अयोध्या के बाद चित्रकूट, विकास के लिए प्राधिकरण गठित, 20 करोड़ रुपए मंजूर, MP सरकार करेगी उद्धार | Authority formed for the development of Chitrakoot, Rs 20 crore appro | News 4 Social h3>
इस स्थान का आधा हिस्सा उत्तर प्रदेश और आधा हिस्सा मध्य प्रदेश में आता है
राज्य के नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सरकार के फैसले की जानकारी देते हुए बताया कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पर्यटकों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। पर्यटक बड़ी संख्या में चित्रकूट भी आना चाहते हैं। इस स्थान का आधा हिस्सा उत्तर प्रदेश और आधा हिस्सा मध्य प्रदेश में आता है।
उन्होंने कहा, मध्य प्रदेश सरकार ने चित्रकूट नगर और ग्रामीण इलाकों के विकास को ध्यान में रखते हुए विकास प्राधिकरण गठित करने का फैसला किया है। साथ ही सरकार ने 20 करोड़ रूपए की राशि भी स्वीकृत की है।
4 जगहों पर बनेगा रोपवे केंद्र सरकार की रोपवे योजना की जानकारी देते हुए विजयवर्गीय ने बताया कि मध्य प्रदेश में चार स्थानों पर रोपवे बनाए जाने के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने मंजूरी दे दी है। इनमें एक रोपवे उज्जैन के रेलवे स्टेशन से लेकर महाकाल मंदिर तक होगा, इसके अलावा तीन अन्य स्थानों पर भी रोपवे बनाए जाएंगे। यह पहाड़ी पर स्थित धार्मिक स्थलों तक जाने के लिए विशेष मौकों पर होने वाली भीड़ को ध्यान में रखकर किया गया है।
इस स्थान का आधा हिस्सा उत्तर प्रदेश और आधा हिस्सा मध्य प्रदेश में आता है
राज्य के नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सरकार के फैसले की जानकारी देते हुए बताया कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पर्यटकों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। पर्यटक बड़ी संख्या में चित्रकूट भी आना चाहते हैं। इस स्थान का आधा हिस्सा उत्तर प्रदेश और आधा हिस्सा मध्य प्रदेश में आता है।
उन्होंने कहा, मध्य प्रदेश सरकार ने चित्रकूट नगर और ग्रामीण इलाकों के विकास को ध्यान में रखते हुए विकास प्राधिकरण गठित करने का फैसला किया है। साथ ही सरकार ने 20 करोड़ रूपए की राशि भी स्वीकृत की है।
4 जगहों पर बनेगा रोपवे केंद्र सरकार की रोपवे योजना की जानकारी देते हुए विजयवर्गीय ने बताया कि मध्य प्रदेश में चार स्थानों पर रोपवे बनाए जाने के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने मंजूरी दे दी है। इनमें एक रोपवे उज्जैन के रेलवे स्टेशन से लेकर महाकाल मंदिर तक होगा, इसके अलावा तीन अन्य स्थानों पर भी रोपवे बनाए जाएंगे। यह पहाड़ी पर स्थित धार्मिक स्थलों तक जाने के लिए विशेष मौकों पर होने वाली भीड़ को ध्यान में रखकर किया गया है।