अमृतसर के गांव चन्नके में युवक को मारी गोलियां: मरने वाला मूसेवाला के कातिल का भाई; घटना सीसीटीवी में हुई कैद – Amritsar News h3>
मोटरसाइकिल पर खड़े युवक पर तीन बाइक से आए युवकों ने गोलियां बरसाईं।
पंजाब के अमृतसर में थाना मेहता के अधीन आते गांव चन्ननके में शनिवार को दिनदिहाड़े एक 28 वर्षीय युवक जुगराज सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मरने वाला ये युवक सिद्धू मूसेवाला को मारने वाले शूटर जगरूप सिंह रूपा का भाई है। हमलावरों ने गांव में खुलेआम व
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प्राप्त जानकारी के अनुसार, तीन अज्ञात युवक मोटरसाइकिल पर सवार होकर गांव में पहुंचे और जुगराज सिंह पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं। हमलावर बेहद नजदीक से फायरिंग कर रहे थे, जिससे जुगराज सिंह की मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस ने जांच की शुरू
घटना के बाद पूरे गांव में दहशत फैल गई है। आसपास के लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। थाना मेहता पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
आपसी रंजिश का मामला
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि शुरुआती जांच में मामला आपसी रंजिश का लग रहा है, लेकिन सीसीटीवी फुटेज और चश्मदीदों के बयान के आधार पर सभी एंगल से जांच की जा रही है। तीनों हमलावरों की तलाश में नाकेबंदी कर दी गई है और आसपास के इलाकों में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
जानें कौन था जगरूप रूपा
जगरूप सिंह उर्फ ‘रूपा’ पंजाब के कुख्यात गैंगस्टरों में से एक था, जो पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद सुर्खियों में आया था। उसने शूटर के तौर पर सिद्धू मूसेवाला की हत्या में भूमिका निभाई। उसका संबंध लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गैंग से था, जो पंजाब और हरियाणा में संगठित आपराधिक गतिविधियों के लिए बदनाम हैं।
जगरूप रूपा अमृतसर जिले का रहने वाला था और उसका जुड़ाव शुरुआती दौर में ही गलत संगत, ड्रग्स और छोटे अपराधों से हो गया था। बताया जाता है कि परिवार ने उसे ड्रग्स की लत और खराब आदतों के चलते 2017 में घर से निकाल दिया था। इसके बाद उसने संगठित गिरोहों से संबंध बना लिए और हथियारों के साथ आपराधिक घटनाओं को अंजाम देना शुरू कर दिया।
गैंगस्टर जगरूर रूपा।
20 जुलाई को हुआ एनकाउंटर
29 मई 2022 को जब सिद्धू मूसेवाला की हत्या हुई, तो पुलिस जांच में सामने आया कि जगरूप रूपा उन आठ शूटरों में शामिल था जिन्होंने सीधे फायरिंग की थी। कहा जाता है कि जगरूप अपने साथी मनप्रीत सिंह मन्नू के साथ वारदात में शामिल हुआ था और उन्होंने मिलकर मूसेवाला की कार पर गोलियों की बौछार की थी।
हत्या के बाद जगरूप फरार रहा और उसकी तलाश में पंजाब पुलिस, एनआईए और अन्य एजेंसियां लगातार लगी हुई थीं। अंत में वह 20 जुलाई 2022 को अमृतसर के नजदीक भकना कलां गांव में पंजाब पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन टीम ने उसे घेर लिया। कई घंटों तक चली मुठभेड़ के दौरान जगरूप रूपा और उसके साथी मन्नू ने पुलिस पर गोलियां चलाईं। जवाबी कार्रवाई में दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।