अमेरिकी डाउ जोन्स 4.5% गिरकर 1200 अंक रिकवर: यूरोपीय बाजार 5% गिरे, टैरिफ पर रोक की खबर को व्हाइट हाउस ने फेक बताया h3>
न्यूयॉर्क40 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
Advertising
लगातार तीन कारोबारी दिन में डाउ जोन्स करीब 10% गिरा है।
एशियन और यूरोपीय बाजारों में गिरावट के बाद अब अमेरिकी शेयर बाजार में भी गिरावट देखने को मिल रही है। अभी डाउ जोन्स इंडेक्स करीब 150 पॉइंट या 0.5% गिरकर 38,146 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
Advertising
शुरुआती कारोबार में इसमें 1,400 पॉइंट (4.5%) की गिरावट आई थी। बीते हफ्ते के आखिरी दो कारोबारी दिन में डाउ जोन्स 9% से ज्यादा गिरा था। यानी लगातार तीन कारोबारी दिन में डाउ जोन्स करीब 10% गिरा है।
वहीं, अमेरिकी बाजार के S&P 500 इंडेक्स में 22 पॉइंट या 0.44% की बढ़ोतरी है, ये 5,096 के स्तर पर ट्रेड कर रहा है। नैस्डेक कंपोजिट 121 अंक या 0.78% चढ़कर 15,708 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
Advertising
एपल, नाईकी, होम डिपो और इंटेल जैसी कंपनियों के शेयरों में 6% तक की गिरावट देखने को मिल रही है।
डाउ जोन्स इंडेक्स के टॉप लूजर
शेयर
कीमत
गिरावट
नाईकी
53.62 डॉलर
-4.08%
एपल
177.71 डॉलर
-3.35%
होम डीपो
335.80 डॉलर
-3.18%
इंटेल
19.02 डॉलर
-4.52%
ट्रेवर्ल्स कंपनीज
232.25 डॉलर
-2.79%
ट्रम्प ने चीन पर 50% एडिशनल टैरिफ लगाने की धमकी दी
Advertising
इस बीच ट्रम्प ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ पर पोस्ट शेयर कर चीन को अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने कहा कि चीन रीटेलिएटरी टैरिफ वापस ले, नहीं तो उसे 50% एडिशनल टैरिफ का सामना करना पड़ेगा।
टैरिफ पर रोक की खबर को व्हाइट हाउस ने फेक बताया
वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प किसी भी देश पर रेसिप्रोकल (जैसे को तैसा) टैरिफ को नहीं रोकेंगे। व्हाइट हाउस ने उन सभी खबरों को खारिज कर दिया है, जिनमें दावा किया गया था कि ट्रम्प चीन को छोड़कर सभी देशों पर 90 दिनों तक रेसिप्रोकल टैरिफ रोकने पर विचार कर रहे हैं। इस खबर के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में कारोबार के दौरान करीब 3.5% की रिकवरी भी देखने को मिली थी। पूरी खबर पढ़ें…
4 दिन में मार्केट कैप करीब 6.5 ट्रिलियन डॉलर घटा
S&P 500 इंडेक्स का मार्केट कैप आज 3.44% यानी 1.47 ट्रिलियन डॉलर घटकर 41.20 ट्रिलियन डॉलर पर आ गया है। इससे पहले 4 अप्रैल को घटकर करीब 42.678 ट्रिलियन डॉलर पर आ गया था। वहीं 3 अप्रैल को यह 45.388 ट्रिलियन डॉलर और 2 अप्रैल को मार्केट कैप 47.681 ट्रिलियन डॉलर था। यानी, लगातार चार कारोबारी दिन में मार्केट कैप करीब 6.5 ट्रिलियन डॉलर घट चुका है।
बाजार खुलने से पहले ट्रम्प ने कहा- पैनिक न करें
अमेरिकी शेयर बाजार खुलने से पहले डोनाल्ड ट्रम्प ने सोशल मीडिया पर कहा, ‘अमेरिका के पास कुछ ऐसा करने का मौका है जो दशकों पहले किया जाना चाहिए था। लोग कमजोर और मूर्ख न बनें, पैनिक न करें। मजबूत, साहसी और धैर्यवान बनो और इसका परिणाम महानता होगी।’
यूरोपीय बाजारों में 5% की गिरावट रही
वहीं यूरोपीय बाजारों में जर्मनी का डैक्स इंडेक्स 4.26% की गिरावट के साथ 19,761 के स्तर पर बंद हुआ। ये दिन के शुरूआती कारोबार में करीब 10% तक गिर गया था। UK के FTSE 100 इंडेक्स में करीब 4.38% की गिरावट रही। स्पेन का IBEX 35 इंडेक्स 5.12% की गिरावट के साथ बंद हुआ।
