अगर तब टी20 टीम बनती तो रोहित-कोहली का पत्ता कट जाता…आकाश चोपड़ा ने कहा- केएल राहुल के साथ क्या किया h3>
ऐप पर पढ़ें
Advertising
रोहित शर्मा और विराट कोहली फिर से भारत की टी20 में वापस आ गए हैं। दोनों ने सबसे छोटे फॉर्मेट में 14 महीने के बाद कमबैक किया है। रोहित और कोहली 11 जनवरी से अफगनिस्तान के खिलाफ तीन मैचों की टी20 सीरीज में दमदम दिखाते हुए नजर आएंगे। दोनों ने आखिरी टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच टी20 वर्ल्ड कप 2022 में खेला गया था। भारत को तब सेमीफाइनल में इंग्लैंड के हाथों हार झेलनी पड़ी थी। रोहित और कोहली के टी20 वर्ल्ड कप 2024 में खेलने की संभावना है, जिसका आयोजन जून में होना है। पूर्व भारतीय क्रिकेटर और मशहूर कमेंटेटर आकाश चोपड़ा का मानना है कि अगर 14 महीने पहले टी20 टीम बनती तो उससे रोहित-कोहली का पत्ता कट जाता, क्योंकि उस वक्त सेंटीमेंट अलग थे।
चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, ”रोहित की बतौर टी20 कप्तान वापस आ गए हैं। यह बेहद दिलचस्प है। मैं आपको लिखकर दे सकता हूं कि अगर वर्ल्ड कप 2022 के 6 महीने बाद यह टीम बनाई जाती तो आप उसमें रोहित को नहीं देखते। मैं पूरी ईमानदारी से यह बात कह रहा हूं। उस टीम में रोहित नहीं बल्कि विराट कोहली भी नहीं होते। उस समय का जो सेंटीमेंट था, बहुत अलग था। आपने दो खिलाड़ियो को एक साल से अधिक समय तक प्लेंइग इलेवन में एक बार भी नहीं देखा। ऐसा नहीं है कि हर जगह अनुपलब्ध थे। कई जगह उपलब्ध भी हुए होंगे लेकिन सिलेक्टर्स ने कहा होगा कि हम अभी अलग दिशा में सोच रहे हैं और कुछ अलग करना है।”
Advertising
उन्होंने कहा, ”वर्ल्ड कप 2023 के खराब प्रदर्शन का जो एक कारण माना गया, वो धीमी बल्लेबाजी था। बाकी सब आक्रामक खेल रहे थे और हम डिफेंसिव खेल रहे थे। 6 ओवर में 36 रन और 10 ओवर में 60, यह हमारा टेम्पलेट था। जबकि हमने कहा था कि 10 में 100 रन बनाएंगे। हम अलग टेम्पलेट से क्रिकेट खेलने गए मगर खेले नहीं। उसके बाद वनडे वर्ल्ड कप 2023 होता है, जिसमें हम रोहित को ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए देखते हैं। वह टी20 फॉर्मेट की तरह वनडे खेलते हैं। कोहली वनडे वर्ल्ड कप में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट बनते हैं।”
चोपड़ा ने आगे कहा, ”टी20 वर्ल्ड कप 2022 में रोहित वन, कोहली टू और केएल राहुल थ्री थे। इसमें से राहुल को ड्रॉप कर दिया गया है। या नहीं लिया गया है। या क्या किया गया है। उन्हें लेकर स्पष्टता नहीं है। राहुल का टी20 अंतरराष्ट्रीय में 135 से ज्यादा का स्ट्राइक रेट है, जो बुरा नहीं है। वैसे भी ओपनिंग पोजीशन खाली नहीं है तो आप उन्हें मिडिल में खिला सकते थे। वनडे में भी वह बीच में खेलते हैं। टेस्ट में भी उन्हें नीचे भेजा जाता है। वो ऑप्शन था लेकिन छोड़ दिया गया। आपने कहा कि कुछ तो बदलाव करना जरूरी है।”
