अब बिहार के बड़े शहरों में नहीं लगेगा ट्रैफिक जाम? इन पांच विभागों ने संभाला जिम्मा, इस प्लान पर करेंगे काम h3>
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Bihar Traffic News: सूबे के बड़े शहरों में जाम के झाम से निजात दिलाने की जिम्मेदारी अब बिहार सरकार के पांच महकमे मिलकर संभालेंगे। इनमें यातायात के अलावा परिवहन, पथ निर्माण, ग्रामीण कार्य और स्वास्थ्य विभाग को भी टास्क पूरा करना होगा। गृह विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी किया है। यातायात चुस्त-दुरुस्त करने की शुरुआत पटना शहर से होगी। बाद में अन्य शहरों में इसे लागू किया जाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बड़े शहरों में जाम की समस्या पर सजग हैं। सरकार के आदेश के मुताबिक, एडीजी (ट्रैफिक) अन्य चारों विभागों के अधिकारियों के साथ हर माह समीक्षा बैठक कर सभी बिन्दुओं पर विचार-विमर्श करेंगे। सभी विभाग अपनी-अपनी जवाबदेही संभालेंगे और आपस में मंथन कर जाम से निजात पर ठोस कार्ययोजना को अंतिम रूप देंगे।
पुलिस के अलावा ट्रैफिक को नियंत्रित करने में परिवहन महकमा की भूमिका भी बेहद खास है। ओवरलोडिंग, वाहनों की फिटनेस से लेकर शहर की सड़कों पर बेतरतीब खड़े वाहनों खासकर ऑटो के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने में परिवहन महकमा की पहली जिम्मेदारी है। इसी तरह अन्य विभागों की जिम्मेदारी भी तय रहेगी, जिनकी मदद से ट्रैफिक व्यवस्था बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। पथ निर्माण और ग्रामीण कार्य विभाग की मुख्य जिम्मेदारी प्रमुख सड़कों की मरम्मति करने की होगी। अनेक स्थानों पर सड़क खराब होने से भी जाम लगता या दुर्घटनाएं होती हैं। इसके अलावा सड़कों पर साइनेज, इंडिकेटर, गोलंबर बनाना, सड़कों की चौड़ाई-लंबाई, मोड़, ब्लैक स्पॉट को दूर करना, जरूरत के मुताबिक स्कीड प्रूफ सड़क बनाना समेत ऐसी अन्य जरूरी चीजों को बहाल करने की महती जिम्मेदारी सड़क महकमे की ही है। इनकी मदद से सड़क दुर्घटनाओं को कम करके यातायात सुगम बनाया जा सकता है।
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पटना को 4 जोन में बांट ऑटो का परिचालन होगा
पटना शहर में जाम की बड़ी वजह ऑटो परिचालन है। मुख्य सड़कों पर अतिक्रमण व पार्किंग भी बड़ी समस्या है। अब पटना को चार जोन में बांट कर ही सभी शेयरिंग ऑटो का परिचालन कराया जाएगा। ऑटो अपने निर्धारित जोन में ही चलेंगे। जोन बदलने पर इन्हें जब्त कर लिया जाएगा। अभी यह व्यवस्था नहीं होने से किसी रूट में अत्याधिक ऑटो है, तो किसी में कम। इनकी संख्या नियंत्रित होगी। गलत पार्किंग पर कड़ी कार्रवाई होगी।
क्या कहते हैं अधिकारी?
प्रदेश में यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने में पुलिस, परिवहन समेत अन्य विभागों के साथ संयुक्त समीक्षा बैठक होगी। इससे यातायात को व्यवस्थित करने से संबंधित ठोस कार्ययोजना तैयार करने में मदद मिलेगी। जल्द यातायात को दुरुस्त करने की कवायद व्यापक स्तर पर शुरू होगी। -सुधांशु कुमार, (एडीजी, ट्रैफिक) बिहार पुलिस
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Bihar Traffic News: सूबे के बड़े शहरों में जाम के झाम से निजात दिलाने की जिम्मेदारी अब बिहार सरकार के पांच महकमे मिलकर संभालेंगे। इनमें यातायात के अलावा परिवहन, पथ निर्माण, ग्रामीण कार्य और स्वास्थ्य विभाग को भी टास्क पूरा करना होगा। गृह विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी किया है। यातायात चुस्त-दुरुस्त करने की शुरुआत पटना शहर से होगी। बाद में अन्य शहरों में इसे लागू किया जाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बड़े शहरों में जाम की समस्या पर सजग हैं। सरकार के आदेश के मुताबिक, एडीजी (ट्रैफिक) अन्य चारों विभागों के अधिकारियों के साथ हर माह समीक्षा बैठक कर सभी बिन्दुओं पर विचार-विमर्श करेंगे। सभी विभाग अपनी-अपनी जवाबदेही संभालेंगे और आपस में मंथन कर जाम से निजात पर ठोस कार्ययोजना को अंतिम रूप देंगे।
पुलिस के अलावा ट्रैफिक को नियंत्रित करने में परिवहन महकमा की भूमिका भी बेहद खास है। ओवरलोडिंग, वाहनों की फिटनेस से लेकर शहर की सड़कों पर बेतरतीब खड़े वाहनों खासकर ऑटो के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने में परिवहन महकमा की पहली जिम्मेदारी है। इसी तरह अन्य विभागों की जिम्मेदारी भी तय रहेगी, जिनकी मदद से ट्रैफिक व्यवस्था बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। पथ निर्माण और ग्रामीण कार्य विभाग की मुख्य जिम्मेदारी प्रमुख सड़कों की मरम्मति करने की होगी। अनेक स्थानों पर सड़क खराब होने से भी जाम लगता या दुर्घटनाएं होती हैं। इसके अलावा सड़कों पर साइनेज, इंडिकेटर, गोलंबर बनाना, सड़कों की चौड़ाई-लंबाई, मोड़, ब्लैक स्पॉट को दूर करना, जरूरत के मुताबिक स्कीड प्रूफ सड़क बनाना समेत ऐसी अन्य जरूरी चीजों को बहाल करने की महती जिम्मेदारी सड़क महकमे की ही है। इनकी मदद से सड़क दुर्घटनाओं को कम करके यातायात सुगम बनाया जा सकता है।
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पटना को 4 जोन में बांट ऑटो का परिचालन होगा
पटना शहर में जाम की बड़ी वजह ऑटो परिचालन है। मुख्य सड़कों पर अतिक्रमण व पार्किंग भी बड़ी समस्या है। अब पटना को चार जोन में बांट कर ही सभी शेयरिंग ऑटो का परिचालन कराया जाएगा। ऑटो अपने निर्धारित जोन में ही चलेंगे। जोन बदलने पर इन्हें जब्त कर लिया जाएगा। अभी यह व्यवस्था नहीं होने से किसी रूट में अत्याधिक ऑटो है, तो किसी में कम। इनकी संख्या नियंत्रित होगी। गलत पार्किंग पर कड़ी कार्रवाई होगी।
क्या कहते हैं अधिकारी?
प्रदेश में यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने में पुलिस, परिवहन समेत अन्य विभागों के साथ संयुक्त समीक्षा बैठक होगी। इससे यातायात को व्यवस्थित करने से संबंधित ठोस कार्ययोजना तैयार करने में मदद मिलेगी। जल्द यातायात को दुरुस्त करने की कवायद व्यापक स्तर पर शुरू होगी। -सुधांशु कुमार, (एडीजी, ट्रैफिक) बिहार पुलिस