एशियाई बाजारों में आज 13% तक की गिरावट रही
- एशियाई बाजारों में जापान के निक्केई में 7.83%, कोरिया के कोस्पी इंडेक्स में 5.57%, चीन का शंघाई इंडेक्स 7.34% गिरा है। हॉन्गकॉन्ग के हैंगसेंग इंडेक्स में 13.22% की गिरावट रही।
- भारतीय बाजार का इंडेक्स सेंसेक्स 2.95% गिरकर 73,137 के स्तर पर बंद हुआ है। निफ्टी में भी 742 अंक (3.24%) की गिरावट रही। ये 22,161 के स्तर पर बंद हुआ।
बाजार में गिरावट की 3 वजह
- ट्रम्प का रेसिप्रोकल टैरिफ: अमेरिका ने भारत पर 26% टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। भारत के अलावा चीन पर 34%, यूरोपीय यूनियन पर 20%, साउथ कोरिया पर 25%, जापान पर 24%, वियतनाम पर 46% और ताइवान पर 32% टैरिफ लगेगा।
- चीन ने जवाबी 34% टैरिफ लगाया: चीन ने शुक्रवार को अमेरिका पर 34% जवाबी टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। नया टैरिफ 10 अप्रैल से लागू होगा। 3 अप्रैल को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने दुनियाभर में जैसे को तैसा टैरिफ लगाया था। इसमें चीन पर 34% अतिरिक्त टैरिफ लगाया गया था। अब चीन ने उतना ही टैरिफ अमेरिका पर लगा दिया है।
- इकोनॉमिक स्लोडाउन की चिंता: टैरिफ से सामान महंगा होने पर लोग कम खरीदारी करेंगे, जिससे अर्थव्यवस्था की रफ्तार धीमी हो सकती है। साथ ही, मांग कम होने से कच्चे तेल की कीमतें भी गिरी हैं। ये कमजोर इकोनॉमिक एक्टिविटी का संकेत है।
जिम क्रैमर ने 1987 जैसे ‘ब्लैक मंडे’ आने की भविष्यवाणी की थी
तीन दिन पहले फाइनेंशियल कॉमेंटेटर जिम क्रैमर ने 1987 जैसे ‘ब्लैक मंडे’ आने की भविष्यवाणी की थी। क्रैमर ने कहा था, ‘अमेरिकी बाजार सोमवार को 22% तक गिर सकता है। अगर ट्रम्प नियमों का पालन करने वाले देशों को राहत नहीं देते हैं, तो 1987 जैसे हालात बन सकते हैं। तब तीन दिन की गिरावट के बाद सोमवार को बाजार 22% गिर गया था।’
9 अप्रैल से लागू होंगे रेसिप्रोकल टैरिफ
अमेरिका में आने वाले सभी सामानों पर 10% बेसलाइन (न्यूनतम) टैरिफ लगाया गया है। बेसलाइन टैरिफ 5 अप्रैल से लागू हो गया है। वहीं रेसिप्रोकल टैरिफ 9 अप्रैल को रात 12 बजे के बाद लागू होंगे। बेसलाइन टैरिफ व्यापार के सामान्य नियमों के तहत आयात पर लगाया जाता है, जबकि रेसिप्रोकल टैरिफ किसी अन्य देश के टैरिफ के जवाब में लगाया जाता है।
3 और 4 अप्रैल को अमेरिकी बाजार का हाल
- 4 अप्रैल को डाउ जोन्स इंडेक्स 2,231.07 पॉइंट या 5.50% गिरकर 38,314 के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं, S&P 500 इंडेक्स में 322.44 पॉइंट या 5.97% की गिरावट रही थी। ये 5,074 के स्तर पर आ गया था। नैस्डेक कंपोजिट 962.82 अंक या 5.82% गिरकर 15,587 के स्तर पर बंद हुआ था।
- 3 अप्रैल को डाउ जोन्स 1,679 पॉइंट (3.98%) गिरकर 40,545 के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं, S&P 500 इंडेक्स में 274 पॉइंट (4.84%) की गिरावट रही, ये 5,450 के स्तर पर आ गया था। नैस्डेक कंपोजिट सबसे ज्यादा 1,050 अंक (5.97%) गिरकर बंद हुआ था।
बीते 10 साल में S&P 500 इंडेक्स की 4% से ज्यादा की गिरावट
तारीख
गिरावट
16/3/2020
12.0%
12/3/2020
9.5%
9/3/2020
7.6%
4/4/2025
5.9%
11/6/2020
5.9%
18/3/2020
5.2%
11/3/2020
4.9%
3/4/2025
4.8%
27/2/2020
4.4%
1/4/2020
4.4%
20/3/2020
4.3%
13/9/2022
4.3%
5/2/2018
4.1%
18/5/2022
4.0%
खबरें और भी हैं…
