अमित शाह सामने आकर गलती बताएं; तेजस्वी यादव एक्टिव हुए, संसद घुसपैठ पर केंद्र को घेरा h3>
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बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने संसद घुसपैठ मामले में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि यह बहुत गंभीर मसला है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को संसद के सदस्यों के सामने आकर यह बताना चाहिए कि गलती कहां और किससे हुई। बता दें कि बीते दो दिनों से तेजस्वी यादव की राजनीतिक सक्रियता नहीं होने से उनकी मौजूदगी को लेकर सवाल उठ रहे थे। ना तो वे इन्वेस्टर्स समिट में शामिल हुए और ना ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ नवादा गए। हालांकि, शुक्रवार शाम में उन्होंने मीडिया के सामने आकर इन सवालों को खारिज कर दिया है।
डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को पटना में मीडिया से बातचीत में संसद की सुरक्षा में चूक के मामले पर केंद्र को घेरा। उन्होंने कहा कि सुरक्षा में चूक की जिम्मेदारी सरकार की है। आगे ऐसा न हो इसके लिए हमें और भी ध्यान देने की जरूरत है। गृह मंत्री से यह अपेक्षा करते हैं कि इतना बड़ा हादसा हुआ है। अमित शाह को सदन में सभी सांसदों के सामने आकर यह बताना चाहिए कि गलती कहां और किससे हुई।
तेजस्वी यादव ने कहा कि संसद में घुसपैठ का मामला गंभीर है। संसद भवन देश के लोकतंत्र का मंदिर है। इसे देश का सबसे सुरक्षित स्थल माना जाता है। देशभर के जनप्रतिनिधि यहां रहते हैं। सबसे सख्त वीआईपी सिक्योरिटी यहां रहती है। इन सबके बावजूद घुसपैठ हुई, यह मामला बहुत गंभीर है। राजनीति को अलग रखकर इस विषय पर ध्यान देना चाहिए कि इतनी टाइट सिक्योरिटी होने के बावजूद लापरवाही कैसे हुई।
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गायब होने के सवालों के बीच एक्टिव हुए तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव बीते दो दिनों से राजनीतिक रूप से सक्रिय नहीं थे। पटना में आयोजित हुई ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में तेजस्वी यादव को जाना था, लेकिन वे नहीं गए। इसके बाद नवादा में शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ गंगाजल परियोजना के लोकार्पण में भी वे शामिल नहीं हुए। इसके बाद सियासी गलियारे में सवाल उठने लगे कि आखिर तेजस्वी यादव कहां हैं। आरजेडी सूत्रों ने बताया कि दरअसल, तेजस्वी अपने परिवार के साथ पिछले दिनों तिरुपति बालाजी दर्शन के लिए गए थे। वहां उन्होंने मुंडन कराया, इसके बाद उन्हें ठंड लग गई थी। पटना लौटने के बाद वे डॉक्टरों की सलाह पर अपने आवास पर ही आराम कर रहे थे।
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बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने संसद घुसपैठ मामले में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि यह बहुत गंभीर मसला है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को संसद के सदस्यों के सामने आकर यह बताना चाहिए कि गलती कहां और किससे हुई। बता दें कि बीते दो दिनों से तेजस्वी यादव की राजनीतिक सक्रियता नहीं होने से उनकी मौजूदगी को लेकर सवाल उठ रहे थे। ना तो वे इन्वेस्टर्स समिट में शामिल हुए और ना ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ नवादा गए। हालांकि, शुक्रवार शाम में उन्होंने मीडिया के सामने आकर इन सवालों को खारिज कर दिया है।
डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को पटना में मीडिया से बातचीत में संसद की सुरक्षा में चूक के मामले पर केंद्र को घेरा। उन्होंने कहा कि सुरक्षा में चूक की जिम्मेदारी सरकार की है। आगे ऐसा न हो इसके लिए हमें और भी ध्यान देने की जरूरत है। गृह मंत्री से यह अपेक्षा करते हैं कि इतना बड़ा हादसा हुआ है। अमित शाह को सदन में सभी सांसदों के सामने आकर यह बताना चाहिए कि गलती कहां और किससे हुई।
तेजस्वी यादव ने कहा कि संसद में घुसपैठ का मामला गंभीर है। संसद भवन देश के लोकतंत्र का मंदिर है। इसे देश का सबसे सुरक्षित स्थल माना जाता है। देशभर के जनप्रतिनिधि यहां रहते हैं। सबसे सख्त वीआईपी सिक्योरिटी यहां रहती है। इन सबके बावजूद घुसपैठ हुई, यह मामला बहुत गंभीर है। राजनीति को अलग रखकर इस विषय पर ध्यान देना चाहिए कि इतनी टाइट सिक्योरिटी होने के बावजूद लापरवाही कैसे हुई।
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गायब होने के सवालों के बीच एक्टिव हुए तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव बीते दो दिनों से राजनीतिक रूप से सक्रिय नहीं थे। पटना में आयोजित हुई ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में तेजस्वी यादव को जाना था, लेकिन वे नहीं गए। इसके बाद नवादा में शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ गंगाजल परियोजना के लोकार्पण में भी वे शामिल नहीं हुए। इसके बाद सियासी गलियारे में सवाल उठने लगे कि आखिर तेजस्वी यादव कहां हैं। आरजेडी सूत्रों ने बताया कि दरअसल, तेजस्वी अपने परिवार के साथ पिछले दिनों तिरुपति बालाजी दर्शन के लिए गए थे। वहां उन्होंने मुंडन कराया, इसके बाद उन्हें ठंड लग गई थी। पटना लौटने के बाद वे डॉक्टरों की सलाह पर अपने आवास पर ही आराम कर रहे थे।