'अतीक अहमद और अशरफ के जाने से दिग्विजय सिंह विचलित हैं'… लवलेश तिवारी के संरक्षण के आरोपों पर नरोत्तम मिश्रा
भोपाल:दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) के आरोपों के बाद एमपी की सियासत गरम हो गई है। उन्होंने विकास दुबे और लवलेश तिवारी के बहाने एमपी के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को घेर लिया है। नरोत्तम मिश्रा ने सारे सवालों के जवाब दिए हैं। एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में नरोत्तम मिश्रा ने इन आरोपों को लेकर प्रमाण मांग लिया है। साथ ही दिग्विजय सिंह पर उन्होंने कई आरोप लगाए हैं। नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मैं उनकी पीड़ा समझ सकता हूं। पहले असद, उसका शूटर, फिर अतीक और अशरफ सबके एक साथ चले जाने से वह दुखी हैं। इसी चक्कर में उनका संतुलन गड़बड़ा रहा है।
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि दिग्विजय सिंह 10 सालों तक मुख्यमंत्री रहे हैं, वह एक आध प्रमाण दे देते। वह हमसे सवाल कर रहे हैं। मैं तो बता चुका हूं कि मेरे दूर और पास के कोई संबंध नहीं हैं। प्रमाण नहीं तो वह झूठों का बादशाह और राजा कहलाएं। दिग्विजय सिंह लगातार ऐसे लोगों का समर्थन करते हैं। इसलिए अतीक और अशरफ के जाने से दिग्विजय सिंह विचलित हो गए हैं।
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि दिग्विजय सिंह जाकिर नाइक को शांतिदूत बताते हैं। मैंने उनसे सवाल पूछा था कि नक्सली कमांडरों के पर्चे पर आपके जो नंबर थे, उस पर सफाई देनी चाहिए थी। उनको उमंग सिंघार के आरोपों पर सफाई देनी चाहिए, जिन्होंने कहा था कि एमपी में सबसे बड़े माफिया को संरक्षण देने वाले दिग्विजय सिंह हैं। लोग उन्हें राजा कहते हैं कि तो दिग्विजय सिंह राजा की तरह काम भी करेंगे।
खान बंधुओं से क्या संबंध
एमपी के गृह मंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि दिग्विजय सिंह के संबंध इंदौर खान बंधुओं से है। उस पर वह क्यों सफाई नहीं देते हैं। बाटला हाउस एनकाउंटर में भी यह दुखी हो गए थे। इनके क्या संबंध हैं। अपराध और अपराधी जब भी नेस्तानाबुद होते हैं तो इन्हें दर्द क्यों होता है।
आप आरोप क्यों लगा रहे?
इंटरव्यू के दौरान नरोत्तम मिश्रा से पूछा गया कि आप गृह मंत्री हैं, आप उन पर आरोप क्यों लगा रहे हैं। उनके अगर किसी के साथ संबंध है तो हथकड़ी पहनाइए। इस पर उन्होंने कहा कि उनकी सरकार के दौरान उनके मंत्री ने ही खनिज माफिया से संबंधों का जिक्र किया था। उमंग सिंघार अभी भी कांग्रेस के विधायक हैं। दिग्विजय सिंह ने अपने ऊपर लगे आरोपों का खंडन नहीं किया।
लवलेश तिवारी कैसे पहुंचा?
वहीं, नरोत्तम मिश्रा से पूछा गया कि लवलेश तिवारी एमपी कैसे पहुंचा, क्या इसकी जांच करेंगे। इस पर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि हम हर बिंदू की जांच करेंगे तो विषय हमें मिलेगा उसकी जांच होगी। वहीं, हिंदूवादी छवि को लेकर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि एमपी में कांग्रेस की वजूद नहीं है। दिग्विजय सिंह को सुनने लोग अब नहीं आती है। वह अपराधियों का वर्गीकरण करते हैं। इसलिए इस तरह की राजनीति करते हैं।
यूपी और एमपी सरकार में कोई मिलीभगत है क्या?