BUSINESS की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – BUSINESS
News
Advertising
न्यूयॉर्क40 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
लगातार तीन कारोबारी दिन में डाउ जोन्स करीब 10% गिरा है।
एशियन और यूरोपीय बाजारों में गिरावट के बाद अब अमेरिकी शेयर बाजार में भी गिरावट देखने को मिल रही है। अभी डाउ जोन्स इंडेक्स करीब 150 पॉइंट या 0.5% गिरकर 38,146 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
शुरुआती कारोबार में इसमें 1,400 पॉइंट (4.5%) की गिरावट आई थी। बीते हफ्ते के आखिरी दो कारोबारी दिन में डाउ जोन्स 9% से ज्यादा गिरा था। यानी लगातार तीन कारोबारी दिन में डाउ जोन्स करीब 10% गिरा है।
वहीं, अमेरिकी बाजार के S&P 500 इंडेक्स में 22 पॉइंट या 0.44% की बढ़ोतरी है, ये 5,096 के स्तर पर ट्रेड कर रहा है। नैस्डेक कंपोजिट 121 अंक या 0.78% चढ़कर 15,708 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
एपल, नाईकी, होम डिपो और इंटेल जैसी कंपनियों के शेयरों में 6% तक की गिरावट देखने को मिल रही है।
डाउ जोन्स इंडेक्स के टॉप लूजर
शेयर | कीमत | गिरावट |
नाईकी | 53.62 डॉलर | -4.08% |
एपल | 177.71 डॉलर | -3.35% |
होम डीपो | 335.80 डॉलर | -3.18% |
इंटेल | 19.02 डॉलर | -4.52% |
ट्रेवर्ल्स कंपनीज | 232.25 डॉलर | -2.79% |
ट्रम्प ने चीन पर 50% एडिशनल टैरिफ लगाने की धमकी दी
इस बीच ट्रम्प ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ पर पोस्ट शेयर कर चीन को अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने कहा कि चीन रीटेलिएटरी टैरिफ वापस ले, नहीं तो उसे 50% एडिशनल टैरिफ का सामना करना पड़ेगा।
टैरिफ पर रोक की खबर को व्हाइट हाउस ने फेक बताया
वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प किसी भी देश पर रेसिप्रोकल (जैसे को तैसा) टैरिफ को नहीं रोकेंगे। व्हाइट हाउस ने उन सभी खबरों को खारिज कर दिया है, जिनमें दावा किया गया था कि ट्रम्प चीन को छोड़कर सभी देशों पर 90 दिनों तक रेसिप्रोकल टैरिफ रोकने पर विचार कर रहे हैं। इस खबर के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में कारोबार के दौरान करीब 3.5% की रिकवरी भी देखने को मिली थी। पूरी खबर पढ़ें…
4 दिन में मार्केट कैप करीब 6.5 ट्रिलियन डॉलर घटा
S&P 500 इंडेक्स का मार्केट कैप आज 3.44% यानी 1.47 ट्रिलियन डॉलर घटकर 41.20 ट्रिलियन डॉलर पर आ गया है। इससे पहले 4 अप्रैल को घटकर करीब 42.678 ट्रिलियन डॉलर पर आ गया था। वहीं 3 अप्रैल को यह 45.388 ट्रिलियन डॉलर और 2 अप्रैल को मार्केट कैप 47.681 ट्रिलियन डॉलर था। यानी, लगातार चार कारोबारी दिन में मार्केट कैप करीब 6.5 ट्रिलियन डॉलर घट चुका है।
बाजार खुलने से पहले ट्रम्प ने कहा- पैनिक न करें
अमेरिकी शेयर बाजार खुलने से पहले डोनाल्ड ट्रम्प ने सोशल मीडिया पर कहा, ‘अमेरिका के पास कुछ ऐसा करने का मौका है जो दशकों पहले किया जाना चाहिए था। लोग कमजोर और मूर्ख न बनें, पैनिक न करें। मजबूत, साहसी और धैर्यवान बनो और इसका परिणाम महानता होगी।’
यूरोपीय बाजारों में 5% की गिरावट रही
वहीं यूरोपीय बाजारों में जर्मनी का डैक्स इंडेक्स 4.26% की गिरावट के साथ 19,761 के स्तर पर बंद हुआ। ये दिन के शुरूआती कारोबार में करीब 10% तक गिर गया था। UK के FTSE 100 इंडेक्स में करीब 4.38% की गिरावट रही। स्पेन का IBEX 35 इंडेक्स 5.12% की गिरावट के साथ बंद हुआ।