ऐप पर पढ़ें
रोहित शर्मा और विराट कोहली फिर से भारत की टी20 में वापस आ गए हैं। दोनों ने सबसे छोटे फॉर्मेट में 14 महीने के बाद कमबैक किया है। रोहित और कोहली 11 जनवरी से अफगनिस्तान के खिलाफ तीन मैचों की टी20 सीरीज में दमदम दिखाते हुए नजर आएंगे। दोनों ने आखिरी टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच टी20 वर्ल्ड कप 2022 में खेला गया था। भारत को तब सेमीफाइनल में इंग्लैंड के हाथों हार झेलनी पड़ी थी। रोहित और कोहली के टी20 वर्ल्ड कप 2024 में खेलने की संभावना है, जिसका आयोजन जून में होना है। पूर्व भारतीय क्रिकेटर और मशहूर कमेंटेटर आकाश चोपड़ा का मानना है कि अगर 14 महीने पहले टी20 टीम बनती तो उससे रोहित-कोहली का पत्ता कट जाता, क्योंकि उस वक्त सेंटीमेंट अलग थे।
चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, ”रोहित की बतौर टी20 कप्तान वापस आ गए हैं। यह बेहद दिलचस्प है। मैं आपको लिखकर दे सकता हूं कि अगर वर्ल्ड कप 2022 के 6 महीने बाद यह टीम बनाई जाती तो आप उसमें रोहित को नहीं देखते। मैं पूरी ईमानदारी से यह बात कह रहा हूं। उस टीम में रोहित नहीं बल्कि विराट कोहली भी नहीं होते। उस समय का जो सेंटीमेंट था, बहुत अलग था। आपने दो खिलाड़ियो को एक साल से अधिक समय तक प्लेंइग इलेवन में एक बार भी नहीं देखा। ऐसा नहीं है कि हर जगह अनुपलब्ध थे। कई जगह उपलब्ध भी हुए होंगे लेकिन सिलेक्टर्स ने कहा होगा कि हम अभी अलग दिशा में सोच रहे हैं और कुछ अलग करना है।”
उन्होंने कहा, ”वर्ल्ड कप 2023 के खराब प्रदर्शन का जो एक कारण माना गया, वो धीमी बल्लेबाजी था। बाकी सब आक्रामक खेल रहे थे और हम डिफेंसिव खेल रहे थे। 6 ओवर में 36 रन और 10 ओवर में 60, यह हमारा टेम्पलेट था। जबकि हमने कहा था कि 10 में 100 रन बनाएंगे। हम अलग टेम्पलेट से क्रिकेट खेलने गए मगर खेले नहीं। उसके बाद वनडे वर्ल्ड कप 2023 होता है, जिसमें हम रोहित को ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए देखते हैं। वह टी20 फॉर्मेट की तरह वनडे खेलते हैं। कोहली वनडे वर्ल्ड कप में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट बनते हैं।”
चोपड़ा ने आगे कहा, ”टी20 वर्ल्ड कप 2022 में रोहित वन, कोहली टू और केएल राहुल थ्री थे। इसमें से राहुल को ड्रॉप कर दिया गया है। या नहीं लिया गया है। या क्या किया गया है। उन्हें लेकर स्पष्टता नहीं है। राहुल का टी20 अंतरराष्ट्रीय में 135 से ज्यादा का स्ट्राइक रेट है, जो बुरा नहीं है। वैसे भी ओपनिंग पोजीशन खाली नहीं है तो आप उन्हें मिडिल में खिला सकते थे। वनडे में भी वह बीच में खेलते हैं। टेस्ट में भी उन्हें नीचे भेजा जाता है। वो ऑप्शन था लेकिन छोड़ दिया गया। आपने कहा कि कुछ तो बदलाव करना जरूरी है।”