, जहां एक शादी समारोह में शामिल हुईं। 13 मई को वह अयोध्या लौट आईं, लेकिन अपनी दूसरी पाली की ड्यूटी (12:30 बजे दोपहर) पर नहीं पहुंचीं।
कमरे में दुपट्टे से लटका मिला शव
शांति जेल परिसर में बने सरकारी क्वार्टर में रहती थीं। उनके साथ रेखा नाम की एक अन्य महिला आरक्षी भी उसी कमरे में रहती थीं। रेखा ने पुलिस को बताया कि वह सुबह 7:30 बजे ड्यूटी पर चली गई थीं। जब दोपहर में लौटीं तो दरवाजा अंदर से बंद था। काफी देर तक आवाज देने के बाद भी जब कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, तो अन्य लोगों को इसकी सूचना दी। इसकी बात बाहर से सीढ़ी लगाकर खिड़की तोड़कर देखा गया तो उसका दुपट्टे के फंदे से लटका हुआ था। इसके बाद जेल प्रशासन को सूचना दी गई। सूचना के बाद जेल पुलिस और कोतवाली नगर पुलिस मौके पर पहुंची। इसके घटना की जानकारी परिजनों को दी गई।
रात में ड्यूटी कर कमरे पर आई थी शांति यादव
कमरे में रहने वाली रेखा ने बताया कि शांति रात में ड्यूटी कर सुबह 7:00 बजे कमरे पर आई थी। इसके बाद हम ड्यूटी के लिए गई थी। दोपहर 12:30 बजे उसे ड्यूटी पर हमें रिलीफ करने जाना था, लेकिन वह 1:30 तक नहीं आई। उसका फोन भी नहीं लग रहा था। इसके बाद इसकी सूचना अधिकारियों को दी गई। करीब 2:00 बजे जब कमरे पर आई तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था।
उप महानिरीक्षक कारागार शैलेंद्र कुमार मैत्रय ने बताया कि परिजनों को सूचना दे दी गई है, परिजनों की मौजूदगी में कमरे का दरवाजा खोलकर सो को बाहर निकल जाएगा। मामले की पूरी गंभीरता से जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट, कॉल डिटेल और सहकर्मियों के बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।