एशियाई बाजारों में आज 13% तक की गिरावट रही
- एशियाई बाजारों में जापान के निक्केई में 7.83%, कोरिया के कोस्पी इंडेक्स में 5.57%, चीन का शंघाई इंडेक्स 7.34% गिरा है। हॉन्गकॉन्ग के हैंगसेंग इंडेक्स में 13.22% की गिरावट रही।
- भारतीय बाजार का इंडेक्स सेंसेक्स 2.95% गिरकर 73,137 के स्तर पर बंद हुआ है। निफ्टी में भी 742 अंक (3.24%) की गिरावट रही। ये 22,161 के स्तर पर बंद हुआ।
बाजार में गिरावट की 3 वजह
- ट्रम्प का रेसिप्रोकल टैरिफ: अमेरिका ने भारत पर 26% टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। भारत के अलावा चीन पर 34%, यूरोपीय यूनियन पर 20%, साउथ कोरिया पर 25%, जापान पर 24%, वियतनाम पर 46% और ताइवान पर 32% टैरिफ लगेगा।
- चीन ने जवाबी 34% टैरिफ लगाया: चीन ने शुक्रवार को अमेरिका पर 34% जवाबी टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। नया टैरिफ 10 अप्रैल से लागू होगा। 3 अप्रैल को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने दुनियाभर में जैसे को तैसा टैरिफ लगाया था। इसमें चीन पर 34% अतिरिक्त टैरिफ लगाया गया था। अब चीन ने उतना ही टैरिफ अमेरिका पर लगा दिया है।
- इकोनॉमिक स्लोडाउन की चिंता: टैरिफ से सामान महंगा होने पर लोग कम खरीदारी करेंगे, जिससे अर्थव्यवस्था की रफ्तार धीमी हो सकती है। साथ ही, मांग कम होने से कच्चे तेल की कीमतें भी गिरी हैं। ये कमजोर इकोनॉमिक एक्टिविटी का संकेत है।
जिम क्रैमर ने 1987 जैसे ‘ब्लैक मंडे’ आने की भविष्यवाणी की थी
तीन दिन पहले फाइनेंशियल कॉमेंटेटर जिम क्रैमर ने 1987 जैसे ‘ब्लैक मंडे’ आने की भविष्यवाणी की थी। क्रैमर ने कहा था, ‘अमेरिकी बाजार सोमवार को 22% तक गिर सकता है। अगर ट्रम्प नियमों का पालन करने वाले देशों को राहत नहीं देते हैं, तो 1987 जैसे हालात बन सकते हैं। तब तीन दिन की गिरावट के बाद सोमवार को बाजार 22% गिर गया था।’
9 अप्रैल से लागू होंगे रेसिप्रोकल टैरिफ
अमेरिका में आने वाले सभी सामानों पर 10% बेसलाइन (न्यूनतम) टैरिफ लगाया गया है। बेसलाइन टैरिफ 5 अप्रैल से लागू हो गया है। वहीं रेसिप्रोकल टैरिफ 9 अप्रैल को रात 12 बजे के बाद लागू होंगे। बेसलाइन टैरिफ व्यापार के सामान्य नियमों के तहत आयात पर लगाया जाता है, जबकि रेसिप्रोकल टैरिफ किसी अन्य देश के टैरिफ के जवाब में लगाया जाता है।
3 और 4 अप्रैल को अमेरिकी बाजार का हाल
- 4 अप्रैल को डाउ जोन्स इंडेक्स 2,231.07 पॉइंट या 5.50% गिरकर 38,314 के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं, S&P 500 इंडेक्स में 322.44 पॉइंट या 5.97% की गिरावट रही थी। ये 5,074 के स्तर पर आ गया था। नैस्डेक कंपोजिट 962.82 अंक या 5.82% गिरकर 15,587 के स्तर पर बंद हुआ था।
- 3 अप्रैल को डाउ जोन्स 1,679 पॉइंट (3.98%) गिरकर 40,545 के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं, S&P 500 इंडेक्स में 274 पॉइंट (4.84%) की गिरावट रही, ये 5,450 के स्तर पर आ गया था। नैस्डेक कंपोजिट सबसे ज्यादा 1,050 अंक (5.97%) गिरकर बंद हुआ था।
बीते 10 साल में S&P 500 इंडेक्स की 4% से ज्यादा की गिरावट
तारीख | गिरावट |
16/3/2020 | 12.0% |
12/3/2020 | 9.5% |
9/3/2020 | 7.6% |
4/4/2025 | 5.9% |
11/6/2020 | 5.9% |
18/3/2020 | 5.2% |
11/3/2020 | 4.9% |
3/4/2025 | 4.8% |
27/2/2020 | 4.4% |
1/4/2020 | 4.4% |
20/3/2020 | 4.3% |
13/9/2022 | 4.3% |
5/2/2018 | 4.1% |
18/5/2022 | 4.0% |
News