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि एमपी में किसी माफिया को पनपने नहीं देंगे। दिग्विजय सिंह की सरकार में डाकू और माफिया थे। उनकी सरकार में मंत्री की हत्या हो गई थी। हमारी सरकार में ऐसा नहीं हुआ है। हमारा प्रदेश शांति का टापू है।
यूपी में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति पर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि माननीय इंदिरा जी के साथ ऐसा हुआ था। इसलिए यूपी में मामले की गंभीर जांच हो रही है। वहीं, दिग्विजय सिंह के आरोपों पर कोई कार्रवाई करेंगे। इस पर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि इसमें कुछ है ही नहीं तो क्या करेंगे। यह सिर्फ दिग्विजय सिंह की पीड़ा है।
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नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि दिग्विजय सिंह 10 सालों तक मुख्यमंत्री रहे हैं, वह एक आध प्रमाण दे देते। वह हमसे सवाल कर रहे हैं। मैं तो बता चुका हूं कि मेरे दूर और पास के कोई संबंध नहीं हैं। प्रमाण नहीं तो वह झूठों का बादशाह और राजा कहलाएं। दिग्विजय सिंह लगातार ऐसे लोगों का समर्थन करते हैं। इसलिए अतीक और अशरफ के जाने से दिग्विजय सिंह विचलित हो गए हैं।
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि दिग्विजय सिंह जाकिर नाइक को शांतिदूत बताते हैं। मैंने उनसे सवाल पूछा था कि नक्सली कमांडरों के पर्चे पर आपके जो नंबर थे, उस पर सफाई देनी चाहिए थी। उनको उमंग सिंघार के आरोपों पर सफाई देनी चाहिए, जिन्होंने कहा था कि एमपी में सबसे बड़े माफिया को संरक्षण देने वाले दिग्विजय सिंह हैं। लोग उन्हें राजा कहते हैं कि तो दिग्विजय सिंह राजा की तरह काम भी करेंगे।
खान बंधुओं से क्या संबंध
एमपी के गृह मंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि दिग्विजय सिंह के संबंध इंदौर खान बंधुओं से है। उस पर वह क्यों सफाई नहीं देते हैं। बाटला हाउस एनकाउंटर में भी यह दुखी हो गए थे। इनके क्या संबंध हैं। अपराध और अपराधी जब भी नेस्तानाबुद होते हैं तो इन्हें दर्द क्यों होता है।
आप आरोप क्यों लगा रहे?
इंटरव्यू के दौरान नरोत्तम मिश्रा से पूछा गया कि आप गृह मंत्री हैं, आप उन पर आरोप क्यों लगा रहे हैं। उनके अगर किसी के साथ संबंध है तो हथकड़ी पहनाइए। इस पर उन्होंने कहा कि उनकी सरकार के दौरान उनके मंत्री ने ही खनिज माफिया से संबंधों का जिक्र किया था। उमंग सिंघार अभी भी कांग्रेस के विधायक हैं। दिग्विजय सिंह ने अपने ऊपर लगे आरोपों का खंडन नहीं किया।
लवलेश तिवारी कैसे पहुंचा?
वहीं, नरोत्तम मिश्रा से पूछा गया कि लवलेश तिवारी एमपी कैसे पहुंचा, क्या इसकी जांच करेंगे। इस पर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि हम हर बिंदू की जांच करेंगे तो विषय हमें मिलेगा उसकी जांच होगी। वहीं, हिंदूवादी छवि को लेकर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि एमपी में कांग्रेस की वजूद नहीं है। दिग्विजय सिंह को सुनने लोग अब नहीं आती है। वह अपराधियों का वर्गीकरण करते हैं। इसलिए इस तरह की राजनीति करते हैं।
यूपी और एमपी सरकार में कोई मिलीभगत है क्या?
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि एमपी में किसी माफिया को पनपने नहीं देंगे। दिग्विजय सिंह की सरकार में डाकू और माफिया थे। उनकी सरकार में मंत्री की हत्या हो गई थी। हमारी सरकार में ऐसा नहीं हुआ है। हमारा प्रदेश शांति का टापू है।
यूपी में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति पर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि माननीय इंदिरा जी के साथ ऐसा हुआ था। इसलिए यूपी में मामले की गंभीर जांच हो रही है। वहीं, दिग्विजय सिंह के आरोपों पर कोई कार्रवाई करेंगे। इस पर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि इसमें कुछ है ही नहीं तो क्या करेंगे। यह सिर्फ दिग्विजय सिंह की पीड़ा है।
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